शिमई तैयार हुआ। उसने गधे पर काठी कसी, और गुलामों को ढूंढ़ने के लिए आकीश के पास गत नगर की ओर गया। वह गत नगर पहुंचा। वह वहां से अपने गुलामों को ले आया।
नीतिवचन 15:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धन का लोभी मनुष्य, जो अन्याय से धन कमाता है, अपने परिवार को संकट में डालता है; पर घूस से घृणा करनेवाला व्यक्ति जीवित रहेगा। पवित्र बाइबल लालची मनुष्य अपने घराने पर विपदा लाता है किन्तु वही जीवित रहता है जो जन घूस से घृणा भाव रखता है। Hindi Holy Bible लालची अपने घराने को दु:ख देता है, परन्तु घूस से घृणा करने वाला जीवित रहता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) लालची अपने घराने को दु:ख देता है, परन्तु घूस से घृणा करनेवाला जीवित रहता है। नवीन हिंदी बाइबल जो अनुचित कमाई का लोभी है, वह अपने घर पर कष्ट लाता है; परंतु जो घूस से घृणा करता है, वह जीवित रहेगा। सरल हिन्दी बाइबल लालची अपने ही परिवार में विपत्ति ले आता है. किंतु वह, जो घूस से घृणा करता है, जीवित रहता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 लालची अपने घराने को दुःख देता है, परन्तु घूस से घृणा करनेवाला जीवित रहता है। |
शिमई तैयार हुआ। उसने गधे पर काठी कसी, और गुलामों को ढूंढ़ने के लिए आकीश के पास गत नगर की ओर गया। वह गत नगर पहुंचा। वह वहां से अपने गुलामों को ले आया।
किन्तु नामान का कुष्ठ-रोग तुझे और तेरे वंशजों को सदा लगा रहेगा।’ गेहजी उसी क्षण बर्फ के समान सफेद कोढ़ी हो गया। वह एलीशा के सम्मुख से बाहर चला गया।
जो अपना धन ब्याज पर नहीं देता, जो निर्दोष मनुष्य के विरुद्ध घूस नहीं लेता। ये कार्य करने वाला मनुष्य सदा अटल रहेगा।
अब तुम सब इस्राएली लोगों में योग्य, परमेश्वर के भक्त, सत्य-निष्ठ और घूस से घृणा करने वाले व्यक्ति चुनो। ऐसे व्यक्तियों को हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास एवं दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त करो।
तू घूस मत लेना; क्योंकि घूस दृष्टिवाले व्यक्तियों को भी दृष्टिहीन बनाती है। वह भक्तों के न्याय-पक्ष को उलट देती है।
धर्म पर स्थिर रहनेवाला मनुष्य सदा जीवित रहता है, पर जो दुष्कर्मों को गले लगाता है, वह नष्ट हो जाता है।
जो मनुष्य अपने परिवार को दु:ख देता है उसकी धन-सम्पत्ति नष्ट हो जाती है, और वह मूर्ख मनुष्य बुद्धिमान का गुलाम बन जाता है।
प्रभु दुर्जन के विचारों से घृणा करता है; किन्तु शुद्ध हृदयवाले व्यक्ति के वचन से उसे प्रसन्नता होती है।
जो सम्पत्ति आरम्भ में बिना दीर्घ परिश्रम के प्राप्त होती है, वह अन्त में अधिक समय तक नहीं टिकती।
जिस शासक में समझ नहीं है, वह निर्दय अत्याचारी बन जाता है; जो अन्याय के धन से घृणा करता है, वह दीर्घ आयु पाता है।
लालची मनुष्य लड़ाई-झगड़ा उभाड़ता है; किन्तु प्रभु पर भरोसा करनेवाला निस्सन्देह धन-सम्पन्न होगा।
राजा न्याय के द्वारा देश को स्थिर शासन देता है, पर जो राजा जनता को लूटता है, वह अपने देश को नष्ट कर देता है।
‘जो मनुष्य अन्यायपूर्ण साधनों से धन-सम्पत्ति संचित करता है, वह उस तीतरनी की तरह है, जो दूसरे पक्षियों के अण्डे सेती है। ऐसे मनुष्य के जीवन-काल में ही धन-सम्पत्ति उसका साथ छोड़ देती है; और अन्त में वह मूर्ख सिद्ध होता है।’
तू न्याय को भ्रष्ट मत करना। तू पक्षपात नहीं करना। तू घूस मत लेना; क्योंकि घूस बुद्धिमान व्यक्ति की आंख को बन्द कर देती है। वह धार्मिकों के न्याय-पक्ष को उलट देती है।
तू अपने घर में कोई भी घृणित मूर्ति नहीं लाएगा, अन्यथा तू भी उसके समान निषिद्ध बनेगा। तू उसको पूर्णत: अशुद्ध और घृणित वस्तु समझना; क्योंकि वह निषिद्ध वस्तु है।
क्योंकि धन का लालच सभी बुराइयों की जड़ है। इसी लालच में पड़ कर कई लोग विश्वस के मार्ग से भटक गये और उन्होंने अपने ह्रदय को अनेक दु:खों से छलनी बना दिया है।
जो लोग धन बटोरना चाहते हैं और ऐसी मूर्खतापूर्ण तथा हानिकर वासनाओं के शिकार बनते हैं, जो मनुष्यों को पतन और विनाश के गर्त्त में ढकेल देती हैं;
तुम उन सब निषिद्ध वस्तुओं से दूर रहना, जो प्रभु के लिए पूर्णत: नष्ट की जाएंगी। ऐसा न हो कि तुम अर्पण का संकल्प करने के पश्चात् अर्पित वस्तु ले लो, और इस्राएली पड़ाव को सर्वनाश का कारण बना दो, और उस पर संकट लाओ।
मैं तुम्हारे सामने प्रस्तुत हूँ : प्रभु और उसके अभिषिक्त राजा के सम्मुख साक्षी दो। मैंने किस व्यक्ति का बैल लिया? मैंने किस व्यक्ति का गधा लिया? मैंने किस व्यक्ति का दमन अथवा उस पर अत्याचार किया? क्या मैंने कभी किसी के हाथ से घूस ली? यदि तुम्हारी साक्षी सच होगी तो मैं उसको तुम्हें लौटा दूँगा।’