याकूब उसी रात उठा। उसने अपनी दोनों पत्नियों और दोनों सेविकाओं एवं ग्यारह पुत्रों को लेकर यब्बोक नदी का घाट पार किया।
न्यायियों 11:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अम्मोनियों के राजा ने यिफ्ताह के दूतों को उत्तर दिया, ‘जब इस्राएली मिस्र देश से आ रहे थे, तब उन्होंने मेरा देश, अर्नोन नदी से यब्बोक नदी और यर्दन नदी तक का भूमि-क्षेत्र, छीन लिया था। अब यह भूमि-क्षेत्र मुझे शान्तिपूर्वक लौटा दो।’ पवित्र बाइबल अम्मोनी लोगों के राजा ने यिप्तह के दूत से कहा, “हम लोग इस्राएल के लोगों से इसलिए लड़ रहे हैं क्योंकि इस्राएल के लोगों ने हमारी भूमि तब ले ली जब वे मिस्र से आए थे। उन्होंने हमारी भूमि अर्नोन नदी से यब्बोक नदी और वहाँ से यरदन नदी तक ले ली और अब इस्राएल के लोगों से कहो कि वे हमारी भूमि हमें शान्तिपूर्वक वापस दे दें।” Hindi Holy Bible अम्मोनियों के राजा ने यिप्तह के दूतों से कहा, कारण यह है, कि जब इस्राएली मिस्र से आए, तब अर्नोन से यब्बोक और यरदन तक जो मेरा देश था उसको उन्होंने छीन लिया; इसलिये अब उसको बिना झगड़ा किए फेर दे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अम्मोनियों के राजा ने यिप्तह के दूतों से कहा, “कारण यह है कि जब इस्राएली मिस्र से आए, तब अर्नोन से यब्बोक और यरदन तक जो मेरा देश था उसको उन्होंने छीन लिया; इसलिये अब उसको बिना झगड़ा किए फेर दे।” सरल हिन्दी बाइबल अम्मोन वंशजों के राजा ने यिफ्ताह के दूतों को उत्तर दिया, “मिस्र से निकलकर आते हुए इस्राएल ने आरनोन से लेकर यब्बोक तथा यरदन तक की भूमि पर कब्जा कर लिया था. इसलिये अब सही होगा कि शांतिपूर्वक यह भूमि हमें लौटा दी जाए.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अम्मोनियों के राजा ने यिप्तह के दूतों से कहा, “कारण यह है, कि जब इस्राएली मिस्र से आए, तब अर्नोन से यब्बोक और यरदन तक जो मेरा देश था उसको उन्होंने छीन लिया; इसलिए अब उसको बिना झगड़ा किए लौटा दे।” |
याकूब उसी रात उठा। उसने अपनी दोनों पत्नियों और दोनों सेविकाओं एवं ग्यारह पुत्रों को लेकर यब्बोक नदी का घाट पार किया।
झूठी गवाही देनेवाला अवश्य दण्ड पाएगा; जो झूठ बोलता है, वह निस्सन्देह नष्ट हो जाएगा।
तुम केवल अम्मोन वंशियों के देश के निकट, अर्थात् यब्बोक नदी के समस्त तटीय प्रदेश, पहाड़ी क्षेत्र के नगरों तथा अपने प्रभु परमेश्वर द्वारा वर्जित स्थानों के निकट नहीं गए थे।
मैंने रूबेन वंशियों और गाद वंशियों को गिलआद प्रदेश से अर्नोन नदी तक का क्षेत्र दिया था। अर्नोन घाटी का मध्य क्षेत्र उनकी सीमा थी, और अम्मोनियों की सीमा, यब्बोक नदी तक थी।
यिफ्ताह ने अम्मोनियों के राजा के पास दूतों के हाथ से यह सन्देश भेजा : ‘इस्राएलियों ने क्या अपराध किया है कि आप मेरे देश से युद्ध करने के लिए आए हैं?’