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नीतिवचन 19:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

जो पुत्र अपने पिता से कठोर व्‍यवहार करता है, और अपनी मां को घर से निकाल देता है, वह सब जगह अपमान और निंदा का पात्र बनता है।

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पवित्र बाइबल

ऐसा पुत्र जो निन्दनीय कर्म करता है घर का अपमान होता है, वह ऐसा होता है जैसे पुत्र कोई निज पिता से छीने और घर से असहाय माँ को निकाल बाहर करे।

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Hindi Holy Bible

जो पुत्र अपने बाप को उजाड़ता, और अपनी मां को भगा देता है, वह अपमान और लज्जा का कारण होगा।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

जो पुत्र अपने बाप को उजाड़ता, और अपनी माँ को भगा देता है, वह अपमान और लज्जा का कारण होगा।

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नवीन हिंदी बाइबल

जो पुत्र अपने पिता से दुर्व्यवहार करता और अपनी माता को घर से निकाल देता है, वह निंदा और अपमान का कारण है।

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सरल हिन्दी बाइबल

जो व्यक्ति अपने पिता के प्रति हिंसक हो जाता तथा अपनी माता को घर से बाहर निकाल देता है, ऐसी संतान है, जो परिवार पर लज्जा और निंदा ले आती है.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

जो पुत्र अपने बाप को उजाड़ता, और अपनी माँ को भगा देता है, वह अपमान और लज्जा का कारण होगा।

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नीतिवचन 19:26
14 क्रॉस रेफरेंस  

राजा सुलेमान के नीतिवचन : बुद्धिमती संतान के कारण पिता आनन्‍दित रहता है; पर मूर्ख संतान से मां को दु:ख होता है।


ग्रीष्‍म ऋतु में, अपने आहार की व्‍यवस्‍था करनेवाला मनुष्‍य बुद्धिमान है; पर, जो मनुष्‍य फसल की कटाई के समय सोता है, वह निंदा का कारण बनता है।


जो संतान अपने माता-पिता के लिए लज्‍जा का कारण बनती है, उस पर वह सेवक शासन करता है, जो बुद्धि से कार्य करता है। ऐसा सेवक मालिक की पैतृक सम्‍पत्ति में संतान के साथ बराबर का हिस्‍सा पाता है।


मुर्ख संतान अपने पिता के दु:ख का कारण है; उसकी जननी उसके कारण दु:खित रहती है।


प्रिय शिष्‍य! यदि तू शिक्षा की बातों की ओर कान बन्‍द कर लेगा, तो निस्‍सन्‍देह ज्ञान के द्वार तेरे लिए बन्‍द हो जाएंगे।


धन्‍य है वह मनुष्‍य जो प्रभु की भक्‍ति सदा करता है; पर प्रभु के प्रति अपने हृदय को कठोर बनानेवाला मनुष्‍य विपत्ति के गड्ढे में गिरता है।


जो पुत्र अपने माता-पिता के घर में चोरी करता है, और कहता है, “यह अपराध नहीं है” वह घर उजाड़नेवाले का साथी है।


व्‍यवस्‍था का पालन करनेवाला युवक अपने पिता का बुद्धिमान पुत्र कहलाता है; किन्‍तु उड़ाने-खाने वालों के साथ रहनेवाला जवान अपने पिता की निन्‍दा का कारण बनता है।


“संसार में कुछ लोग हैं, जो अपने माता-पिता को शाप देते हैं; वे उनका भला नहीं चाहते।


जो आंख पिता को टेढ़ी नजर से देखती है, मां की आज्ञा को अनदेखा करती है, उसको घाटी के कौए खोद-खोद कर निकालेंगे, उसको गिद्ध के बच्‍चे खाएंगे।


पर जैसे ही आपका यह पुत्र आया, जिसने वेश्‍याओं के पीछे आपकी सम्‍पत्ति उड़ा दी है, आपने उसके लिए मोटा पशु काट डाला!’