सबेरे उसकी आत्मा व्याकुल थी। उसने दूत भेजकर अपने सब तान्त्रिकों और विद्वानों को बुलाया। फरओ ने उनको अपने स्वप्न सुनाए। पर कोई भी फरओ को उनका अर्थ न बता सका।
निर्गमन 7:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फरओ ने विद्वानों और तान्त्रिकों को बुलाया। मिस्र देश के जादूगरों ने भी अपने तन्त्र-मन्त्र से वैसा ही किया। पवित्र बाइबल इसलिए फ़िरौन ने अपने गुणी पुरुषों और जादूगरों को बुलाया। इन लोगों ने अपने रहस्य चातुर्य का उपयोग किया और वे भी हारून के समान कर सके। Hindi Holy Bible तब फिरौन ने पण्डितों और टोनहा करने वालों को बुलवाया; और मिस्र के जादूगरों ने आकर अपने अपने तंत्र मंत्र से वैसा ही किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब फ़िरौन ने पण्डितों और टोनहा करनेवालों को बुलवाया; और मिस्र के जादूगरों ने आकर अपने–अपने तंत्र–मंत्र से वैसा ही किया। नवीन हिंदी बाइबल तब फ़िरौन ने विद्वानों और टोना करनेवालों, अर्थात् मिस्र के जादूगरों को बुलवाया, और उन्होंने भी अपने-अपने तंत्र-मंत्र से वैसा ही किया। सरल हिन्दी बाइबल यह देख फ़रोह ने भी पंडितों तथा ओझों को बुलवाया और मिस्र देश के जादूगरों ने भी वैसा ही किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब फ़िरौन ने पंडितों और टोनहा करनेवालों को बुलवाया; और मिस्र के जादूगरों ने आकर अपने-अपने तंत्र-मंत्र से वैसा ही किया। |
सबेरे उसकी आत्मा व्याकुल थी। उसने दूत भेजकर अपने सब तान्त्रिकों और विद्वानों को बुलाया। फरओ ने उनको अपने स्वप्न सुनाए। पर कोई भी फरओ को उनका अर्थ न बता सका।
उन्होंने अपनी-अपनी लाठी भूमि पर फेंकी तो वे अजगर बन गईं। किन्तु हारून की लाठी उनकी लाठियों को निगल गई।
मिस्र देश के जादूगरों ने भी अपने तन्त्र-मन्त्र से वैसा ही किया। अतएव फरओ का हृदय हठीला बना रहा। उसने मूसा और हारून की बातें नहीं सुनीं, जैसा प्रभु ने कहा था।
जादूगरों ने अपने मन्त्र-तन्त्र के द्वारा मच्छरों को लाने का प्रयत्न किया; किन्तु वे सफल न हुए। मनुष्य और पशु दोनों के शरीर पर मच्छर बने रहे।
नील नदी में मेंढकों के झुण्ड के झुण्ड भर जाएंगे। वे तेरे महल और शयनागार में, तेरी शय्या पर, तेरे कर्मचारियों और तेरी प्रजा के घरों में, तेरे तन्दूरों और आटा गूंधने के पात्रों पर चढ़ जाएंगे।
किन्तु जादूगरों ने भी तन्त्र-मन्त्र के द्वारा वैसा ही किया। वे भी मेंढकों को मिस्र देश पर बुला लाए।
राजा नबूकदनेस्सर ने आदेश दिया कि ज्योतिषी, तांत्रिक, शकुन विचारनेवाले तथा कसदी पंडित बुलाए जाएं ताकि वे राजा को उसका स्वप्न बताएं। अत: वे आए और राजा के सम्मुख खड़े हो गए।
दानिएल ने राजा को उत्तर दिया, “महाराज, जो रहस्य की बात आपने पूछी है, उसको न पंडित, न तांत्रिक, न ज्योतिषी और न शकुन विचारनेवाले बता सकते हैं, यह किसी मनुष्य से संभव नहीं है।
अत: मैंने एक राजाज्ञा प्रसारित की कि बेबीलोन देश के सब दरबारी विद्वान मेरे सम्मुख प्रस्तुत हों और मुझे मेरे स्वप्न का अर्थ बताएं।
आपके राज्य में एक ऐसा व्यक्ति है जिसमें पवित्र परमेश्वर का आत्मा निवास करता है। आपके पिता के राज्यकाल में एक ऐसी घटना घटी थी जिससे यह पता चला कि उस व्यक्ति में ज्योति और समझ है, देवताओं की बुद्धि के सदृश उसमें भी बुद्धि है। अत: आपके पिता राजा नबूकदनेस्सर ने उसको ज्योतिषियों, तांत्रिकों, कसदी पंडितों और शकुन विचारनेवालों का मुखिया बना दिया था;
उसने उच्च स्वर में आदेश दिया कि तांत्रिक, कसदी पंडित और शकुन विचारनेवाले उसके सम्मुख प्रस्तुत किए जाएं। तांत्रिक, कसदी पंडित और शकुन विचारने वाले आए। राजा ने बेबीलोन के इन ज्ञानियों से कहा, “जो व्यक्ति दीवार के इस लेख को पढ़ लेगा, और उसका अर्थ मुझे बताएगा, मैं उसको राजसी वस्त्र से विभूषित करूंगा। उसके गले में सोने की माला डालूंगा, और वह मेरे राज्य का तीसरा प्रमुख शासक होगा।’
क्योंकि झूठे मसीह तथा झूठे नबी प्रकट होंगे और ऐसे महान चिह्न तथा चमत्कार दिखाएँगे कि यदि सम्भव हो, तो वे चुने हुए लोगों को भी बहका दें।
नासमझ गलातियो! किसने आप लोगों पर जादू डाला है? आप की आँखों के सम्मुख तो स्पष्ट रूप से यह दिखलाया गया कि येशु मसीह क्रूस पर चढ़ाये गये थे!
इस प्रकार हम बालक नहीं बने रहेंगे और भ्रम में डालने के उद्देश्य से निर्मित धूर्त्त मनुष्यों के प्रत्येक सिद्धान्त के झोंके से विचलित हो कर बहकाये नहीं जायेंगे।
परन्तु “अधर्मी” का आगमन शौतान के प्रभाव से है, जो हर प्रकार के शक्तिशाली चिह्न और कपटपूर्ण चमत्कार दिखाकर
जिस तरह यन्नेस और यम्ब्रेस ने मूसा का विरोध किया था, उसी तरह ये लोग सच्चाई का विरोध करते हैं। इनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गयी है और इनका विश्वास कच्चा है।
किन्तु इन्हें सफलता नहीं मिलेगी, क्योंकि मूसा के विरोधियों की तरह इनकी मूर्खता भी सब पर प्रकट हो जायेगी।
पशु बन्दी बनाया गया और उसके साथ वह झूठा नबी भी, जिसने पशु के निरीक्षण में चमत्कार दिखा कर उन लोगों को बहकाया था, जिन्होंने पशु की छाप ग्रहण की थी और उसकी प्रतिमा की आराधना की थी। वे दोनों जीवित ही धधकते गन्धक के अग्निकुण्ड में डाल दिये गये।
पलिश्ती लोगों ने अपने पुरोहित और भविष्यवाणी करनेवालों को बुलाया। उन्होंने उनसे पूछा, ‘हमें प्रभु की मंजूषा के साथ क्या करना चाहिए? हमें उसके साथ, उसके स्थान को क्या भेजना चाहिए?’