सज्जन अपने वंश के लिए पैतृक सम्पत्ति छोड़ जाता है; किन्तु पापी का धन धार्मिक मनुष्य के हाथ लगता है।
नीतिवचन 20:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो सम्पत्ति आरम्भ में बिना दीर्घ परिश्रम के प्राप्त होती है, वह अन्त में अधिक समय तक नहीं टिकती। पवित्र बाइबल यदि तेरी सम्पत्ति तुझे आसानी से मिल गई हो तो वह तुझे अधिक मूल्यवान नहीं लगेगा। Hindi Holy Bible जो भाग पहिले उतावली से मिलता है, अन्त में उस पर आशीष नहीं होती। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो भाग पहले उतावली से मिलता है, अन्त में उस पर आशीष नहीं होती। नवीन हिंदी बाइबल जो भाग आरंभ में जल्दबाज़ी से प्राप्त होता है, उस पर बाद में आशिष नहीं होती। सरल हिन्दी बाइबल प्रारंभ में सरलतापूर्वक और शीघ्रता से प्राप्त की हुई संपत्ति अंततः सुखदायक नहीं होती. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो भाग पहले उतावली से मिलता है, अन्त में उस पर आशीष नहीं होती। |
सज्जन अपने वंश के लिए पैतृक सम्पत्ति छोड़ जाता है; किन्तु पापी का धन धार्मिक मनुष्य के हाथ लगता है।
यह मत कहो, “मैं बुराई का बदला लूंगा,” पर प्रभु पर भरोसा रखो, वही तुम्हारी सहायता करेगा।
जो ईमानदार है, उस पर आशिषों की वर्षा होती है; परन्तु जो मनुष्य अति शीघ्र धनवान बनना चाहता है, वह निर्दोष नहीं ठहरता।
कंजूस मनुष्य धन कमाने के लिए तड़पता है; परन्तु वह नहीं जानता है कि वह फिर अभाव का जीवन बिताएगा।
जो धनवान अपना धन ब्याज और मुनाफाखोरी से बढ़ाता है, उसे अपना धन उस मनुष्य के लिए छोड़ना पड़ता है जो गरीबों पर दया करता है।
लोग दुष्ट राष्ट्र पर व्यंग्य बाण छोड़ेंगे। वे ताना मारेंगे और यह कहेंगे: ‘धिक्कार है तुझे! तू उस धन को संचित करता है, जो तेरा नहीं है। तू गिरवी की वस्तुओं से अपने को लाद लेता है। पर कब तक?
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: मैं यह कुंडलपत्र प्रेषित करूंगा। यह चोर के घर में तथा मेरे नाम से झूठी शपथ खाने वाले व्यक्ति के घर में प्रवेश करेगा। यह उनके घर में ठहरेगा और लकड़ी तथा पत्थर सहित घर को भस्म कर देगा।’
यदि तुम मेरी यह बात नहीं सुनोगे, मेरे नाम की महिमा करने पर ध्यान नहीं दोगे, तो मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, यह कहता हूं: मैं तुम पर शाप प्रेषित करूंगा। मैं तुम्हारे वरदानों को शापों में बदल दूंगा। निस्सन्देह मैंने उन्हें शाप में बदल दिया है, क्योंकि तुमने मेरे नाम की महिमा करने पर ध्यान नहीं दिया।
जो लोग धन बटोरना चाहते हैं और ऐसी मूर्खतापूर्ण तथा हानिकर वासनाओं के शिकार बनते हैं, जो मनुष्यों को पतन और विनाश के गर्त्त में ढकेल देती हैं;