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न्यायियों 18:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

अत: दान कुल के लोगों ने अपने समस्‍त कुल में से पाँच योग्‍य पुरुषों को सोर्आह नगर तथा एश्‍ताओल नगर से देश का भेद लेने और उसकी छान-बीन करने के लिए भेजा। उन्‍होंने उन पुरुषों से कहा, ‘जाओ, और देश की छान-बीन करो।’ वे पाँच पुरुष एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश में मीकाह के घर आए। उन्‍होंने वहाँ रात व्‍यतीत की।

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पवित्र बाइबल

इसलिए दान के परिवार समूह ने पाँच सैनिकों को कुछ भूमि खोजने के लिये भेजा। वे रहने के लिये अच्छा स्थान खोजने गए। वे पाँचों व्यक्ति जोरा और एश्ताओल नगरों के थे। वे इसलिए चुने गए थे कि वे दान के सभी परिवार समूह में से थे। उनसे कहा गया था, “जाओ और किसी भूमि की खोज करो।” पाँचों व्यक्ति एप्रैम प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्र में आए। वे मीका के घर आए और वहीं रात बिताई।

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Hindi Holy Bible

तब दानियों ने अपने सब कुल में से पांच शूरवीरों को सोरा और एशताओल से देश का भेद लेने और उस में देख भाल करने के लिये यह कहकर भेज दिया, कि जा कर देश में देख भाल करो। इसलिये वे एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर तक जा कर वहां टिक गए।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

तब दानियों ने अपने समस्त कुल में से पाँच शूरवीरों को सोरा और एश्ताओल से देश का भेद लेने और उसमें छान–बीन करने के लिये यह कहकर भेज दिया, “जाकर देश में छान–बीन करो।” इसलिये वे एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर तक जाकर वहाँ टिक गए।

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सरल हिन्दी बाइबल

अतः दान वंशजों ने अपने पूरे गोत्र की तरफ़ से पांच आदमी भेजे. ये व्यक्ति ज़ोराह तथा एशताओल नामक नगरों से थे. इन्हें वहां गुप्‍त रूप से जाकर भेद लेना था. उन्हें आदेश दिया गया था, “जाओ, उस देश की छानबीन करो और उसका भेद लो!” वे लोग खोजते हुए एफ्राईम के पहाड़ी इलाके में मीकाह के घर तक आ पहुंचे, और वे वहीं ठहर गए.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

तब दानियों ने अपने समस्त कुल में से पाँच शूरवीरों को सोरा और एश्ताओल से देश का भेद लेने और उसमें छानबीन करने के लिये यह कहकर भेज दिया, “जाकर देश में छानबीन करो।” इसलिए वे एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर तक जाकर वहाँ टिक गए।

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न्यायियों 18:2
20 क्रॉस रेफरेंस  

यूसुफ को उन स्‍वप्‍नों का स्‍मरण हुआ, जो उसने अपने भाइयों के विषय में देखे थे। उसने उनसे कहा, ‘तुम लोग गुप्‍तचर हो, और मिस्र देश के असुरक्षित स्‍थानों का भेद लेने आए हो।’


योजनाएं विचार-विमर्श से निश्‍चित की जाती हैं, युद्ध भी बुद्धिपूर्ण मार्ग-दर्शन में लड़ा जाता है।


मूसा ने उन्‍हें कनान देश का भेद लेने के लिए भेजा और उनसे कहा, ‘यहाँ से नेगेब होकर पहाड़ी प्रदेश में जाओ,


“अथवा कौन ऐसा राजा होगा जो दूसरे राजा से युद्ध करने जाता हो और पहले बैठ कर यह विचार न करे कि जो राजा बीस हजार सैनिकों की फौज के साथ उस पर चढ़ा आ रहा है, क्‍या वह दस हजार सैनिकों की फौज से उसका सामना कर सकता है?


देश के निचले भूमि-प्रदेश में स्‍थित नगर : एश्‍ताओल, सोर्आह, आश्‍नाह,


उनके भूमि-भाग की सीमा-रेखा के अन्‍तर्गत ये नगर थे : सोर्आह, एश्‍ताओल, ईरशामश,


यहोशुअ बेन-नून ने शिट्टीम के पड़ाव से दो गुप्‍तचर गुप्‍तरूप से भेजे। उसने उनसे कहा, ‘जाओ, और उस देश का, विशेषकर यरीहो नगर का अवलोकन करो।’ अत: गुप्‍तचर चले गए। वे यरीहो नगर की एक वेश्‍या के घर में पहुँचे। उसका नाम राहाब था। वे वहीं ठहर गए।


यरीहो नगर के राजा ने यह समाचार सुना: ‘आज रात इस्राएली जाति के कुछ पुरुष हमारे देश का भेद लेने के लिए यहाँ आए हैं।’


सोर्आह नगर में रहनेवाला एक मनुष्‍य था। वह दान कुल का था। उसका नाम मानोह था। उसकी पत्‍नी बांझ थी। उसको सन्‍तान उत्‍पन्न नहीं हुई थी।


तब प्रभु का आत्‍मा उसे सोर्आह नगर और एश्‍ताओल नगर के मध्‍य महनेह-दान में उत्‍प्रेरित करने लगा।


उसके भाई और परिवार के अन्‍य लोग आए। वे उसके शव को उठाकर ले गए। उन्‍होंने शिमशोन के शव को सोर्आह और एश्‍ताओल नगरों के मध्‍य उसके पिता मानोह की कबर में गाड़ दिया। शिमशोन ने बीस वर्ष तक इस्राएलियों पर शासन किया था।


एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश में एक मनुष्‍य रहता था। उसका नाम मीकाह था।


अत: दान कुल के छ: सौ शस्‍त्रधारी सैनिकों ने सोर्आह और एश्‍ताओल नगरों से प्रस्‍थान किया।


वे वहाँ से एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश में पहुँचे। वे मीकाह के घर पर आए।


जब वे मीकाह के घर के निकट थे तब उन्‍होंने लेवीय युवक की आवाज पहचान ली। वे उस ओर मुड़ आए। उन्‍होंने उससे पूछा, ‘कौन व्यक्‍ति आपको यहाँ लाया? आप यहाँ क्‍या कर रहे हैं? यहाँ आपका क्‍या काम है?’


जब वे पाँच पुरुष अपने भाई-बन्‍धुओं के पास सोर्आह और एश्‍ताओल वापस आए तब उनके भाई-बन्‍धुओं ने उनसे पूछा, ‘तुम क्‍या समाचार लाए?’


यह उन दिनों की बात है जब इस्राएली समाज में राजा की प्रथा न थी। लेवी कुल का एक मनुष्‍य था। वह एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश से सुदूर क्षेत्र में प्रवास करता था। उसने यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर की एक स्‍त्री को रखेल के रूप में रख लिया था।


यात्री ने उसको उत्तर दिया, ‘हम यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर से एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश के सुदूर क्षेत्र को जा रहे हैं। मैं, आपका सेवक, वहीं का रहनेवाला हूँ। मैं यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर गया था। अब मैं अपने घर जा रहा हूँ। हमारे गधों के लिए हमारे पास पुआल तथा चारा है। मेरे लिए और आपकी इस सेविका, मेरी स्‍त्री के लिए तथा हमारे साथ यात्रा करने वाले इस सेवक के लिए पर्याप्‍त भोजन और अंगूर का रस है। इस प्रकार हमारे पास किसी वस्‍तु का अभाव नहीं है। तो भी नगर का कोई भी व्यक्‍ति मुझे रात व्‍यतीत करने के लिए अपने घर नहीं ले गया।’