योआश ने अपने जीवन-भर वे ही कार्य किए जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे; क्योंकि पुरोहित यहोयादा उसको धार्मिक शिक्षा देता था।
न्यायियों 8:33 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) गिद्ओन की मृत्यु के पश्चात् इस्राएली लोग पुन: भटक गए। वे लौटकर बअल देवता का अनुसरण करने लगे और यों प्रभु के प्रति वेश्या के सदृश विश्वासघात करने लगे। उन्होंने बअल-बरीत को अपना ईश्वर स्वीकार कर लिया। पवित्र बाइबल ज्योंही गिदोन मरा त्योंही इस्राएल के लोग फिर परमेश्वर के प्रति विश्वास रखने वाले न रहे। वे बाल का अनुसरण करने लगे। उन्होंने बालबरीत को अपना देवता बनाया। Hindi Holy Bible गिदोन के मरते ही इस्राएली फिर गए, और व्यभिचारिणी की नाईं बाल देवताओं के पीछे हो लिए, और बालबरीत को अपना देवता मान लिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) गिदोन के मरते ही इस्राएली फिर गए, और व्यभिचारिणी के समान बाल देवताओं के पीछे हो लिए, और बालबरीत को अपना देवता मान लिया। सरल हिन्दी बाइबल जैसे ही गिदोन का निधन हुआ, इस्राएल वंशजों ने बाल की उपासना करने के द्वारा याहवेह के प्रति व्यभिचार अर्थात् विश्वासघात का पाप किया. उन्होंने बाल-बेरिथ को अपने देवता के रूप में मान लिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 गिदोन के मरते ही इस्राएली फिर गए, और व्यभिचारिणी के समान बाल देवताओं के पीछे हो लिए, और बाल-बरीत को अपना देवता मान लिया। |
योआश ने अपने जीवन-भर वे ही कार्य किए जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे; क्योंकि पुरोहित यहोयादा उसको धार्मिक शिक्षा देता था।
ये मेरे निज लोगों को तथा आपस में एक-दूसरे को अपने झूठे दर्शन की बातें बता कर चाहते हैं कि मेरे निज लोग मेरा नाम भूल जाएं, जैसा इनके पूर्वज बअल देवता के लिए मेरा नाम भूल गए थे।
यहूदा को यह व्यभिचार-कर्म बड़ा हल्का जान पड़ा। अत: उसने पत्थरों और काठ स्तम्भों की पूजा करके सारे प्रदेश को भ्रष्ट कर दिया।
जब तक यहोशुअ जीवित रहा, इस्राएली लोग प्रभु की आराधना करते रहे। वे उसकी मृत्यु के पश्चात् भी प्रभु की आराधना करते रहे। उस समय तक इस्राएली धर्मवृद्ध जीवित थे। उन्हें उन सब आश्चर्यपूर्ण कार्यों की स्मृति थी जो प्रभु ने इस्राएली समाज के लिए किए थे।
इस्राएलियों ने फिर वही कार्य किया जो प्रभु की दृष्टि में बुरा था। इस्राएली लोग सीरिया, सीदोन, मोआब, अम्मोन, और पलिश्ती जातियों के देवी-देवताओं, बअल तथा अशेराह की पूजा-आराधना करने लगे। उन्होंने प्रभु को त्याग दिया, और उसकी आराधना नहीं की।
उन्होंने अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर को त्याग दिया, जो उन्हें मिस्र देश से निकाल लाया था। वे अपने चारों ओर की जातियों के देवताओं का अनुसरण करने लगे। उन्होंने उन देवताओं की झुककर वंदना की। इस प्रकार उन्होंने प्रभु को चिढ़ाया।
किन्तु इस्राएलियों ने शासकों की बात भी नहीं सुनी। उन्होंने अन्य जातियों के देवताओं का अनुसरण कर वेश्या के सदृश प्रभु के प्रति विश्वासघात किया। उन्होंने उन देवताओं की झुककर वंदना की। जिस मार्ग पर उनके पूर्वज चले थे, उससे वे शीघ्र ही भटक गए। जैसा उनके पूर्वजों ने प्रभु की आज्ञाओं का पालन किया था वैसा उन्होंने नहीं किया।
किन्तु उस शासक की मृत्यु के बाद इस्राएली प्रभु से विमुख हो जाते थे। वे अपने पूर्वजों की अपेक्षा अधिक बुरा व्यवहार करते थे। वे अन्य जातियों के देवताओं का अनुसरण करते थे। उनकी पूजा-आराधना करते थे। वे झुककर उनकी वंदना करते थे। उन्होंने अपनी बुरी प्रथाओं का, पूर्वजों के हठधर्म के मार्ग का, त्याग नहीं किया।
इस्राएलियों ने वही कार्य किया जो प्रभु की दृष्टि में बुरा था। वे अपने प्रभु परमेश्वर को भूल गए, और बअल देवता तथा अशेराह देवी की पूजा-आराधना करने गए।
गिद्ओन ने इस सोने से ‘एपोद’ की मूर्ति बनाई और उसको अपने नगर ओप्राह में खड़ा कर दिया। फलत: सब इस्राएलियों ने वहाँ एपोद का अनुसरण कर प्रभु के प्रति वेश्या के सदृश विश्वासघात किया। गिद्ओन और उसके परिवार के लिए एपोद एक फन्दा बन गया।
तब योआश के पुत्र गिद्ओन का पकी आयु में देहान्त हो गया। उसे अबीएजर गोत्र के ओप्राह नगर में उसके पिता योआश की कबर में गाड़ा गया।
वे खेतों में गए। उन्होंने अंगूर के उद्यानों के अंगूर तोड़े, उन्हें रौंद कर उनका रस निकाला और उत्सव मनाया। वे अपने देवता के मन्दिर में गए। उन्होंने वहाँ खाया-पीया, और अबीमेलक की निन्दा की।
अत: प्रमुख नागरिकों ने अबीमेलक को बअल-बरीत के मन्दिर से चांदी के सत्तर सिक्के दिए। उसने इन सिक्कों से निकम्मों और गुण्डों को भाड़े पर लिया। ये उसके पीछे-पीछे गए।
जब मिग्दल-शकेम नगर के सब प्रमुख नागरिकों ने यह सुना, तब वे एलबरीत मन्दिर के तहखानों में घुस गए।