मैं उसे एक कुल पर राज्य करने दूंगा, जिससे मेरे सेवक दाऊद का वंश-दीपक यरूशलेम नगर में, जिसको मैंने अपने नाम के प्रतिष्ठापन के लिए चुना है, मेरे सम्मुख सदा जलता रहे।
नीतिवचन 13:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धार्मिक मनुष्य का प्रकाश आनन्द प्रदान करता है; किन्तु दुर्जन का दीया बुझ जाता है। पवित्र बाइबल धर्मी का तेज बहुत चमचमाता किन्तु दुष्ट का दीया बुझा दिया जाता है। Hindi Holy Bible धर्मियों की ज्योति आनन्द के साथ रहती है, परन्तु दुष्टों का दिया बुझ जाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) धर्मियों की ज्योति आनन्द के साथ रहती है, परन्तु दुष्टों का दिया बुझ जाता है। नवीन हिंदी बाइबल धर्मियों की ज्योति तेज़ चमकती है, परंतु दुष्टों का दीपक बुझ जाता है। सरल हिन्दी बाइबल धर्मी आनन्दायी प्रखर ज्योति समान हैं, जबकि दुष्ट बुझे हुए दीपक समान. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 धर्मियों की ज्योति आनन्द के साथ रहती है, परन्तु दुष्टों का दिया बुझ जाता है। |
मैं उसे एक कुल पर राज्य करने दूंगा, जिससे मेरे सेवक दाऊद का वंश-दीपक यरूशलेम नगर में, जिसको मैंने अपने नाम के प्रतिष्ठापन के लिए चुना है, मेरे सम्मुख सदा जलता रहे।
‘कितनी बार दुर्जन का दीपक बुझता है? कितनी बार उन पर विपत्तियाँ आती हैं? कितनी बार परमेश्वर क्रोधावेश में उनके हिस्से में दु:ख देता है?
जब उसका दीपक मेरे सिर के ऊपर प्रकाश देता था, और मैं उसकी ज्योति के प्रकाश से अन्धकार में भी चलता था।
सत्यनिष्ठ व्यक्ति के हेतु अन्धकार में प्रकाश उदय होता है; प्रभु कृपालु, दयालु और धार्मिक है।
अविवेकी मनुष्य घमण्ड के कारण लड़ाई-झगड़े मोल लेता है; पर दूसरों की सलाह माननेवाला मनुष्य निस्सन्देह बुद्धिमान है।
मनुष्य का जीवन उसके धन से बच सकता है; पर गरीब के पास अपने प्राण की रक्षा के लिए कुछ नहीं होता।
क्योंकि बुरे काम करनेवाले मनुष्य का भविष्य अन्धकारमय होता है; दुर्जन का जीवन-दीप बुझ जाएगा।
धार्मिक व्यक्ति का पथ मानो ऊषाकाल का प्रकाश है, जो सबेरे से दोपहर तक अधिकाधिक बढ़ता जाता है।
जब मैं तुझको भूमि की सतह से मिटा दूंगा, तब मैं आकाश को ढक दूंगा। उसके तारों को प्रकाशहीन बना दूंगा। मैं सूर्य को मेघों से ढक दूंगा। और चन्द्रमा अपना प्रकाश न देगा।
तब क्यों हमारे पिता का नाम उनके गोत्र में से मिट जाए? क्या इसलिए कि उनका कोई पुत्र नहीं है? हमें भी हमारे चाचाओं की भूमि के मध्य में पैतृक भूमि-भाग दीजिए।’
तब राजा ने अपने सेवकों से कहा, ‘इसके हाथ-पैर बाँध कर इसे बाहर, अन्धकार में फेंक दो। वहाँ यह रोएगा और दाँत पीसता रहेगा।’
मूर्ख कुँआरियों ने बुद्धिमतियों से कहा, ‘अपने तेल में से थोड़ा हमें दे दो, क्योंकि हमारी मशालें बुझ रही हैं’।