पलिश्ती सैनिकों ने शाऊल के शस्त्र अपने देवताओं के मन्दिर में रख दिए, और शाऊल की खोपड़ी को दागोन देवता के मन्दिर में लटका दिया।
न्यायियों 16:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पलिश्ती सामंत अपने देवता दागोन को महाबलि चढ़ाने और आनन्द मनाने के लिए एकत्र हुए। वे यह कहते थे, ‘हमारे देवता ने, हमारे हाथों में दिया है शिमशोन, शत्रु हमारा’ पवित्र बाइबल पलिश्ती लोगों के शासक उत्सव मनाने के लिए एक स्थान पर इकट्ठे हुए। वे अपने देवता दागोन को एक बड़ी भेंट चढ़ाने जा रहे थे। उन्होंने कहा, “हम लोगों के देवता ने हमारे शत्रु शिमशोन को हराने में सहायता की है।” Hindi Holy Bible तब पलिश्तियों के सरदार अपने दागोन नाम देवता के लिये बड़ा यज्ञ, और आनन्द करने को यह कहकर इकट्ठे हुए, कि हमारे देवता ने हमारे शत्रु शिमशोन को हमारे हाथ में कर दिया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब पलिश्तियों के सरदार अपने दागोन नामक देवता के लिये बड़ा बलिदान चढ़ाने और आनन्द करने को यह कहकर इकट्ठे हुए, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु शिमशोन को हमारे हाथ में कर दिया है।” सरल हिन्दी बाइबल फिलिस्तीनी प्रधानों ने अपने देवता दागोन के सम्मान में आनंद उत्सव और विशेष बलि का आयोजन किया. उनका विचार था, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु शिमशोन को हमारे हाथों में सौंप दिया है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब पलिश्तियों के सरदार अपने दागोन नामक देवता के लिये बड़ा यज्ञ, और आनन्द करने को यह कहकर इकट्ठे हुए, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु शिमशोन को हमारे हाथ में कर दिया है।” |
पलिश्ती सैनिकों ने शाऊल के शस्त्र अपने देवताओं के मन्दिर में रख दिए, और शाऊल की खोपड़ी को दागोन देवता के मन्दिर में लटका दिया।
मेरे पुत्र, अपने शत्रु के पतन से आनन्दित मत होना; जब उसको ठोकर लगे तब तू हृदय में आनन्द मत मनाना।
क्या किसी राष्ट्र ने अपने देवता ही बदल दिए, फिर चाहे वे झूठे ही क्यों न हों? परन्तु मेरे निज लोगों ने अपने महिमामय परमेश्वर को निरर्थक मूर्तियों से बदल लिया!
राष्ट्र के लोग अपने-अपने देवता के नाम पर चलते हैं; पर हम सदा-सर्वदा अपने प्रभु परमेश्वर के नाम पर चलेंगे।
किन्तु जैसा धर्मग्रन्थ में कहा गया है, “जो बलि चढ़ायी जाती है वह परमेश्वर को नहीं, बल्कि भूतों को चढ़ायी जाती है।” मैं यह नहीं चाहता कि आप लोग भूतों के सहभागी बनें।
उन्होंने शाऊल का सिर काट लिया, और उसके शस्त्र उतार लिये। उसके बाद उन्होंने समस्त पलिश्ती देश में दूतों को भेजा कि वे मूर्ति-प्रतिष्ठान के स्थानों में तथा जन-साधारण को विजय का सन्देश सुनाएं।