(किन्तु राजा दाऊद ने यरूशलेम नगर में उसके लिए एक तम्बू गाड़ा था। अत: वह परमेश्वर की मंजूषा को किर्यत-यआरीम नगर से यरूशलेम नगर में ले आया, और उसको उस स्थान में रखा जो उसने उसके लिए तैयार किया था।)
न्यायियों 18:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे वहाँ से चले। उन्होंने यहूदा प्रदेश के किर्यत-यआरीम नगर में पड़ाव डाला। इसलिए आज भी उस स्थान को महनेह-दान कहते हैं। यह किर्यत-यआरीम की पश्चिम दिशा में है। पवित्र बाइबल लैश नगर की यात्रा करते समय वे यहूदा प्रदेश में किर्य्यत्यारीम नगर में रूके। उन्होंने वहाँ डेरा डाला। यही कारण है किर्य्यत्यारीम के पश्चिम का प्रदेश आज तक महनेदान कहा जाता है। Hindi Holy Bible उन्होंने जा कर यहूदा देश के किर्य्यत्यारीम नगर में डेरे खड़े किए। इस कारण उस स्थान का नाम महनेदान आज तक पड़ा है, वह तो किर्य्यत्यारीम के पश्चिम की ओर है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन्होंने जाकर यहूदा देश के किर्यत्यारीम नगर में डेरे खड़े किए। इस कारण उस स्थान का नाम महनेदान आज तक पड़ा है, वह किर्यत्यारीम के पश्चिम की ओर है। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने यहूदिया में जाकर किरयथ-यआरीम नामक स्थान पर अपना पड़ाव खड़ा कर दिया. इस कारण वे आज तक उस जगह को माहानेह-दान के नाम से जानते हैं; यह किरयथ-जियारिम के पश्चिम में स्थित है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन्होंने जाकर यहूदा देश के किर्यत्यारीम नगर में डेरे खड़े किए। इस कारण उस स्थान का नाम महनेदान आज तक पड़ा है, वह तो किर्य्यत्यारीम के पश्चिम की ओर है। |
(किन्तु राजा दाऊद ने यरूशलेम नगर में उसके लिए एक तम्बू गाड़ा था। अत: वह परमेश्वर की मंजूषा को किर्यत-यआरीम नगर से यरूशलेम नगर में ले आया, और उसको उस स्थान में रखा जो उसने उसके लिए तैयार किया था।)
सीमा-रेखा पहाड़ के शिखर से नेपतोह के झरने पर पहुँचती और वहाँ से एप्रोन पर्वत के निकट के नगरों को जाती थी। वहाँ से सीमा-रेखा बालाह (अर्थात् किर्यत-यआरीम) की ओर मुड़ जाती थी।
इस्राएलियों ने प्रस्थान किया, और वे तीन दिन के पश्चात् उनके नगरों में पहुँच गए। उनके ये नगर थे : गिब्ओन, कपीराह, बएरोत और किर्यत-यआरीम।
तब प्रभु का आत्मा उसे सोर्आह नगर और एश्ताओल नगर के मध्य महनेह-दान में उत्प्रेरित करने लगा।
अत: दान कुल के छ: सौ शस्त्रधारी सैनिकों ने सोर्आह और एश्ताओल नगरों से प्रस्थान किया।
अत: उन्होंने किर्यत-यआरीम नगर के निवासियों को दूतों के हाथ यह संदेश भेजा: ‘पलिश्तियों ने प्रभु की मंजूषा लौटा दी है। आओ, और उसको अपने नगर में ले जाओ।’
किर्यत-यआरीम नगर के लोग आए। वे प्रभु की मंजूषा उठाकर चले गए। वे उसको लेकर अबीनादब के घर में लाए, जो पहाड़ी पर स्थित था। उन्होंने प्रभु की मंजूषा का उत्तरदायित्व संभालने के लिए उसके पुत्र एलआजर को पुरोहित पद पर प्रतिष्ठित किया।