‘शाऊल और योनातन, जो प्रिय एवं प्रीतिकर थे; वे जीवन और मृत्यु में कभी अलग नहीं हुए। वे बाज से अधिक वेगवान थे; वे सिंह से अधिक बलवान थे।
न्यायियों 14:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तिम्नाह नगर के निवासियों ने सातवें दिन, सूर्यास्त के पूर्व शिमशोन से कहा : ‘मधु से अधिक मधुर और क्या वस्तु है? सिंह से अधिक शक्तिमान और कौन प्राणी है?’ पर शिमशोन ने कहा, ‘यदि तुम मेरी कलोर को हल में न जोतते, तो मेरी पहेली का अर्थ बूझ न पाते!’ पवित्र बाइबल इस प्रकार दावत वाले सातवें दिन सूरज के डूबने से पहले पलिश्ती लोगों के पास पहेली का उत्तर था। वे शिमशोन के पास आए और उन्होंने कहा, “शहद से मीठा क्या है? सिंह से अधिक शक्तिशाशी कौन है?” तब शिमशोन ने उनसे कहा, “यदि तुम ने मेरी गाय को न जोता होता तो, मेरी पहेली का हल नहीं निकाल पाए होते!” Hindi Holy Bible तब सातवें दिन सूर्य डूबने न पाया कि उस नगर के मनुष्यों ने शिमशोन से कहा, मधु से अधिक क्या मीठा? और सिंह से अधिक क्या बलवन्त है? उसने उन से कहा, यदि तुम मेरी कलोर को हल में न जोतते, तो मेरी पहेली को कभी न बूझते॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब सातवें दिन सूर्य डूबने न पाया था कि उस नगर के मनुष्यों ने शिमशोन से कहा, “मधु से अधिक क्या मीठा? और सिंह से अधिक क्या बलवन्त है?” उसने उनसे कहा, “यदि तुम मेरी कलोर को हल में न जोतते, तो मेरी पहेली को कभी न बूझते।” सरल हिन्दी बाइबल सातवें दिन सूरज डूबने के पहले, उन नगरवासियों ने जाकर शिमशोन से कहा, “क्या हो सकता है शहद से मीठा? कौन है शेर से अधिक बलवान? “शिमशोन ने उनसे कहा, “यदि तुमने मेरी बछिया से खेत न जोता होता, तो मेरी पहेली का उत्तर बिन सुलझा ही रहता.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब सातवें दिन सूर्य डूबने न पाया कि उस नगर के मनुष्यों ने शिमशोन से कहा, “मधु से अधिक क्या मीठा? और सिंह से अधिक क्या बलवन्त है?” उसने उनसे कहा, “यदि तुम मेरी बछिया को हल में न जोतते, तो मेरी पहेली को कभी न समझते” |
‘शाऊल और योनातन, जो प्रिय एवं प्रीतिकर थे; वे जीवन और मृत्यु में कभी अलग नहीं हुए। वे बाज से अधिक वेगवान थे; वे सिंह से अधिक बलवान थे।
चारों के चेहरे का रूप इस प्रकार था : प्रत्येक प्राणी का चेहरा सामने की ओर मनुष्य के समान था, दाहिनी ओर सिंह का था, और बायीं ओर बैल का तथा पीछे की ओर गरुड़ का।
शिमशोन की पत्नी सातवें दिन तक, जिस दिन विवाह-भोज समाप्त हुआ, उसके सम्मुख रोती रही। जब पत्नी ने शिमशोन पर बहुत दबाव डाला तब उसने सातवें दिन उसे पहेली का अर्थ बता दिया। अत: शिमशोन की पत्नी ने अपने देश के लोगों को पहेली का अर्थ बता दिया।
तब प्रभु का आत्मा वेगपूर्वक शिमशोन पर उतरा, और वह अश्कलोन को चला गया। उसने अश्कलोन नगर के तीस पुरुषों का वध कर दिया। उसने उनके वस्त्र उतार लिये, और उनको उत्सव के वस्त्र के रूप में उन लोगों को दे दिया, जिन्होंने पहेली का अर्थ बताया था। तत्पश्चात् वह क्रोध में भरा हुआ अपने पिता के घर चला गया।