मेरी चेतावनियों पर ध्यान दो; देखो, मैं अपनी आत्मा तुम पर उण्डेल रही हूं। मैं तुम पर अपनी बातें प्रकट करूंगी।
नीतिवचन 15:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो मनुष्य हितपूर्ण चेतावनियों पर ध्यान देता है, वह बुद्धिमानों के सत्संग में स्थान पाता है। पवित्र बाइबल जो जीवनदायी डाँट सुनता है, वही बुद्धिमान जनों के बीच चैन से रहेगा। Hindi Holy Bible जो जीवनदायी डांट कान लगा कर सुनता है, वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो जीवनदायी डाँट कान लगाकर सुनता है, वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है। नवीन हिंदी बाइबल जिसके कान जीवनदायक डाँट को सुनते हैं, वह बुद्धिमानों के मध्य निवास करेगा। सरल हिन्दी बाइबल वह व्यक्ति, जो जीवन-प्रदायी ताड़ना को स्वीकार करता है, बुद्धिमान के साथ निवास करेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो जीवनदायी डाँट कान लगाकर सुनता है, वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है। |
मेरी चेतावनियों पर ध्यान दो; देखो, मैं अपनी आत्मा तुम पर उण्डेल रही हूं। मैं तुम पर अपनी बातें प्रकट करूंगी।
जो मनुष्य शिक्षा की उपेक्षा करता है, वह गरीबी और अपमान का जीवन बिताता है; पर चेतावनी पर ध्यान देनेवाला मनुष्य सम्मान का पात्र बनता है।
जो मनुष्य बुद्धिमानों का सत्संग करता है, वह स्वयं बुद्धिमान बनता है; पर मूर्खों का साथी विपत्ति में पड़ता है।
सन्देशवाहक की आंखों की चमक से हृदय भी आनन्दित होता है; सुखद समाचार सुनकर हड्डियों में जान आ जाती है।
जो मनुष्य शिक्षा की बातों की उपेक्षा करता है, वह स्वयं अपना तिरस्कार करता है; पर डांट-डपट पर ध्यान देनेवाला व्यक्ति व्यवहार-कुशल बनता है।
मूर्ख पुत्र अपने पिता की शिक्षाप्रद बातों का तिरस्कार करता है; परन्तु जो पुत्र अपने पिता की डांट-डपट को स्वीकार करता है, वह व्यवहारकुशल बन जाता है।
तेज बुद्धिवाला मनुष्य ज्ञान प्राप्त करता है; बुद्धिमान व्यक्ति के कान ज्ञान की बातों की ओर लगे रहते हैं।
डांट-डपट को माननेवाले मनुष्य के कान में ताड़ना के शब्द वैसे ही कीमती होते हैं, जैसे सोने की बाली अथवा स्वर्ण आभूषण।
मेरी ओर कान दो, और मेरे पास आओ। मेरी बात सुनो, ताकि तुम्हारा प्राण जीवित रहे। तब मैं दाऊद के प्रति अपनी अटूट करुणा के कारण तुम्हारे साथ शाश्वत विधान स्थापित करूंगा।
वे मसीह-विरोधी हमारा साथ छोड़ कर चले गये, किन्तु वे हमारे अपने नहीं थे। यदि वे हमारे अपने होते, तो वे हमारे ही साथ रहते। वे चले गये, जिससे यह स्पष्ट हो जाये कि उन में कोई भी हमारा अपना नहीं था।