प्रभु ने मूसा से कहा, ‘अपना हाथ आकाश की ओर उठा जिससे मिस्र देश पर अन्धकार छा जाए, ऐसा अन्धकार जिसका बोध हो सके।’
निर्गमन 9:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु ने मूसा से कहा, ‘अपना हाथ आकाश की ओर फैला जिससे समस्त मिस्र देश के मनुष्यों, पशुओं और खेतों के पौधों पर ओलों की वर्षा हो।’ पवित्र बाइबल यहोवा ने मूसा से कहा, “अपनी भुजाएं हवा में उठाओ और मिस्र पर ओले गिरने आरम्भ हो जाएंगे। ओले पूरे मिस्र के सभी खेतों में लोगों, जानवरों और पेड़—पौधों पर गिरेंगे।” Hindi Holy Bible तक यहोवा ने मूसा से कहा, अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ा, कि सारे मिस्र देश के मनुष्यों पशुओं और खेतों की सारी उपज पर ओले गिरें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोवा ने मूसा से कहा, “अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ा कि सारे मिस्र देश के मनुष्यों, पशुओं, और खेतों की सारी उपज पर ओले गिरें।” नवीन हिंदी बाइबल तब यहोवा ने मूसा से कहा, “अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ा कि सारे मिस्र देश के मनुष्यों, पशुओं, और मैदान के सब पौधों पर ओले बरसें।” सरल हिन्दी बाइबल याहवेह ने मोशेह को आदेश दिया, “अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ाओ, ताकि पूरे मिस्र देश पर, मनुष्य एवं पशु, और मैदान के हर एक वृक्ष पर ओले गिरना शुरू हो जाएं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहोवा ने मूसा से कहा, “अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ा कि सारे मिस्र देश के मनुष्यों, पशुओं और खेतों की सारी उपज पर ओले गिरें।” |
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘अपना हाथ आकाश की ओर उठा जिससे मिस्र देश पर अन्धकार छा जाए, ऐसा अन्धकार जिसका बोध हो सके।’
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘हारून से कहना : अपनी लाठी ले और अपने हाथ को मिस्र देश के समस्त जल अर्थात् नदियों, नहरों, तालाबों और जल-कुण्डों पर उठा कि जल रक्त बन जाए। तब समस्त मिस्र देश में, लकड़ी और पत्थरों के जलपात्रों का जल रक्त बन जाएगा।’
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘हारून से कहना : अपनी लाठी उठा और भूमि की धूल पर प्रहार कर जिससे समस्त मिस्र देश में भूमि की धूल मच्छर बन जाए।’
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘हारून से कहना, “हाथ में लाठी लेकर नदियों, नहरों और जलकुण्डों की ओर अपना हाथ फैला कि मेंढक समस्त मिस्र देश पर आक्रमण करें।” ’
परन्तु जिसने प्रभु के वचन को अपने हृदय में स्थान नहीं दिया था, उसने अपने सेवक और पशु मैदान में रहने दिए।
जब एमोरी सैनिक इस्राएलियों के सम्मुख से अजेकाह की ओर भागते हुए बेतहोरोन की ढाल पर पहुंचे, तब प्रभु ने आकाश से बड़े-बड़े ओले उन पर बरसाए और वे मर गए। जितनी संख्या में इस्राएलियों ने तलवार से उन का वध किया था, उससे अधिक संख्या में वे ओलों से मर गए!
आकाश से मन-मन भर के बड़े ओले मनुष्यों पर गिरे। ओला-वृष्टि की विपत्ति के कारण मनुष्यों ने परमेश्वर की निन्दा की, क्योंकि वह विपत्ति बहुत भारी थी।