अब्नेर ने योआब को पुकारा, और उससे यह कहा, ‘क्या तलवार सदा चलती रहेगी? क्या तुम नहीं जानते हो कि इसका अन्त बुरा होगा? तुम कब तक अपने सैनिकों को आज्ञा नहीं दोगे कि वे अपने जाति-भाइयों का पीछा करना छोड़ दें और लौट जाएँ?’
न्यायियों 21:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु इस्राएलियों में अपने जाति-भाई बिन्यामिनियों के प्रति दया उत्पन्न हुई। उन्होंने कहा, ‘आज इस्राएली कुलों में से एक कुल कट गया। पवित्र बाइबल इस्राएल के लोग अपने रिश्तेदारों, बिन्यामीन के परिवार समूह के लोगों के लिये, बहुत दुःखी थे। उन्होंने कहा, “आज इस्राएल के लोगों से एक परिवार समूह कट गया है। Hindi Holy Bible तब इस्राएली अपने भाई बिन्यामीन के विषय में यह कहकर पछताने लगे, कि आज इस्राएल में से एक गोत्र कट गया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब इस्राएली अपने भाई बिन्यामीन के विषय में यह कहकर पछताने लगे, “आज इस्राएल में से एक गोत्र कट गया है। सरल हिन्दी बाइबल इस्राएल वंशज अपने बंधु बिन्यामिन वंशजों के लिए खेदित होकर यही विचार कर रहे थे, “आज इस्राएल में से एक गोत्र मिटा दिया गया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब इस्राएली अपने भाई बिन्यामीन के विषय में यह कहकर पछताने लगे, “आज इस्राएल में से एक गोत्र कट गया है। |
अब्नेर ने योआब को पुकारा, और उससे यह कहा, ‘क्या तलवार सदा चलती रहेगी? क्या तुम नहीं जानते हो कि इसका अन्त बुरा होगा? तुम कब तक अपने सैनिकों को आज्ञा नहीं दोगे कि वे अपने जाति-भाइयों का पीछा करना छोड़ दें और लौट जाएँ?’
ओ एफ्रइम, मैं तुझे कैसे त्याग दूं? ओ इस्राएल, मैं तुझे कैसे शत्रु के हाथ में सौंप दूं? मैं तुझे कैसे अदमा नगर के सदृश राख बना दूं? मैं तुझे कैसे सबोईम नगर के समान नष्ट कर दूं? मेरा हृदय बदल गया है! मेरी दया प्रज्वलित हो उठी है।
जब यिफ्ताह ने उसे देखा तब शोक प्रकट करने के लिए उसने अपने वस्त्र फाड़े और यह कहा, ‘आह! मेरी बेटी, तूने मेरी कमर तोड़ दी! तू भी मेरी महा विपत्ति का कारण बन गई! मैंने प्रभु को वचन दिया है, और मैं उस वचन को वापस नहीं ले सकता।’
इस्राएली प्रभु के पास गए। वे सन्ध्या समय तक उसके सम्मुख रोते रहे। उन्होंने प्रभु से पूछा, ‘क्या हम अपने जाति-भाई बिन्यामिनियों से युद्ध करने के लिए फिर जाएँ?’ प्रभु ने कहा, ‘उन पर चढ़ाई करो।’
लोगों को बिन्यामिन कुल पर दया आ गई, क्योंकि प्रभु ने इस्राएली कुलों में दरार कर दी थी।
उन्होंने पूछा, ‘इस्राएली कुलों में से कौन कुल यहाँ प्रभु के पास धर्मसभा में नहीं आया है?’ अभिशाप की यह महाशपथ घोषित की गई थी कि जो कुल प्रभु के पास मिस्पाह में नहीं आएगा, उसे निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त हमने प्रभु की शपथ खाई है कि हम अपनी पुत्रियों का विवाह बिन्यामिनियों से नहीं करेंगे। अब हम क्या करें? जो बिन्यामिनी पुरुष बच गए हैं, उनके लिए स्त्रियाँ कैसे प्राप्त करें?’