मैं गरीबों के लिए उनका पिता था; मैं अपरिचितों के मुकदमे की भी जांच- पड़ताल करता और उनकी सहायता करता था।
नीतिवचन 29:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धार्मिक मनुष्य गरीब के अधिकार की रक्षा करता है, किन्तु दुर्जन उसको समझता नहीं। पवित्र बाइबल सज्जन चाहते हैं कि गरीबों को न्याय मिले किन्तु दुष्टों को उनकी तनिक चिन्ता नहीं होती। Hindi Holy Bible धर्मी पुरूष कंगालों के मुकद्दमे में मन लगाता है; परन्तु दुष्ट जन उसे जानने की समझ नहीं रखता। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) धर्मी पुरुष कंगालों के मुक़द्दमे में मन लगाता है; परन्तु दुष्ट जन उसे जानने की समझ नहीं रखता। नवीन हिंदी बाइबल धर्मी मनुष्य निर्धनों के अधिकारों के बारे में सोचता है, परंतु दुष्ट उनकी चिंता नहीं करता। सरल हिन्दी बाइबल धर्मी को सदैव निर्धन के अधिकारों का बोध रहता है, किंतु दुष्ट को इस विषय का ज्ञान ही नहीं होता. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 धर्मी पुरुष कंगालों के मुकद्दमे में मन लगाता है; परन्तु दुष्ट जन उसे जानने की समझ नहीं रखता। |
मैं गरीबों के लिए उनका पिता था; मैं अपरिचितों के मुकदमे की भी जांच- पड़ताल करता और उनकी सहायता करता था।
‘जब मेरे नौकर अथवा नौकरानी ने मेरे विरुद्ध मुझसे शिकायत की और यदि मैंने उसकी शिकायत नहीं सुनी,
अथवा यदि मैंने नगर के प्रवेश-द्वार पर अपने सहायकों को देखकर किसी पितृहीन व्यक्ति पर हाथ उठाया है
मैं तेरी करुणा से हर्षित और सुखी होऊंगा; क्योंकि तूने मेरी पीड़ा को देखा है। तूने मेरे प्राण के संकट को पहचाना
धन्य है वह मनुष्य जो निर्बल की देखभाल करता है। प्रभु संकट के दिन उसको मुक्त करता है।
जो मनुष्य गरीब की दुहाई सुनकर कान बन्द कर लेता है, वह जब स्वयं सहायता के लिए पुकारेगा तब उसकी दुहाई भी नहीं सुनी जाएगी।
वे मोटे हो गए हैं, उनके शरीर पर चर्बी चढ़ गई है। उनके लिए दुष्कर्म करने की कोई सीमा नहीं है वे निष्पक्ष होकर न्याय नहीं करते। वे अनाथों के न्याय की उपेक्षा कर अपना उल्लू सीधा करते हैं। वे गरीबों के हक की रक्षा नहीं करते।
तेरे निवासी अपने माता-पिता का आदर नहीं करते। तुझ में अस्थायी रूप से प्रवास करनेवाले विदेशियों पर अत्याचार होता है। अनाथ बच्चों और विधवाओं को न्याय नहीं मिलता है।
भाइयो और बहिनो! यदि यह पता चले कि किसी ने कोई अपराध किया है, तो आप लोग, जो आध्यात्मिक हैं, उसे नम्रतापूर्वक सुधारें। आप स्वयं सावधान रहें: कहीं ऐसा न हो कि आप भी प्रलोभन में पड़ जायें।
स्वामी, मेरे उजड्ड पति नाबाल की बात पर ध्यान मत दीजिए। जैसा उनका नाम है, वैसे ही वह है। उजड्ड उनका नाम है, और उजड्डता उनका स्वभाव है। स्वामी, जिन सैनिकों को आपने भेजा था, उन्हें मैंने, आपकी सेविका ने नहीं देखा।