इस्राएली पुरुषों ने मिस्पाह में यह शपथ खाई : ‘हममें से कोई भी पिता अपनी पुत्री का विवाह बिन्यामिन कुल में नहीं करेगा।’
न्यायियों 21:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके अतिरिक्त हमने प्रभु की शपथ खाई है कि हम अपनी पुत्रियों का विवाह बिन्यामिनियों से नहीं करेंगे। अब हम क्या करें? जो बिन्यामिनी पुरुष बच गए हैं, उनके लिए स्त्रियाँ कैसे प्राप्त करें?’ पवित्र बाइबल हम लोगों ने यहोवा के सामने प्रतिज्ञा की थी कि हम अपनी पुत्रियों को बिन्यामीन परिवार के किसी व्यक्ति से विवाह नहीं करने देंगे। हम लोगों को कैसे विश्वास होगा कि बिन्यामीन परिवार समूह के लोगों को पत्नियाँ प्राप्त होंगी?” Hindi Holy Bible हम ने जो यहोवा की शपथ खाकर कहा है, कि हम उन्हें अपनी किसी बेटी को न ब्याह देंगे, इसलिये बचे हुओं को स्त्रियां मिलने के लिये क्या करें? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हम ने जो यहोवा की शपथ खाकर कहा है, कि हम उनसे अपनी किसी बेटी का विवाह नहीं करेंगे, इसलिये बचे हुओं को स्त्रियाँ मिलने के लिये क्या करें?” सरल हिन्दी बाइबल अब वे, जो बाकी रह गए हैं, उनकी पत्नियों के लिए हम क्या करें, क्योंकि हमने याहवेह के सामने यह शपथ ले रखी है, कि हममें से कोई भी विवाह के लिए उन्हें अपनी पुत्रियां नहीं देगा?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हमने जो यहोवा की शपथ खाकर कहा है, कि हम उनसे अपनी किसी बेटी का विवाह नहीं करेंगे, इसलिए बचे हुओं को स्त्रियाँ मिलने के लिये क्या करें?” |
इस्राएली पुरुषों ने मिस्पाह में यह शपथ खाई : ‘हममें से कोई भी पिता अपनी पुत्री का विवाह बिन्यामिन कुल में नहीं करेगा।’
हम अपनी पुत्रियों का विवाह उनके साथ नहीं कर सकते हैं।’ इस्राएलियों ने यह शपथ खाई थी, ‘अपनी पुत्री का विवाह बिन्यामिनी पुरुष के साथ करनेवाला व्यक्ति अभिशप्त है!’
यदि उन कन्याओं के पिता अथवा भाई हमसे शिकायत करने आएँगे तो हम उनसे यह कहेंगे, “हम पर कृपा कीजिए, और कन्याएँ उन्हें दे दीजिए। हमने युद्ध में प्रत्येक बिन्यामिनी पुरुष के लिए स्त्री नहीं ली थी। आप लोगों ने भी उन्हें ये कन्याएँ नहीं दी थीं। यदि आप ऐसा करते तो अपनी शपथ भी तोड़ते और दोषी ठहरते।” ’
परन्तु इस्राएलियों में अपने जाति-भाई बिन्यामिनियों के प्रति दया उत्पन्न हुई। उन्होंने कहा, ‘आज इस्राएली कुलों में से एक कुल कट गया।
उन्होंने फिर पूछा, ‘इस्राएली कुलों में से कौन कुल प्रभु के पास मिस्पाह नहीं आया?’ ज्ञात हुआ कि गिलआद प्रदेश के याबेश नगर से कोई भी व्यक्ति धर्मसभा के लिए शिविर में नहीं आया है;
परन्तु इस्राएली सैनिकों ने शाऊल से कहा, ‘क्या योनातन को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा, जिसने इस्राएली राष्ट्र के लिए यह महा विजय प्राप्त की है? यह कदापि नहीं होगा। जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! उसके सिर का एक बाल भी भूमि पर नहीं गिरेगा। उसने परमेश्वर की सहायता से आज यह कार्य सम्पन्न किया है।’ अत: सैनिकों ने योनातन को छुड़ा लिया और उसको मृत्यु-दण्ड नहीं दिया गया।