एलियाह ने उत्तर दिया, ‘हाँ, मैं हूं। पर इस्राएल प्रदेश का संकट उत्पन्न करनेवाला मैं नहीं हूं। वरन् तुमने और तुम्हारे पितृ-कुल ने संकट उत्पन्न किया है; क्योंकि तुमने प्रभु की आज्ञाओं को त्याग दिया, और बअल देवता का अनुसरण किया।
नीतिवचन 5:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दुर्जन व्यक्ति अपने दुष्कर्मों के जाल में फंसता है; वह अपने पापों के बन्धन में बन्ध जाता है। पवित्र बाइबल दुष्ट के बुरे कर्म उसको बान्ध लेते हैं। उसका ही पाप जाल उसको फँसा लेता है। Hindi Holy Bible दुष्ट अपने ही अधर्म के कर्मों से फंसेगा, और अपने ही पाप के बन्धनों में बन्धा रहेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दुष्ट अपने ही अधर्म के कर्मों से फँसेगा, और अपने ही पाप के बन्धनों में बँधा रहेगा। नवीन हिंदी बाइबल दुष्ट अपने ही अधर्म के कामों में फँसेगा, और अपने ही पाप के बंधनों में जकड़ा रहेगा। सरल हिन्दी बाइबल दुष्ट के अपराध उन्हीं के लिए फंदा बन जाते हैं; बड़ा सशक्त होता है उसके पाप का बंधन. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दुष्ट अपने ही अधर्म के कर्मों से फँसेगा, और अपने ही पाप के बन्धनों में बन्धा रहेगा। |
एलियाह ने उत्तर दिया, ‘हाँ, मैं हूं। पर इस्राएल प्रदेश का संकट उत्पन्न करनेवाला मैं नहीं हूं। वरन् तुमने और तुम्हारे पितृ-कुल ने संकट उत्पन्न किया है; क्योंकि तुमने प्रभु की आज्ञाओं को त्याग दिया, और बअल देवता का अनुसरण किया।
पर जब एस्तर सम्राट क्षयर्ष के सम्मुख प्रस्तुत हुई तब सम्राट ने यह लिखित राजाज्ञा प्रसारित की : “जो अनिष्टकारी षड्यन्त्र हामान ने यहूदियों के विरुद्ध रचा है, उसका प्रतिफल स्वयं हामान के सिर पर पड़े। हामान और उसके पुत्र फांसी-स्तम्भों पर लटका दिए जाएं” ।’
असंख्य बुराइयों ने मेरे विरुद्ध घेरा डाला है, कुकर्मों ने मुझे दबा दिया है। अत: मैं दृष्टि ऊपर उठाने में असमर्थ हूँ। कुकर्म मेरे सिर के बालों से कहीं अधिक हैं। मेरा हृदय हताश हो गया है।
राष्ट्र उस गड्ढे में गिर पड़े, जो उन्होंने खोदा था, वे स्वयं उस जाल में फंस गए, जो उन्होंने बिछाया था।
दुर्जन अपनी ही हत्या के लिए घात लगाते हैं; वे मानो अपने ही प्राण लेने के लिए छिपकर बैठते हैं।
निष्कपट मनुष्य का मार्गदर्शन उसकी निष्कपटता करती है; परन्तु कपटी व्यक्ति अपने कपट के कारण स्वयं नष्ट हो जाता है।
निर्दोष मनुष्य अपनी धार्मिकता के कारण अपने जीवनमार्ग में सीधा चलता है। किन्तु दुर्जन की दुर्जनता के कारण उसका पतन हो जाता है।
निष्कपट मनुष्य की रक्षा उसकी धार्मिकता करती है, पर विश्वासघाती मनुष्य अपनी वासना के जाल में फंस जाता है।
मनुष्य को अपने वचनों के फल के अनुरूप उत्तम वस्तुएं प्राप्त होती हैं, और वह सन्तुष्ट होता है; मनुष्य जैसा कार्य करता है वैसा ही उसको फल मिलता है।
दुर्जन को उसके दुष्कर्म ही उखाड़ फेंकते हैं, पर धार्मिक मनुष्य अपनी सत्यनिष्ठा के कारण आश्रय पाता है।
यदि तू कहेगा, ‘हम उनको नहीं जानते।’ तो, मेरे पुत्र, हृदय को तौलनेवाला परमेश्वर तेरे विचार को जानता है; तेरी आत्मा की चौकसी करनेवाला परमेश्वर तेरा अभिप्राय जानता है। क्या वह तेरे कर्म के अनुसार तुझे फल नहीं देगा?
जो मनुष्य दूसरे के लिए गड्ढा खोदता है, वह स्वयं उसमें गिरता है। जो मनुष्य दूसरे के लिए फन्दा लगाता है, वह खुद उसमें फंस जाता है।
तब मैंने मृत्यु से अधिक कड़ा सत्य प्राप्त किया : अर्थात् वह स्त्री, जिसका हृदय फन्दा है, जिसका मन जाल है, जिसके हाथ जंजीर हैं। केवल वही पुरुष उससे बच सकता है, जिससे परमेश्वर प्रसन्न रहता है, अन्यथा पापी पुरुष उसका शिकार हो जाता है।
तेरा दुष्कर्म ही तुझे ताड़ना देगा और तेरा ईश-त्याग ही तुझे दंडित करेगा। ओ इस्राएल, तू यह बात जान, और स्वयं अपनी आंखों से देख, कि अपने प्रभु परमेश्वर को त्यागना तेरे लिए कितना अनिष्टकारी और कटु है। तेरे हृदय में मेरे लिए कोई भय नहीं है,’ स्वर्गिक सेनाओं के स्वामी प्रभु की यह वाणी है।
‘मेरे अपराधों का जूआ मुझ पर रखा गया; स्वयं प्रभु ने अपने हाथ से रस्सी के सदृश मेरे अपराधों को बुना है। जूआ मेरी गर्दन पर बांधा गया; स्वामी ने मेरी शक्ति क्षीण कर दी, और मुझे उन लोगों के हाथ में सौंप दिया जिनका सामना मैं नहीं कर सकती।
‘प्रभु का दिन समस्त राष्ट्रों के समीप आ पहुंचा। और एसाव, जैसा तूने अपने भाई के साथ किया, वैसा ही तेरे साथ किया जाएगा। तेरे दुष्कर्म तेरे सिर पर ही पड़ेंगे।
परन्तु यदि तुम ऐसा न करोगे, तो प्रभु के प्रति पाप करोगे। इस बात को जान लो, तुम्हारा पाप तुम्हें ढूंढ़ निकालेगा।
आप लोगों में विवाह सम्मानित और दाम्पत्य जीवन अदूषित हो; क्योंकि परमेश्वर लम्पटों और व्यभिचारियों का न्याय करेगा।
तब इस्राएली सैनिकों ने लौटकर अपना पीछा करनेवालों पर आक्रमण कर दिया। बिन्यामिनी सैनिक आतंकित हो गए, क्योंकि उन्होंने देखा कि संकट उनके सन्निकट है!
इसके अतिरिक्त जो बुराई शकेम नगर के लोगों ने की थी, उसको भी परमेश्वर ने उन्हीं के सिर लौटा दिया! यरूब्बअल के पुत्र योताम का श्राप भी उन पर पड़ा।