उसने आन्तरिक आंगन की दीवार को गढ़े हुए पत्थरों के तीन रद्दों से तथा देवदार के शहतीरों की एक परत से बनाया।
निर्गमन 38:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने आंगन बनाया। आंगन के दक्षिणी भाग के परदे पतले बुने हुए वस्त्र के थे। वे पैंतालीस मीतर लम्बे थे। पवित्र बाइबल तब उसने आँगन के चारों ओर पर्दें की दीवार बनाई। दक्षिण की ओर के पर्दे की दीवार पचास गज लम्बी थी। ये पर्दे सन के उत्तम रेशों के बने थे। Hindi Holy Bible फिर उसने आंगन बनाया; और दक्खिन अलंग के लिये आंगन के पर्दे बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के थे, और सब मिलाकर सौ हाथ लम्बे थे; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उसने आँगन बनाया; और दक्षिण की ओर के लिये आँगन के परदे बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के थे, और सब मिलाकर सौ हाथ लम्बे थे; नवीन हिंदी बाइबल फिर उसने आँगन बनाया। आँगन के दक्षिणी भाग के परदे बटे हुए महीन मलमल के थे, जिनकी लंबाई एक सौ हाथ की थी। सरल हिन्दी बाइबल फिर पवित्र स्थान के आंगन को बनाया. आंगन के दक्षिण हिस्से में बंटी हुई बारिक सनी के कपड़े का पर्दा था, जिसकी लंबाई पैंतालीस मीटर थी, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उसने आँगन बनाया; और दक्षिण की ओर के लिये आँगन के पर्दे बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के थे, और सब मिलाकर सौ हाथ लम्बे थे; |
उसने आन्तरिक आंगन की दीवार को गढ़े हुए पत्थरों के तीन रद्दों से तथा देवदार के शहतीरों की एक परत से बनाया।
उसके भवन के द्वारों से स्तुति-बलि के साथ प्रवेश करो; स्तुति गाते हुए उसके आंगनों में आओ। उसकी सराहना करो, उसके नाम को धन्य कहो!
तेरे आंगनों में एक दिन रहना अन्यत्र हजार दिन रहने से श्रेष्ठ है। दुष्टता के शिविर में निवास करने की अपेक्षा अपने परमेश्वर के भवन के द्वार पर खड़ा रहना ही मुझे प्रिय है।
प्रभु के आंगनों के लिए मेरा प्राण इच्छुक है, मूर्छित है; मेरा हृदय, मेरा शरीर जीवंत परमेश्वर का जय-जयकार करता है।
परमेश्वर पवित्र सन्तों की सभा में भयप्रद है, वह अपने चारों ओर रहनेवालों में महान और भयावह है।
‘तू दस परदों का एक निवास-स्थान बनाना। ये परदे पतले सूत से बुने हुए नीले, बैंजनी और लोहित रंग के वस्त्र के होने चाहिए। तू उन पर कुशलता से करूबों के चित्रों की कढ़ाई करना।
उनके लिए बीस खम्भे और पीतल की बीस आधार-पीठिकाएँ थीं। किन्तु खम्भों के छल्ले तथा उनको जोड़नेवाली पट्टियाँ चांदी की थीं।
मूसा ने निवास-स्थान और वेदी के चारों ओर कनात खड़ी करके आंगन बनाया और आंगन के प्रवेश-द्वार पर परदा लटकाया। इस प्रकार मूसा ने कार्य समाप्त किया।
आंगन के परदे, निवास-स्थान तथा वेदी के चारों ओर के आंगन के द्वार का परदा, और उनकी रस्सियों से सम्बन्धित समस्त सेवाकार्य करते थे।
आंगन के परदे, निवास-स्थान तथा वेदी के चारों ओर के आंगन के द्वार का परदा, उनकी रस्सियाँ, और इन सबसे सम्बन्धित सेवा-कार्य की अन्य वस्तुएँ वहन करेंगे। जो कार्य इनसे होते हैं, वे उन कार्यों को भी करेंगे।