दाऊद भूमि पर से उठा। उसने स्नान किया। तेल लगाया। अपने वस्त्र बदले। तत्पश्चात् वह प्रभु के शिविर में गया। वहाँ उसने झुककर प्रभु की आराधना की। उसके बाद वह अपने महल को लौटा। उसने भोजन मांगा। सेवकों ने उसके सम्मुख भोजन परोस दिया।
नीतिवचन 3:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अपनी ही दृष्टि में स्वयं को बुद्धिमान मत मानना; प्रभु से डरना और बुराई से मुंह फेरना। पवित्र बाइबल अपनी ही आँखों में तू बुद्धिमान मत बन, यहोवा से डरता रह और पाप से दूर रह। Hindi Holy Bible अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना। नवीन हिंदी बाइबल तू अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न बन; यहोवा का भय मान, और बुराई से दूर रह। सरल हिन्दी बाइबल अपनी ही दृष्टि में स्वयं को बुद्धिमान न मानना; याहवेह के प्रति भय मानना, और बुराई से अलग रहना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना। (रोम. 12:16) |
दाऊद भूमि पर से उठा। उसने स्नान किया। तेल लगाया। अपने वस्त्र बदले। तत्पश्चात् वह प्रभु के शिविर में गया। वहाँ उसने झुककर प्रभु की आराधना की। उसके बाद वह अपने महल को लौटा। उसने भोजन मांगा। सेवकों ने उसके सम्मुख भोजन परोस दिया।
मुझसे पहले के राज्यपालों ने जनता पर भारी बोझ डाला था। वे जनता से प्रति व्यक्ति कर के रूप में चांदी के चालीस सिक्कों के अतिरिक्त भोजन-वस्तु और अंगूररस भी लेते थे। इतना ही नहीं, उनके सरकारी कर्मचारी भी जनता पर अधिकार जताया करते थे। परन्तु मैं ऐसा नहीं करता था, क्योंकि मैं परमेश्वर से डरता था।
ऊत्स देश में एक मनुष्य रहता था। उसका नाम अय्यूब था। वह प्रत्येक दृष्टि से सिद्ध और निष्कपट था। वह परमेश्वर से डरता और बुराई से दूर रहता था।
परमेश्वर ने मनुष्य से कहा, “देखो, मुझ-प्रभु की भक्ति करना ही बुद्धिमानी है; और बुराई से दूर रहना ही समझदारी है!” ’
मूसा लोगों से बोले। ‘मत डरो; क्योंकि परमेश्वर तुम्हें परखने आया है कि उसका भय तुम्हारी आंखों के सम्मुख बना रहे और तुम पाप न करो।’
बुद्धिमान मनुष्य सावधान रहता, और बुराई से बचता है, किन्तु मूर्ख मनुष्य लापरवाह होता, और ढीठ बनकर दुराचरण करता है।
दुष्कर्म का प्रायश्चित्त करुणा और सच्चाई है; प्रभु की भक्ति करने से मनुष्य बुराई से बचा रहता है।
यदि तुझे ऐसा मनुष्य मिले, जो स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान मानता है, तो उस मनुष्य से अधिक मूर्ख का भविष्य उज्ज्वल है।
मूर्ख को उसकी मूर्खता के अनुरूप उत्तर देना; अन्यथा वह स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान समझेगा।
धनवान मनुष्य स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान समझता है, परन्तु समझदार गरीब उसकी बुद्धिमानी की वास्तविकता को पहचान जाता है।
जो मनुष्य केवल अपने ऊपर भरोसा रखता है, वह मूर्ख है; पर बुद्धि के मार्ग पर चलनेवाला मनुष्य बचाया जाएगा।
बुराई से घृणा करना ही प्रभु की भक्ति करना है; मैं घमण्ड, अहंकार और दुराचरण से, छल-कपटपूर्ण बातों से घृणा करती हूं।
जो कुछ तुमने सुना, उसका सार यह है : तुम परमेश्वर पर श्रद्धा रखो, और उसकी आज्ञाओं का पालन करो; क्योंकि मनुष्य का सम्पूर्ण धर्म यही है।
भाइयो और बहिनो! कहीं ऐसा न हो कि आप अपने को बहुत बुद्धिमान समझ बैठें। इसलिए मैं आप लोगों पर यह रहस्य प्रकट करना चाहता हूँ—इस्राएल का एक भाग तब तक अन्धा बना रहेगा, जब तक गैर-यहूदियों की पूरी जनसंख्या का प्रवेश न हो जाये।
आपस में मेल-मिलाप का भाव बनाये रखें। घमण्डी न बनें, बल्कि दीन-दु:खियों से मिलते-जुलते रहें। अपने आप को बुद्धिमान् न समझें।