किन्तु पुत्र को देख कर किसानों ने एक दूसरे से कहा, ‘यह तो उत्तराधिकारी है। चलो, हम इसे मार डालें और इसकी पैतृक-सम्पत्ति पर कब्जा कर लें।’
न्यायियों 16:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) गाजा नगर के रहने वालों को यह समाचार मिला, ‘शिमशोन आया है।’ उन्होंने घेराबन्दी कर ली। वे रात भर नगर के प्रवेश-द्वार पर घात लगाकर बैठे रहे। उन्होंने रात में कार्यवाही नहीं की। वे यह कहते थे, ‘हम सबेरा होने तक प्रतीक्षा करेंगे। तब शिमशोन का वध करेंगे।’ पवित्र बाइबल किसी ने अज्जा के लोगों से कहा, “शिमशोन यहाँ आया है।” वे उसे जान से मार डालना चाहते थे। इसलिए उन्होंने नगर को घेर लिया। वे छिपे रहे और वे नगर—द्वार के पास छिप गये और सारी रात शिमशोन की प्रतीक्षा किया। वे पूरी रात एकदम चुप रहे। उनहोंने आपस में कहा, “जब सवेरा होगा, हम लोग शिमशोन को मार डालेंगे।” Hindi Holy Bible जब अज्जियों को इसका समाचार मिला कि शिमशोन यहां आया है, तब उन्होंने उसको घेर लिया, और रात भर नगर के फाटक पर उसकी घात में लगे रहे; और यह कहकर रात भर चुपचाप रहे, कि बिहान को भोर होते ही हम उसको घात करेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब गाज़ावासियों को इसका समाचार मिला कि शिमशोन यहाँ आया है, तब उन्होंने उसको घेर लिया, और रात भर नगर के फाटक पर उसकी घात में लगे रहे; और यह कहकर रात भर चुपचाप रहे, कि भोर होते ही हम उसको घात करेंगे। सरल हिन्दी बाइबल अज्जावासियों को बताया गया: “शिमशोन यहां आया हुआ है.” यह सुन उन्होंने उस स्थान को घेर लिया और सारी रात नगर के फाटक पर घात लगाए बैठे रहे. सारी रात वे चुपचाप रहे. उनकी योजना थी: “हम सुबह होने का इंतजार करेंगे, और भोर में हम उसकी हत्या कर देंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब गाज़ावासियों को इसका समाचार मिला कि शिमशोन यहाँ आया है, तब उन्होंने उसको घेर लिया, और रात भर नगर के फाटक पर उसकी घात में लगे रहे; और यह कहकर रात भर चुपचाप रहे, कि भोर होते ही हम उसको घात करेंगे। |
किन्तु पुत्र को देख कर किसानों ने एक दूसरे से कहा, ‘यह तो उत्तराधिकारी है। चलो, हम इसे मार डालें और इसकी पैतृक-सम्पत्ति पर कब्जा कर लें।’
जब प्रात:काल हुआ तब सब महापुरोहितों और समाज के धर्मवृद्धों ने परस्पर परामर्श किया कि येशु को मार डाला जाए।
इसलिए आप धर्म-महासभा की सहमति से सेना-नायक को सूचित करें कि वह पौलुस को आप के पास भेज दें मानो आप और अच्छी तरह उसके मामले की जाँच करना चाहते हैं। उसके यहाँ पहुँचने से पहले ही हम उसे मार देने के लिए तैयार हैं।”
किन्तु शाऊल को उनके षड्यन्त्र का पता चल गया। वे उन्हें मार डालने के उद्देश्य से दिन-रात शहर के फाटकों पर कड़ा पहरा दे रहे थे;
शिमशोन को बड़ी प्यास लगी। उसने प्रभु को पुकारा। उसने कहा, ‘तूने अपने सेवक के हाथ में यह महान् विजय प्रदान की है। अब क्या मैं प्यास से मर जाऊंगा, और बेखतना पलिश्तियों के हाथ में पड़ जाऊंगा?’
परन्तु शिमशोन आधी रात तक शय्या पर लेटा रहा। वह आधी रात को शय्या पर से उठा। उसने नगर के प्रवेश-द्वार के पल्लों और बाजुओं को पकड़ा और छड़ के साथ सब को उखाड़ लिया। उसने उन्हें अपने कंधों पर रखा, और उनको पहाड़ी की चोटी पर ले गया, जो हेब्रोन नगर के सम्मुख है।
शाऊल ने दाऊद पर नजर रखने के लिए उसी रात उसके घर दूत भेजे कि वे सबेरे उसकी हत्या कर दें। किन्तु दाऊद की पत्नी मीकल ने उसे यह बात बता दी। मीकल ने कहा, ‘यदि तुम आज रात भाग कर अपने प्राण की रक्षा नहीं करोगे तो कल तुम्हारी हत्या कर दी जाएगी।’
शाऊल और उसके सैनिक पहाड़ की एक ओर गए, और दाऊद तथा उसके सैनिक पहाड़ की दूसरी ओर। शाऊल और उसके सैनिक दाऊद तथा उसके सैनिकों पर पीछे से हमला कर उन्हें पकड़ना चाहते थे। दाऊद शाऊल के समीप से दूर जाने के लिए जल्दी कर रहा था।