न्यायियों 8:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यों मिद्यानी जाति के लोग इस्राएलियों के वश में हो गए। उन्होंने अपना सिर फिर नहीं उठाया। इस प्रकार गिद्ओन के जीवन काल में इस्राएलियों के देश में चालीस वर्ष तक शान्ति रही। पवित्र बाइबल इस प्रकार मिद्यानी लोग इस्राएल के शासन में रहने के लिये मजबूर किये गये। मिद्यानी लोगों ने अब आगे कोई कष्ट नहीं दिया। इस प्रकार गिदोन के जीवन काल में चालीस वर्षों तक पूरे देश में शान्ति रही। Hindi Holy Bible इस प्रकार मिद्यान इस्रालियों से दब गया, और फिर सिर न उठाया। और गिदोन के जीवन भर अर्थात चालीस वर्ष तक देश चैन से रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस प्रकार मिद्यान इस्राएलियों से दब गया, और फिर सिर न उठाया। और गिदोन के जीवन भर अर्थात् चालीस वर्ष तक देश चैन से रहा। सरल हिन्दी बाइबल मिदियान इस्राएल के वंशजों के वश में हो चुका था. इसके बाद उन्होंने सिर नहीं उठाया. गिदोन के जीवनकाल में चालीस साल तक शांति बनी रही. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस प्रकार मिद्यान इस्राएलियों से दब गया, और फिर सिर न उठाया। और गिदोन के जीवन भर अर्थात् चालीस वर्ष तक देश चैन से रहा। |
मैं, सेनाओं का प्रभु, उन पर चाबुक से प्रहार करूंगा; जैसा मैंने ओरेब चट्टान पर मिद्यानी सेना के विरुद्ध किया था। जैसा मैंने लाल सागर पर डंडे से प्रहार किया था वैसा ही अब मैं फरात नदी पर उसको उठाऊंगा।
तूने इस्राएली राष्ट्र की गुलामी के जूए को, उसके कन्धे की कांवर को, अत्याचारी की लाठी को तोड़ दिया है, जैसे मिद्यानी सेना के युद्ध-दिवस पर तूने किया था।
इस प्रकार इस्राएलियों के देश में चालीस वर्ष तक शान्ति रही। तब कनज के पुत्र ओतनीएल की मृत्यु हो गई।
मोआबी जाति के लोग उस दिन से इस्राएलियों के वश में हो गए। इस प्रकार इस्राएलियों के देश में अस्सी वर्ष तक शांति रही।
‘यों, हे प्रभु, तेरे सब शत्रु मर मिटें! पर तेरे मित्र शक्ति के साथ उगते हुए सूर्य के सदृश हों!’ इस्राएलियों के देश में चालीस वर्ष तक शान्ति रही।
गिद्ओन ने इस सोने से ‘एपोद’ की मूर्ति बनाई और उसको अपने नगर ओप्राह में खड़ा कर दिया। फलत: सब इस्राएलियों ने वहाँ एपोद का अनुसरण कर प्रभु के प्रति वेश्या के सदृश विश्वासघात किया। गिद्ओन और उसके परिवार के लिए एपोद एक फन्दा बन गया।
इस प्रकार पलिश्ती दब गए। उन्होंने इस्राएलियों की सीमा में फिर कभी प्रवेश नहीं किया। जब तक शमूएल जीवित रहा तब तक प्रभु का हाथ पलिश्तियों के विरुद्ध उठा रहा।