सत्यनिष्ठ व्यक्ति के हेतु अन्धकार में प्रकाश उदय होता है; प्रभु कृपालु, दयालु और धार्मिक है।
नीतिवचन 21:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धार्मिकता और करुणा की खोज में रहनेवाला मनुष्य दीर्घ जीवन और सम्मान पाता है। पवित्र बाइबल जो जन नेकी और प्रेम का पालन करता है, वह जीवन, सम्पन्नता और समादर को प्राप्त करता है। Hindi Holy Bible जो धर्म और कृपा का पीछा पकड़ता है, वह जीवन, धर्म और महिमा भी पाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो धर्म और कृपा का पीछा करता है, वह जीवन, धर्म और महिमा भी पाता है। नवीन हिंदी बाइबल जो धार्मिकता और कृपा की खोज में रहता है, वह जीवन, धार्मिकता और सम्मान प्राप्त करता है। सरल हिन्दी बाइबल धर्म तथा कृपा के अनुयायी को प्राप्त होता है जीवन, धार्मिकता और महिमा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो धर्म और कृपा का पीछा करता है, वह जीवन, धर्म और महिमा भी पाता है। |
सत्यनिष्ठ व्यक्ति के हेतु अन्धकार में प्रकाश उदय होता है; प्रभु कृपालु, दयालु और धार्मिक है।
धार्मिक मनुष्य का परिश्रम उसको जीवन को ओर ले जाता है; पर दुर्जन की कमाई उसको पाप की ओर अग्रसर करती है।
धर्म पर स्थिर रहनेवाला मनुष्य सदा जीवित रहता है, पर जो दुष्कर्मों को गले लगाता है, वह नष्ट हो जाता है।
प्रभु दुर्जन के दुराचरण से घृणा करता है, किन्तु वह धर्म के मार्ग पर चलनेवाले व्यक्ति से प्रेम करता है।
जो मनुष्य नम्र है, और प्रभु की भक्ति करता है, उसको प्रतिफल में मिलता है: धन, सम्मान और दीर्घ जीवन।
ओ धर्म पर आचरण करनेवालो! प्रभु को ढूंढ़नेवालो, मेरी बात सुनो! जिस चट्टान से तुम काटे गए, जिस खदान से तुम निकाले गए, उस पर ध्यान दो।
आओ, हम प्रभु का अनुभव प्राप्त करें। आओ, हम प्रभु के ज्ञान की तलाश करें। ऊषा की तरह उसका प्रकट होना निश्चित है। वर्षा की बूंदों के सदृश वह हमारे पास आएगा; भूमि को सींचनेवाली वसंत की वर्षा के समान वह हमारे पास आएगा।’
हम ऐसी बातों में लगे रहें, जिन से शान्ति को बढ़ावा मिलता है और जिनके द्वारा हम एक-दूसरे का निर्माण कर सकें।
मेरे प्रिय भाइयो और बहिनो! आप विश्वास में दृढ़ तथा अटल बने रहें। आप प्रभु के कार्य में निरंतर बढ़ते जाएं, और आप यह निश्चित जानिए कि प्रभु के लिए किया गया आप का परिश्रम व्यर्थ नहीं है।
मैं यह नहीं कहता कि मैं अब तक यह सब कर चुका हूँ अथवा मुझे पूर्णता प्राप्त हो गयी है; किन्तु मैं आगे बढ़ रहा हूँ ताकि वह लक्ष्य मेरी पकड़ में आये, जिसके लिए येशु मसीह ने मुझे अपने अधिकार में ले लिया है।
परमेश्वर का सेवक होने के नाते तुम इन सब बातों से अलग रह कर धार्मिकता, भक्ति, विश्वास, प्रेम, धैर्य तथा विनम्रता की साधना करो।
तुम युवावस्था की वासनाओं से दूर रहो और उन सब के साथ, जो शुद्ध हृदय से प्रभु का नाम लेते हैं, धार्मिकता, विश्वास, प्रेम तथा शान्ति की साधना करते रहो।
सब के साथ शान्ति बनायें रखें और पवित्रता की साधना करें। इसके बिना कोई व्यक्ति प्रभु के दर्शन नहीं कर पायेगा।
यह इसलिए होता है कि आपका विश्वास परीक्षा में खरा निकले। सोना भी तो आग में तपाया जाता है और आपका विश्वास नश्वर सोने से कहीं अधिक मूल्यवान् है। इस प्रकार आपका विश्वास येशु मसीह के प्रकट होने पर स्तुति, प्रशंसा और प्रतिष्ठा का कारण बने।