ओ मेरे भाई योनातन, मैं तेरे लिए कितना दु: खी हूँ। तू मुझे कितना प्रिय था! मेरे प्रति तेरा प्रेम अद्भुत था! वह स्त्री के प्रेम से बढ़कर था।
नीतिवचन 17:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सच्चा मित्र सब समय मित्रता निभाता है, वह संकट-काल में भाई बन जाता है। पवित्र बाइबल मित्र तो सदा—सर्वदा प्रेम करता है बुरे दिनों को काम आने का बंधु बन जाता है। Hindi Holy Bible मित्र सब समयों में प्रेम रखता है, और विपत्ति के दिन भाई बन जाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मित्र सब समयों में प्रेम रखता है, और विपत्ति के दिन भाई बन जाता है। नवीन हिंदी बाइबल मित्र सब समयों में प्रेम रखता है, और भाई का जन्म विपत्ति के समय के लिए हुआ है। सरल हिन्दी बाइबल मित्र वह है, जिसका प्रेम चिरस्थायी रहता है, और भाई का अस्तित्व विषम परिस्थिति में सहायता के लिए ही होता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मित्र सब समयों में प्रेम रखता है, और विपत्ति के दिन भाई बन जाता है। |
ओ मेरे भाई योनातन, मैं तेरे लिए कितना दु: खी हूँ। तू मुझे कितना प्रिय था! मेरे प्रति तेरा प्रेम अद्भुत था! वह स्त्री के प्रेम से बढ़कर था।
किन्तु इत्तय ने राजा को यह उत्तर दिया, ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! महाराज, मेरे स्वामी की सौगन्ध! महाराज, आप जिस स्थान में रहेंगे, आपका यह सेवक भी वहाँ रहेगा। वह जीवन में, और मृत्यु में अपने महाराज, स्वामी का साथ देगा।’
यदि तू ऐसे संकट के समय में चुप रहेगी तो भी कहीं न कहीं से यहूदियों को सहायता प्राप्त हो जाएगी, और वे इस संकट से मुक्त हो जाएंगे, पर तू और तेरा पितृकुल नष्ट हो जाएगा। कौन जानता है, ऐसे ही संकट के समय अपनी कौम को बचाने के लिए तुझे यह राजपद प्राप्त हुआ है?’
कुटिल मनुष्य झगड़ा उत्पन्न करता है, कानाफूसी करनेवाला घनिष्ठ मित्रों में भी फूट डाल देता है।
कुछ मित्र ऐसे होते हैं, जो मित्र होने का ढोंग करते हैं; किन्तु कोई ऐसा भी मित्र होता है जो भाई से बढ़कर अपना होता है।
मूर्ख संतान पिता के विनाश का कारण होती है; पत्नी का लड़ाई-झगड़ा करना मानो घर की छत से लगातार पानी का टपकना है।
जब गरीब मनुष्य के भाई ही उससे घृणा करते हैं, तब आश्चर्य नहीं, उसके मित्र उससे दूर हो जाएं। वह बातचीत के द्वारा उनको मनाता है, पर वह उनकी मित्रता नहीं पाता।
जो पवित्र करता है और जो पवित्र किये जाते हैं, उन सब का पिता एक ही है; इसलिए येशु को उन्हें अपने भाई-बहिन मानने में लज्जा नहीं होती
रूत ने कहा, ‘आप मुझसे विनती मत कीजिए कि मैं आपको छोड़ दूँ, आपके पीछे-पीछे न आऊं और लौट जाऊं। जहाँ-जहाँ आप जाएँगी, वहाँ-वहाँ मैं भी जाऊंगी। जहाँ आप रहेंगी, वहाँ मैं भी रहूँगी। आपके लोग, मेरे लोग होंगे। आपका परमेश्वर मेरा परमेश्वर होगा।
उसने दाऊद को यह बताया, ‘मेरे पिता अवसर की खोज में हैं कि वह तुम्हारी हत्या कर दें। अब तुम सबेरे सावधान रहना। गुप्त स्थान में रहना। वहां स्वयं को छिपाकर रखना।
मैं पिता के साथ बाहर जाऊंगा। मैं उनके साथ खेत में रहूंगा, जहां तुम छिपे होगे। मैं उनसे तुम्हारी चर्चा करूंगा। यदि मुझे कोई बात ज्ञात होगी तो तुम्हें बताऊंगा।
योनातन ने अपने प्रेम का वास्ता देकर दाऊद को पुन: शपथ खिलाई, क्योंकि वह उसे अपने प्राण के सदृश प्रेम करता था।
शाऊल का पुत्र योनातन उठा। वह होर्शाह नगर में दाऊद के पास गया। उसने प्रभु के नाम से उसके हाथ मजबूत किए।