प्रभु यह कहता है : ‘जो समीप है, और जो दूर है, दोनों का कल्याण हो, उन्हें शान्ति प्राप्त हो। मैं उन्हें स्वस्थ करूंगा।
न्यायियों 21:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस्राएली मण्डली ने रिम्मोन की चट्टान में रहनेवाले बिन्यामिनियों के पास सन्देश भेजा और उनके साथ शान्ति स्थापित की। पवित्र बाइबल तब इस्राएल के लोगों ने बिन्यामीन के लोगों के पास एक सन्देश भेजा। उन्होंने बिन्यामीन के लोगों के साथ शान्ति—सन्धि करने का प्रस्ताव रखा। बिन्यामीन के लोग रिम्मोन की चट्टान नामक स्थान पर थे। Hindi Holy Bible तब सारी मण्डली ने उन बिन्यामीनियों के पास जो रिम्मोन नाम चट्टान पर थे कहला भेजा, और उन से संधि का प्रचार कराया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब सारी मण्डली ने उन बिन्यामीनियों के पास जो रिम्मोन नामक चट्टान पर थे कहला भेजा, और उनसे संधि की घोषणा की। सरल हिन्दी बाइबल तब सारी सभा ने उन बिन्यामिन वंशजों को, जो रिम्मोन चट्टान के क्षेत्र में आसरा लिए हुए थे, संदेश भेजा और उनके साथ शांति की घोषणा की. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब सारी मण्डली ने उन बिन्यामीनियों के पास जो रिम्मोन नामक चट्टान पर थे कहला भेजा, और उनसे संधि की घोषणा की। |
प्रभु यह कहता है : ‘जो समीप है, और जो दूर है, दोनों का कल्याण हो, उन्हें शान्ति प्राप्त हो। मैं उन्हें स्वस्थ करूंगा।
तब उन्होंने आकर दोनों को शान्ति का शुभसमाचार सुनाया : आप लोगों को, जो दूर थे और उन लोगों को, जो निकट थे;
‘जब तू नगर पर चढ़ाई करने के लिए उसके निकट पहुँचेगा तब पहले उसके समक्ष शांति का प्रस्ताव रखना।
शेष बिन्यामिनी सैनिक मुड़े और वे निर्जन प्रदेश की दिशा में रिम्मोन की चट्टान की ओर भागे। इस्राएलियों ने उनमें से पांच हजार सैनिकों को पहाड़ी मार्गों पर चुन-चुनकर मार डाला। तत्पश्चात् उन्होंने बिन्यामिनियों का गिदोम नगर तक पीछा किया और उनके दो हजार सैनिकों का संहार कर दिया।
किन्तु छ: सौ बिन्यामिनी सैनिक मुड़े और निर्जन प्रदेश की दिशा में रिम्मोन की चट्टान की ओर भाग गए। उन्होंने चार महीने तक रिम्मोन की चट्टान में निवास किया।
उन्हें गिलआद प्रदेश के याबेश नगर के निवासियों में चार सौ कुंआरी कन्याएँ मिलीं, जिन्होंने पुरुष के साथ कभी सहवास नहीं किया था। वे उन्हें शिलोह के पड़ाव में, जो कनान देश में है, ले आए।
बिन्यामिनी तत्काल लौट आए। इस्राएलियों ने उन्हें गिलआद प्रदेश के याबेश नगर की कन्याएँ दे दीं, जिन्हें सैनिकों ने जीवित छोड़ दिया था। पर ये कन्याएँ उनके लिए पर्याप्त नहीं थीं।