मूर्ख मनुष्य को अपना आचरण अपनी दृष्टि में उचित लगता है, पर बुद्धिमान मनुष्य दूसरों की सलाह को ध्यान से सुनता है।
नीतिवचन 26:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि तुझे ऐसा मनुष्य मिले, जो स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान मानता है, तो उस मनुष्य से अधिक मूर्ख का भविष्य उज्ज्वल है। पवित्र बाइबल वह मनुष्य जो अपने को बुद्धिमान मानता है, किन्तु होता नहीं है वह तो किसी मूर्ख से भी बुरा होता है। Hindi Holy Bible यदि तू ऐसा मनुष्य देखे जो अपनी दृष्टि में बुद्धिमान बनता हो, तो उस से अधिक आशा मूर्ख ही से है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि तू ऐसा मनुष्य देखे जो अपनी दृष्टि में बुद्धिमान बनता हो, तो उससे अधिक आशा मूर्ख ही से है। नवीन हिंदी बाइबल क्या तू ऐसे मनुष्य को देखता है जो अपनी ही दृष्टि में बुद्धिमान है? उससे बढ़कर आशा तो मूर्ख के लिए है। सरल हिन्दी बाइबल क्या तुमने किसी ऐसे व्यक्ति को देखा है, जो स्वयं को बुद्धिमान समझता है? उसकी अपेक्षा एक मूर्ख से कहीं अधिक अपेक्षा संभव है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि तू ऐसा मनुष्य देखे जो अपनी दृष्टि में बुद्धिमान बनता हो, तो उससे अधिक आशा मूर्ख ही से है। |
मूर्ख मनुष्य को अपना आचरण अपनी दृष्टि में उचित लगता है, पर बुद्धिमान मनुष्य दूसरों की सलाह को ध्यान से सुनता है।
यदि तुम्हें ऐसा मनुष्य दिखाई दे जो अपने काम में माहिर है, तो समझ जाना कि वह उच्च पद पर नियुक्त होगा, वह साधारण नौकरी नहीं करेगा।
आलसी मनुष्य स्वयं को अपनी दृष्टि में सात बुद्धिमान मनुष्यों से श्रेष्ठ समझता है, जो सोच-समझ कर उत्तर देते हैं।
मूर्ख को उसकी मूर्खता के अनुरूप उत्तर देना; अन्यथा वह स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान समझेगा।
धनवान मनुष्य स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान समझता है, परन्तु समझदार गरीब उसकी बुद्धिमानी की वास्तविकता को पहचान जाता है।
जो मनुष्य केवल अपने ऊपर भरोसा रखता है, वह मूर्ख है; पर बुद्धि के मार्ग पर चलनेवाला मनुष्य बचाया जाएगा।
जो मनुष्य बातें करने में जल्दीबाजी करता है, वह मूर्ख से भी गया-बीता है; उसका भविष्य अन्धकारमय है।
अपनी ही दृष्टि में स्वयं को बुद्धिमान मत मानना; प्रभु से डरना और बुराई से मुंह फेरना।
दोनों में से किसने अपने पिता की इच्छा पूरी की?” उन्होंने येशु को उत्तर दिया, “पहले ने।” इस पर येशु ने उन से कहा, “मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ : चुंगी-अधिकारी और वेश्याएँ तुम लोगों से पहले परमेश्वर के राज्य में प्रवेश कर रहे हैं।
फरीसी खड़े-खड़े इस प्रकार प्रार्थना कर रहा था, ‘परमेश्वर! मैं तुझे धन्यवाद देता हूँ कि मैं दूसरे लोगों की तरह लोभी, अन्यायी, व्यभिचारी नहीं हूँ और न इस चुंगी-अधिकारी की तरह हूँ।
तब उन्होंने उस स्त्री की ओर मुड़ कर शिमोन से कहा, “इस स्त्री को देखते हो? मैं तुम्हारे घर आया। तुमने मुझे पैर धोने के लिए पानी नहीं दिया; पर इसने मेरे पैर अपने आँसुओं से धोये और अपने केशों से उनको पोंछा।
येशु ने उन से कहा, “यदि तुम लोग अन्धे होते, तो तुम्हें पाप नहीं लगता, परन्तु तुम तो कहते हो कि हम देखते हैं; इसलिए तुम्हारा पाप बना रहता है।
आपस में मेल-मिलाप का भाव बनाये रखें। घमण्डी न बनें, बल्कि दीन-दु:खियों से मिलते-जुलते रहें। अपने आप को बुद्धिमान् न समझें।
तुम यह कहते हो, ‘मैं धनी हूँ, मैं समृद्ध हो गया, मुझे किसी बात की कमी नहीं’, और तुम यह नहीं समझते कि तुम अभागे हो, दयनीय हो, दरिद्र, अन्धे और नंगे हो।