पलिश्ती सैनिकों ने शाऊल के वस्त्र उतार लिये। वे उसके शस्त्र और सिर को लेकर चले गए। उन्होंने यह शुभ सन्देश अपने देवताओं की मूर्तियों और जनता को सुनाने के लिए समस्त देश में सन्देश-वाहक भेजे।
न्यायियों 16:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब पलिश्ती लोगों ने शिमशोन को देखा तब वे अपने देवता की स्तुति में यह गीत गाने लगे : ‘हमारे देवता ने, हमारे हाथों में दिया है शिमशोन, शत्रु हमारा; हमारे देश को उजाड़नेवाला, अनेक मनुष्यों का हत्यारा!’ पवित्र बाइबल जब पलिश्ती लोगों ने शिमशोन को देखा तब उन्होंने अपने देवता की प्रशंशा की। उन्होंने कहा, “इस व्यक्ति ने हमारे लोगों को नष्ट किया! इस व्यक्ति ने हमारे अनेक लोगों को मारा! किन्तु हमारे देवता ने हमारे शत्रु को पकड़वाने में हमारी मदद की!” Hindi Holy Bible और जब लोगों ने उसे देखा, तब यह कहकर अपने देवता की स्तुति की, कि हमारे देवता ने हमारे शत्रु और हमारे देश के नाश करने वाले को, जिसने हम में से बहुतों को मार भी डाला, हमारे हाथ में कर दिया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और जब लोगों ने उसे देखा, तब यह कहकर अपने देवता की बड़ाई की, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु, और हमारे देश का नाश करनेवाले को, जिस ने हम में से बहुतों को मार भी डाला, हमारे हाथ में कर दिया है।” सरल हिन्दी बाइबल जब लोगों ने शिमशोन को देखा, उन्होंने अपने देवता की स्तुति में कहा, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु को हमारे वश में कर दिया है, वह हमारे देश को नाश करता रहा, उसने हमारी प्रजा के बहुतों को मार गिराया है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जब लोगों ने उसे देखा, तब यह कहकर अपने देवता की स्तुति की, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु और हमारे देश का नाश करनेवाले को, जिसने हम में से बहुतों को मार भी डाला, हमारे हाथ में कर दिया है।” |
पलिश्ती सैनिकों ने शाऊल के वस्त्र उतार लिये। वे उसके शस्त्र और सिर को लेकर चले गए। उन्होंने यह शुभ सन्देश अपने देवताओं की मूर्तियों और जनता को सुनाने के लिए समस्त देश में सन्देश-वाहक भेजे।
समस्त मूर्तिपूजक, निस्सार मूर्तियों पर गर्व करनेवाले लज्जित होते हैं। देवतागण प्रभु को दण्डवत् करते हैं।
अब, हे हमारे प्रभु परमेश्वर, कृपाकर हमें सनहेरिब के हाथ से बचा, जिससे पृथ्वी के सब राज्यों को ज्ञात हो जाए कि केवल तू ही प्रभु है।”
किन्तु मुझे अपने नाम के हेतु अपना निश्चय त्यागना पड़ा। मैंने अपना क्रोध कार्य-रूप में परिणत नहीं किया, जिससे मेरा नाम उन राष्ट्रों की दृष्टि में अपवित्र न हो जाए, जिनके सामने से मैं इस्राएलियों को निकालकर लाया था।
तुमने स्वर्ग में विराजमान अधिपति के प्रति अहंकार में सिर उठाया और उसके मन्दिर के पवित्र पात्र तुम्हारे सम्मुख प्रस्तुत किए गए, और तुमने, तुम्हारे सामन्तों ने, तुम्हारी रानियों और रखेलों ने उन पात्रों में शराब डाल कर पी। तुमने शराब पीकर चांदी-सोना, पीतल, लोहे, लकड़ी और पाषाण के देवताओं की मूर्तियों की स्तुति की, जो न तो देख सकती हैं, न सुन सकती हैं, और न कुछ समझती ही हैं। ओ बेलशस्सर! जिस परमेश्वर के हाथ में तुम्हारे प्राण हैं, जो तुम्हारे जीवन को अपने नियंत्रण में रखता है, उसका सम्मान तुमने नहीं किया।
वे शराब पीकर स्वर्ण, चांदी, पीतल, लोहे, लकड़ी और पाषाण की देवताओं की मूर्तियों की स्तुति करने लगे।
अत: मछुआ अपने जाल के सम्मुख बलि चढ़ाता है। वह महाजाल के सामने धूप जलाता है। जाल और महाजाल के द्वारा ही वह सुख से जीवन बिताता है, घी-चुपड़ी रोटी खाता है।
पर मुझे शत्रुओं की चिढ़ का भय था; ऐसा न हो कि उनके बैरियों को भ्रम हो, और वे यह कहें, “हमने अपने भुजबल से विजय प्राप्त की है। प्रभु ने यह सब नहीं किया।”
पृथ्वी के निवासी इनके कारण उल्लसित हो कर आनन्द मनायेंगे और एक दूसरे को उपहार देंगे, क्योंकि ये दो नबी पृथ्वी के निवासियों को सताया करते थे।
जब शिमशोन लेही नगर पहुँचा तब पलिश्ती विजय के नारे लगाते हुए उससे भेंट करने के लिए आए। तब प्रभु का आत्मा वेगपूर्वक शिमशोन पर उतरा। उसकी बाहों पर बंधी रस्सियाँ आग से जले हुए सन के रेशों के समान हो गईं। उसके हाथों के बन्धन मानो गल कर टूट गए।
शिमशोन ने यह कहा : ‘गधे की हड्डी से ढेरों-ढेर मनुष्य, गधे की हड्डी से मैंने मारे हजार पुरुष!’
वह उन पर टूट पड़ा। उसने उनकी लाशों का ढेर लगा दिया। उसने उनका भयानक संहार किया। उसके बाद वह ऐटाम की चट्टान की ओर चला गया, और वहाँ एक गुफा में रहने लगा।
जब वे प्रसन्नचित थे तब उन्होंने कहा, ‘शिमशोन को बुलाओ। वह हमारा मनोरंजन करेगा।’ अत: उन्होंने शिमशोन को बन्दीगृह से बुला लिया। शिमशोन ने उनका मनोरंजन किया। तत्पश्चात् उन्होंने शिमशोन को भवन के खंभों के मध्य खड़ा कर दिया।
उन्होंने शाऊल का सिर काट लिया, और उसके शस्त्र उतार लिये। उसके बाद उन्होंने समस्त पलिश्ती देश में दूतों को भेजा कि वे मूर्ति-प्रतिष्ठान के स्थानों में तथा जन-साधारण को विजय का सन्देश सुनाएं।