नीतिवचन 24:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तो मैंने देखा कि खेत में कंटीली झाड़ियां उग आयी हैं, भूमि बिच्छू पौधे से ढक गई है; उसकी पत्थर की दीवार भी गिर गई है। पवित्र बाइबल कंटीली झाड़ियाँ निकल आयीं थी हर कहीं खरपतवार से खेत ढक गया था। और बाड़ पत्थर की खंडहर हो रही थी। Hindi Holy Bible तो क्या देखा, कि वहां सब कहीं कटीले पेड़ भर गए हैं; और वह बिच्छू पेड़ों से ढंप गई है, और उसके पत्थर का बाड़ा गिर गया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तो क्या देखा कि वहाँ सब कहीं कंटीले पेड़ भर गए हैं; और वह बिच्छू पौधों से ढँक गई है; और उसके पत्थर का बाड़ा गिर गया है। नवीन हिंदी बाइबल तो देखो, उसमें चारों ओर कँटीली झाड़ियाँ उग आई हैं; वह बिच्छू-घास से ढक गई है, और उसकी पत्थर की दीवार ढह गई है। सरल हिन्दी बाइबल मैंने देखा कि समस्त वाटिका में, कंटीली झाड़ियां बढ़ आई थीं, सारी भूमि पर बिच्छू बूटी छा गई थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो क्या देखा, कि वहाँ सब कहीं कटीले पेड़ भर गए हैं; और वह बिच्छू पौधों से ढँक गई है, और उसके पत्थर का बाड़ा गिर गया है। |
तो मेरे खेत में गेहूं के बदले कांटे, जौ के बदले जंगली घास उगे!’ यहाँ अय्यूब का कथन समाप्त हुआ
आलसी मनुष्य के हृदय में इच्छाएं उत्पन्न होती हैं, पर वह उनको पूरा नहीं कर पाता; किन्तु कठोर परिश्रम करनेवाले की सब अभिलाषाएं पूर्ण होती हैं।
प्रभु की भक्ति करने से जीवन प्राप्त होता है; जो मनुष्य प्रभु की भक्ति करता है वह निश्चिंत निवास करता है, उस पर विपत्ति के बादल नहीं मंडराते।
आलसी किसान खरीफ के मौसम में हल नहीं जोतता, इसलिए जब वह कटनी के समय फसल खोजता है, तब उसके हाथ कुछ नहीं लगता।
आलसी मनुष्य घर के बाहर निकल कर परिश्रम करना नहीं चाहता, अत: वह कहता है; ‘बाहर सिंह है; वह मुझे चौक में मार डालेगा।’
क्योंकि शराबी और पेटू आदमी अपनी आदत से गरीब हो जाते हैं; उनकी उंघाई उनको फटे चीथड़े पहना देती है।
अब मैं तुम्हें बताता हूं, मैं अपने अंगूर-उद्यान के साथ कैसा व्यवहार करूंगा : मैं उसकी बाड़ हटा दूंगा, और तब पशु उसको चर जाएंगे। मैं उसकी दीवारें ढाह दूंगा, और राहगीर उसको रौंदेंगे।
मैं उसको उजाड़ दूंगा; मैं उसको नहीं छांटूंगा, और न कुदाली से खोदकर उसको निराऊंगा। तब उसमें कंटीले झाड़-झंखाड़ उग आएंगे। मैं बादलों को भी आदेश दूंगा, कि वे उस पर पानी न बरसाएँ।
प्रभु यहूदा प्रदेश की जनता से तथा यरूशलेम के निवासियों से यों कहता है : ‘परती भूमि को जोतो और कंटीली झाड़ियों में बीज मत बोओ।
जो काँटों में बोया गया है : यह वह है, जो वचन सुनता है; परन्तु संसार की चिन्ता और धन का मोह वचन को दबा देता है और वह फल नहीं लाता।
किन्तु यदि वह काँटे और ऊंटकटारे उगाती है, तो वह बेकार है। उस पर अभिशाप पड़ने वाला है और अन्त में उसे जलाया जायेगा।