शकेम, शीलोह और सामरी नगरों से अस्सी यहूदी आए। उनकी दाढ़ी मुँड़ी हुई थी। वस्त्र फटे हुए थे। उनका सारा शरीर घावों से भरा था। उनके हाथों में अन्नबलि और लोबान था, और वे उनको प्रभु के भवन में चढ़ाने जा रहे थे।
न्यायियों 18:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने मीकाह की मूर्ति, जिसको उसने बनाया था, अपने उपयोग के लिए प्रतिष्ठित की। जिस दिन तक परमेश्वर का गृह शिलोह नगर में रहा, उतने दिन तक यह मूर्ति प्रतिष्ठित रही। पवित्र बाइबल दान के लोगों ने उन मूर्तियों की पूजा की जिन्हें मीका ने बनाया था। वे उस पूरे समय उन मूर्तियों को पूजते रहे जब तक शिलों में परमेश्वर का स्थान रहा। Hindi Holy Bible और जब तक परमेश्वर का भवन शीलो में बना रहा, तब तक वे मीका की खुदवाई हुई मूरत को स्थापित किए रहे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और जब तक परमेश्वर का भवन शीलो में बना रहा, तब तक वे मीका की खुदवाई हुई मूरत को स्थापित किए रहे। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने मीकाह की खोदी हुई मूर्ति को अपने लिए स्थापित कर लिया और यह मूर्ति तब तक रही, जब तक शीलो में परमेश्वर का भवन बना रहा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जब तक परमेश्वर का भवन शीलो में बना रहा, तब तक वे मीका की खुदवाई हुई मूरत को स्थापित किए रहे। (व्यव. 12:1-32) |
शकेम, शीलोह और सामरी नगरों से अस्सी यहूदी आए। उनकी दाढ़ी मुँड़ी हुई थी। वस्त्र फटे हुए थे। उनका सारा शरीर घावों से भरा था। उनके हाथों में अन्नबलि और लोबान था, और वे उनको प्रभु के भवन में चढ़ाने जा रहे थे।
‘जाओ, अब मेरे उस निवास-स्थान को जाओ, जो शीलोह नगर में था, जहां सर्वप्रथम मैंने अपना नाम प्रतिष्ठित किया था। अब उस को देखो। मैंने अपने निज लोग इस्राएलियों के दुष्कर्मों के कारण उसको तहस-नहस कर दिया है।
इस्राएली समाज की समस्त मंडली शिलोह नगर में एकत्र हुई। उन्होंने वहाँ मिलन-शिविर की स्थापना की। समस्त देश पर उनका अधिकार हो चुका था। देश उनके सम्मुख प्रस्तुत था।
यात्री ने उसको उत्तर दिया, ‘हम यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर से एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश के सुदूर क्षेत्र को जा रहे हैं। मैं, आपका सेवक, वहीं का रहनेवाला हूँ। मैं यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर गया था। अब मैं अपने घर जा रहा हूँ। हमारे गधों के लिए हमारे पास पुआल तथा चारा है। मेरे लिए और आपकी इस सेविका, मेरी स्त्री के लिए तथा हमारे साथ यात्रा करने वाले इस सेवक के लिए पर्याप्त भोजन और अंगूर का रस है। इस प्रकार हमारे पास किसी वस्तु का अभाव नहीं है। तो भी नगर का कोई भी व्यक्ति मुझे रात व्यतीत करने के लिए अपने घर नहीं ले गया।’
धर्मवृद्धों ने फिर कहा, ‘सुनो, शिलोह में प्रभु का यात्रा-पर्व प्रतिवर्ष मनाया जाता है।’ (शिलोह नगर बेत-एल के उत्तर में, और बेत-एल नगर से शकेम नगर को जानेवाले पहाड़ी मार्ग की पूर्व दिशा में तथा लबोनाह के दक्षिण में स्थित है।)
देखते रहो! जब शिलोह नगर की कन्याएँ समूह-नृत्य में नृत्य करने के लिए बाहर निकलेंगी तब तुम अंगूर-उद्यान के बाहर निकलना। प्रत्येक पुरुष शिलोह की कन्याओं में किसी कन्या को पकड़ कर उसे अपनी पत्नी बना ले। इसके बाद तुम अपने बिन्यामिन प्रदेश को चले जाना।
एलकानाह स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की वन्दना करने तथा उसको बलि चढ़ाने के लिए अपने नगर से शिलोह को प्रतिवर्ष जाता था। शिलोह में एली के दो पुत्र, होफ्नी और पीनहास, प्रभु के पुरोहित थे।
अत: उन्होंने लोगों को शिलोह भेजा। वे वहाँ से करूबों पर विराजने वाले, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की विधान-मंजूषा ले आए। एली के दोनों पुत्र, होफ्नी और पीनहास परमेश्वर की विधान-मंजूषा के साथ वहाँ थे।