प्रभु के दूत ने पूछा, ‘सारय की दासी हागार, तू कहाँ से आ रही है, और कहाँ जा रही है?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं अपनी स्वामिनी सारय के पास से भाग रही हूं।’
न्यायियों 19:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) बूढ़े मनुष्य ने अपनी आँखें ऊपर उठाईं। उसने नगर-चौक में एक यात्री को देखा। बूढ़े मनुष्य ने उससे पूछा, ‘तुम कहाँ से आए हो और कहाँ जा रहे हो?’ पवित्र बाइबल बूढ़े व्यक्ति ने यात्रियों (लेवीवंशी व्यक्ति) को सार्वजनिक चौराहे पर देखा। बूढ़े व्यक्ति ने पूछा, “तुम कहाँ जा रहे हो? तुम कहाँ से आये हो?” Hindi Holy Bible उसने आंखें उठा कर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा; और उस बूढ़े ने पूछा, तू किधर जाता, और कहां से आता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने आँखें उठाकर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा; और उस बूढ़े ने पूछा, “तू किधर जाता, और कहाँ से आता है?” सरल हिन्दी बाइबल जब उस बूढ़े व्यक्ति की नज़र नगर चौक में इन यात्रियों पर पड़ी, उसने पूछा, “आप कहां जा रहे हैं और आप कहां से आए हैं?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने आँखें उठाकर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा; और उस बूढ़े ने पूछा, “तू किधर जाता, और कहाँ से आता है?” |
प्रभु के दूत ने पूछा, ‘सारय की दासी हागार, तू कहाँ से आ रही है, और कहाँ जा रही है?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं अपनी स्वामिनी सारय के पास से भाग रही हूं।’
तत्पश्चात् उसने आगे वाले झुण्ड के रखवाले को आदेश दिया, ‘जब तुम्हें मेरे भाई एसाव मिलें और वह तुमसे पूछें, “तुम किसके सेवक हो? तुम कहां जा रहे हो? यह तुम्हारे सामने किसके पशु हैं?”
‘एक दिन धनी मनुष्य के पास एक यात्री आया। किन्तु धनी मनुष्य उस पथिक को, जो उसके पास आया था, भोजन के लिए अपने रेवड़ में से पशु देने को तैयार न था। अत: उसने गरीब की भेड़ छीन ली, और अपने यहाँ आए हुए यात्री के लिए उसका मांस पकाया।’
राजमार्ग उजाड़ पड़े हैं, यात्रियों का आना-जाना बन्द है। संधियां भंग हो गईं, सािक्षयां तुच्छ समझी जा रही हैं; अब मनुष्य, मनुष्य का सम्मान नहीं करता।
प्रभु, तू इस्राएल की आशा है। संकट-काल में तू ही बचानेवाला है। तब तू क्यों हम से परदेशियों की तरह व्यवहार कर रहा है? तू ऐसा व्यवहार कर रहा है मानो तू राह से गुजरता हुआ पथिक है जो एक रात का मेहमान होता है।
एक बूढ़ा मनुष्य सन्ध्या समय अपने खेत के काम को समाप्त कर घर लौट रहा था। वह एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश का रहने वाला था। पर वह गिबआह नगर में प्रवास कर रहा था। उस स्थान के रहनेवाले लोग बिन्यामिन कुल के थे।
यात्री ने उसको उत्तर दिया, ‘हम यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर से एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश के सुदूर क्षेत्र को जा रहे हैं। मैं, आपका सेवक, वहीं का रहनेवाला हूँ। मैं यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर गया था। अब मैं अपने घर जा रहा हूँ। हमारे गधों के लिए हमारे पास पुआल तथा चारा है। मेरे लिए और आपकी इस सेविका, मेरी स्त्री के लिए तथा हमारे साथ यात्रा करने वाले इस सेवक के लिए पर्याप्त भोजन और अंगूर का रस है। इस प्रकार हमारे पास किसी वस्तु का अभाव नहीं है। तो भी नगर का कोई भी व्यक्ति मुझे रात व्यतीत करने के लिए अपने घर नहीं ले गया।’