न्यायियों 18:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो पाँच पुरुष लइश नगर का भेद लेने गए थे, उन्होंने अपने भाई-बन्धुओं से यह कहा था, ‘क्या आप जानते हैं कि इन घरों में एपोद, गृह-देवता की मूर्तियाँ और चांदी की ढली-गढ़ी प्रतिमा हैं? अब सोचिए कि हमें ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए।’ पवित्र बाइबल तब उन पाँचों व्यक्तियों ने जिन्होंने लैश की खोज की थी, अपने भाईयों से कहा, “क्या तुम्हें मालूम है कि इन घरों में से एक में एपोद, अन्य घरेलू देवता, एक खुदाईवाली मूर्ति तथा एक ढाली गई मूर्ति है? अब तुम समझते हो कि तुम्हें क्या करना है। जाओ और उन्हें ले आओ।” Hindi Holy Bible तब जो पांच मनुष्य लैश के देश का भेद लेने गए थे, वे अपने भाइयों से कहने लगे, क्या तुम जानते हो कि इन घरों में एक एपोद, कई एक गृहदेवता, एक खुदी और एक ढली हुई मूरत है? इसलिये अब सोचो, कि क्या करना चाहिये। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब जो पाँच मनुष्य लैश के देश का भेद लेने गए थे, वे अपने भाइयों से कहने लगे, “क्या तुम जानते हो कि इन घरों में एक एपोद, कई एक गृहदेवता, एक खुदी और एक ढली हुई मूरत है? इसलिये अब सोचो कि क्या करना चाहिये।” सरल हिन्दी बाइबल तब उन पांच व्यक्तियों ने, जो लायीश का भेद लेने के लिए भेजे गए थे, अपने साथियों से कहा, “क्या आप जानते हैं कि इन घरों में एक एफ़ोद, गृह-देवताओं की मूर्तियां, एक खुदी हुई और एक ढाली गई मूर्ति रखी है? इस कारण अच्छी तरह से सोच-विचार कर लीजिए कि क्या करना सही है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब जो पाँच मनुष्य लैश के देश का भेद लेने गए थे, वे अपने भाइयों से कहने लगे, “क्या तुम जानते हो कि इन घरों में एक एपोद, कई एक गृहदेवता, एक खुदी और एक ढली हुई मूरत है? इसलिए अब सोचो, कि क्या करना चाहिये।” |
प्रिय शिष्य! यदि तू शिक्षा की बातों की ओर कान बन्द कर लेगा, तो निस्सन्देह ज्ञान के द्वार तेरे लिए बन्द हो जाएंगे।
इसी प्रकार इस्राएली बहुत दिनों तक बिना राजा के निवास करेंगे। न उनका कोई शासक होगा, और न वे बलि चढ़ा सकेंगे। उनके न पूजा-स्तम्भ होंगे, और न एपोद और न गृह-देवताओं की मूर्तियाँ।
मीकाह के घर में एक देव-स्थान था। उसने एपोद और गृह-देवता की मूर्तियाँ बनाईं, और अपने एक पुत्र को पुरोहित-पद पर प्रतिष्ठित कर दिया। पुत्र उसका पुरोहित हो गया।
वे वहाँ से मुड़ गए और लेवीय युवक के निवास-स्थान में आए, जो मीकाह के घर में था। उन्होंने उससे उसका हाल-चाल पूछा।
गिद्ओन ने इस सोने से ‘एपोद’ की मूर्ति बनाई और उसको अपने नगर ओप्राह में खड़ा कर दिया। फलत: सब इस्राएलियों ने वहाँ एपोद का अनुसरण कर प्रभु के प्रति वेश्या के सदृश विश्वासघात किया। गिद्ओन और उसके परिवार के लिए एपोद एक फन्दा बन गया।
एक सैनिक उससे बोला, ‘तुम्हारे पिता ने लोगों को कड़ी शपथ दी थी, और यह कहा था : “जो व्यक्ति आज भोजन करेगा, वह अभिशप्त होगा।” इसलिए सैनिक इतने थके-मांदे, अशक्त हैं।’
मीकल ने गृह-देवता की एक मूर्ति ली। उसने उसको पलंग पर लिटा दिया। उसने बकरियों के बालों की बनी हुई एक जाली उसके सिर पर लगा दी, और उसको चादर से ढक दिया।