निर्गमन 39:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने पवित्र-स्थान में सेवा करते समय पहनने के लिए नीले, बैंजनी और लोहित रंग के कपड़े से सज्जापूर्ण पोशाकें तैयार कीं। उन्होंने हारून के लिए पवित्र पोशाक तैयार की; जैसी प्रभु ने मूसा को आज्ञा दी थी। पवित्र बाइबल कारीगरों ने नीले, लाल और बैंगनी कपड़ों के विशेष वस्त्र याजकों के लिए बनाए जिन्हें वे पवित्र स्थान में सेवा के समय पहनेंगे। उन्होंने हारून के लिए भी वैसे ही विशेष वस्त्र बनाये जैसा यहोवा ने मूसा को आदेश दिया था। Hindi Holy Bible फिर उन्होंने नीले, बैंजनी और लाल रंग के काढ़े हुए कपड़े पवित्र स्थान की सेवकाई के लिये, और हारून के लिये भी पवित्र वस्त्र बनाए; जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उन्होंने नीले, बैंजनी और लाल रंग के काढ़े हुए कपड़े पवित्रस्थान की सेवा के लिये, और हारून के लिये भी पवित्र वस्त्र बनाए; जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी। नवीन हिंदी बाइबल फिर उन्होंने पवित्रस्थान में सेवाकार्य करने के लिए नीले, बैंजनी और लाल रंग के धागों से कढ़ाई किए हुए वस्त्र, तथा हारून के लिए भी पवित्र वस्त्र बनाए, जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी। सरल हिन्दी बाइबल नीले, बैंगनी और लाल रंग के सूत से पवित्र स्थान में सेवा के अवसर पर पहनने के लिए वस्त्र बनाए, और अहरोन के लिए पवित्र वस्त्र, जैसा याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, वैसा ही बनाया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उन्होंने नीले, बैंगनी और लाल रंग के काढ़े हुए कपड़े पवित्रस्थान की सेवा के लिये, और हारून के लिये भी पवित्र वस्त्र बनाए; जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी। |
‘तू दस परदों का एक निवास-स्थान बनाना। ये परदे पतले सूत से बुने हुए नीले, बैंजनी और लोहित रंग के वस्त्र के होने चाहिए। तू उन पर कुशलता से करूबों के चित्रों की कढ़ाई करना।
‘वे कारीगर स्वर्णतार तथा पतले सूत में बुने हुए नीले, बैंजनी और लोहित रंग के वस्त्र लेंगे।
सज्जापूर्ण पोशाकें−पुरोहित हारून की पोशाक, उसके पुत्रों की पोशाकें जिन्हें वे पुरोहित के कार्य करते समय पहनेंगे−
पवित्र-स्थान में सेवा कार्य करते समय पहनने की सज्जापूर्ण पोशाकें; पुरोहित हारून की पवित्र पोशाक, और पुरोहित के रूप में सेवा कार्य के लिए हारून के पुत्रों की पोशाकें।’
जिन मनुष्यों के पास नीले, बैंजनी और लोहित रंग के वस्त्र, पतले सूत से बुना हुआ कपड़ा, बकरी के बाल, मेढ़े की पकी हुई खाल, सूस का चमड़ा था, वे उन्हें ले आए।
आंगन के आस-पास की आधार-पीठिकाएँ, आंगन के द्वार की आधार-पीठिकाएँ, निवास-स्थान की सब खूंटियाँ, और आंगन के आस-पास की सब खूंटियाँ बनाईं।
पवित्र-स्थान में सेवा करते समय पहनने की सज्जापूर्ण पोशाकें, पुरोहित हारून की पवित्र पोशाक, पुरोहित के रूप में सेवा-कार्य के लिए हारून के पुत्रों की पोशाकें।
‘पवित्र स्थान से निकलकर पुरोहित सीधे बाहर आंगन में नहीं जाएंगे। पहले वे यहां अपने उन वस्त्रों को उतारेंगे, जिन्हें पहिन कर उन्होंने पुरोहित का सेवा-कार्य किया था। पुरोहित के ये वस्त्र पवित्र हैं। जन-साधारण के लिए नियुक्त स्थान में जाने के पूर्व पुरोहित अपने पवित्र वस्त्र उतार कर दुसरे वस्त्र पहिन लेंगे।’
मन्दिर का धर्म-नियम यह है: पहाड़ के शिखर के चारों ओर का सम्पूर्ण भूमि-क्षेत्र परम पवित्र माना जाएगा। ओ मानव, देख, मेरे भवन का यही धर्म-नियम है।
उन्होंने बकरों तथा बछड़ों का नहीं, बल्कि अपना रक्त ले कर सदा के लिए एक ही बार पवित्र स्थान में प्रवेश किया और इस तरह मनुष्यों के लिए सदा-सर्वदा बना रहने वाला उद्धार प्राप्त किया है।
पार्थिव आराधना-स्थल का महापुरोहित किसी दूसरे का रक्त ले कर प्रतिवर्ष पवित्र-स्थान में प्रवेश करता है। परन्तु मसीह को उसी तरह बार-बार अपने को अर्पित करने की आवश्यकता नहीं है।