अम्मोनियों ने देखा कि उन्होंने दाऊद की शत्रुता मोल ले ली है। अत: उन्होंने दूत भेजे और बेत-रहोब और सोबाह राज्यों के बीस हजार सीरियाई सैनिक, माकाह देश के राजा तथा उसके एक हजार सैनिक और टोब राज्य के बारह हजार सैनिक किराए पर बुला लिए।
न्यायियों 18:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस नगर को बचानेवाला कोई न था, क्योंकि वह सीदोन देश से दूर था। इसके अतिरिक्त उसका सीरिया देश से सम्बन्ध भी नहीं था। वह बेत-रहोब की घाटी में था। अत: दान कुल के लोगों ने नगर का पुनर्निर्माण किया, और वे उसमें बस गए। पवित्र बाइबल लैश में रहने वालों की रक्षा करने वाला कोई नहीं था। वे सीदोन के नगर से इतने अधिक दूर थे कि वे लोग इनकी सहायता नहीं कर सकते थे और लैश के लोग अराम के लोगों से कोई व्यवहारिक सम्बन्ध नहीं रखते थे। लैश नगर बेत्रहोब प्रदेश के अधिकार में एक घाटी में था। दान के लोगों ने उस स्थान पर एक नया नगर बसाया और वह नगर उनका निवास स्थान बना। Hindi Holy Bible और कोई बचाने वाला न था, क्योंकि वह सीदोन से दूर था, और वे और मनुष्यों से कुछ व्यवहार न रखते थे। और वह बेत्रहोब की तराई में था। तब उन्होंने नगर को दृढ़ किया, और उस में रहने लगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और कोई बचानेवाला न था, क्योंकि वह सीदोन से दूर था, और वे और मनुष्यों से कोई व्यवहार न रखते थे। और वह बेत्रहोब की तराई में था। तब उन्होंने नगर को दृढ़ किया, और उसमें रहने लगे। सरल हिन्दी बाइबल उनकी रक्षा के लिए वहां कोई नहीं आया, क्योंकि यह नगर सीदोन से दूर बसा हुआ नगर था. इनका किसी से भी लेनदेन न था. यह घाटी में बसा हुआ नगर था, जो बेथ-रीहोब के पास था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और कोई बचानेवाला न था, क्योंकि वह सीदोन से दूर था, और वे और मनुष्यों से कोई व्यवहार न रखते थे। और वह बेत्रहोब की तराई में था। तब उन्होंने नगर को दृढ़ किया, और उसमें रहने लगे। |
अम्मोनियों ने देखा कि उन्होंने दाऊद की शत्रुता मोल ले ली है। अत: उन्होंने दूत भेजे और बेत-रहोब और सोबाह राज्यों के बीस हजार सीरियाई सैनिक, माकाह देश के राजा तथा उसके एक हजार सैनिक और टोब राज्य के बारह हजार सैनिक किराए पर बुला लिए।
आपकी सेविका के दो पुत्र थे। एक दिन वे खेत में परस्पर लड़ने लगे। वहाँ उन्हें छुड़ानेवाला कोई न था। मेरे एक पुत्र ने दूसरे पुत्र पर वार किया, और उसको मार डाला।
वहाँ से वे गिलआद नगर तथा हित्ती राज्य के कादेश नगर में आए। तत्पश्चात् वे दान नगर में आए। वे दान से आगे बढ़े और चक्कर लगाते हुए सीदोन राज्य की ओर गए।
ओ परमेश्वर को भूलने वालो! इस बात को समझो− ऐसा न हो कि मैं तुम्हें सिंह के समान विदीर्ण करूं, और तुम्हें मुक्त करने वाला कोई न हो।
ऐसा न हो कि वे सिंह के समान मुझे पकड़ लें, मेरे टुकड़े-टुकड़े करें, और मुझे बचानेवाला कोई न हो।
प्रभु ने यह कहा, “ओ सीदोन की कुवांरी कन्या, संत्रस्त नगरी, तू समृद्ध नगरी नहीं रह सकेगी, यद्यपि तेरे नागरिक उठकर कुप्रुस द्वीप जाएंगे तो भी उन्हें वहाँ आराम नहीं मिलेगा।”
सीदोन, जो समुद्री किला है, निराशा में डूबकर यों कहता है: “ओ समुद्र! अब मुझे गर्भवती स्त्री की पीड़ाएं नहीं होतीं, अब मुझे सन्तान नहीं होगी। मेरे पुत्र नहीं हैं कि मैं उनका लालन-पालन करूं; पुत्रियाँ नहीं हैं कि मैं उनको बड़ा करूं।”
गुप्तचर चले गए। उन्होंने सिन के निर्जन प्रदेश से, हमात घाटी के प्रवेश-द्वार के निकट रहोब नगर तक पूरे देश का भेद ले लिया।
प्रभु ने उन्हें इस्राएलियों के अधिकार में कर दिया, और उन्होंने उत्तर दिशा में महा सीदीन तथा मिसरपोत-मयिम तक और पूर्व दिशा में मिस्पेह की घाटी तक उनका पीछा किया और उन्हें मारा। जब तक शत्रु-सेना का एक भी व्यक्ति जीवित नहीं बचा तब तक वे उन्हें मारते रहे।
उन दिनों में इस्राएली समाज में राजा की प्रथा न थी। उन्हीं दिनों में दान-कुल के लोग निवास के लिए भूमि की खोज में थे; क्योंकि अब तक उन्हें इस्राएली कुलों के मध्य पैतृक अधिकार के लिए भूमि प्राप्त नहीं हुई थी।
उन्होंने इस्राएल के पुत्र और अपने कुलपति दान के नाम पर उसका नाम दान नगर रखा। पहले इस नगर का नाम लइश था।
अत: वे पाँच पुरुष चले गए। वे लइश नगर में आए। उन्होंने उसमें रहने वाले लोगों को देखा कि वे सीदोनी जाति के समान निश्चिन्तता से निवास करते हैं। वे शान्तिपूर्वक तथा निश्चिन्त ढंग से रहते हैं। उन्हें पृथ्वी की किसी भी वस्तु का अभाव नहीं है। वे सीदोन देश से दूर रहते हैं। सीरिया देश से भी उनका सम्बन्ध नहीं है।