उसने स्तम्भों के सिरों पर बैठाने के लिए ठोस तांबे के दो स्तम्भ-शीर्ष बनाए। प्रत्येक स्तम्भ-शीर्ष की ऊंचाई सवा दो मीटर थी।
निर्गमन 38:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) खम्भों की आधार-पीठिकाएँ पीतल की थीं, किन्तु उनके छल्ले, और उनको जोड़ने-वाली पट्टियाँ चांदी की थीं। उनके मस्तक भी चांदी से मढ़े हुए थे। आंगन के सब खम्भे चांदी की पट्टियों से जुड़े थे। पवित्र बाइबल खम्भों के आधार काँसे के बने थे। छल्लों और कनातों की छड़े चाँदी की बनी थीं। खम्भों के सिरे भी चाँदी से मढ़े थे। आँगन के सभी खम्भे कनात की चाँदी की छड़ों से जुड़े थे। Hindi Holy Bible और खम्भों की कुसिर्यां पीतल की, और घुंडियां और छड़े चांदी की बनी, और उनके सिरे चांदी से मढ़े गए, और आंगन के सब खम्भे चांदी के छड़ों से जोड़े गए थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और खम्भों की कुर्सियाँ पीतल की और घुंडियाँ और छड़ें चाँदी की बनीं, और उनके सिरे चाँदी से मढ़े गए, और आँगन के सब खम्भे चाँदी की छड़ों से जोड़े गए थे। नवीन हिंदी बाइबल खंभों के खांचे पीतल के थे, और उनके कड़े तथा उनकी पट्टियाँ चाँदी की थीं, और उनके सिरे चाँदी से मढ़े गए थे; आँगन के सब खंभे चाँदी की पट्टियों से जुड़े हुए थे। सरल हिन्दी बाइबल मीनारों की कुर्सियां कांसे की बनाई गई थी, मीनारों की कड़ियां तथा उनकी पट्टियां चांदी की थीं. उनका ऊपरी हिस्सा चांदी का था तथा आंगन के सभी मीनारों पर चांदी की पट्टियां लगाई गई थीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और खम्भों की कुर्सियाँ पीतल की, और घुंडियाँ और छड़ें चाँदी की बनीं, और उनके सिरे चाँदी से मढ़े गए, और आँगन के सब खम्भे चाँदी के छड़ों से जोड़े गए थे। |
उसने स्तम्भों के सिरों पर बैठाने के लिए ठोस तांबे के दो स्तम्भ-शीर्ष बनाए। प्रत्येक स्तम्भ-शीर्ष की ऊंचाई सवा दो मीटर थी।
उनके लिए बीस खम्भे और पीतल की बीस आधार-पीठिकाएँ होनी चाहिए। किन्तु खम्भों के छल्ले तथा उनको जोड़ने वाली पट्टियाँ चांदी की होंगी।
आंगन के द्वार का परदा बेल-बूटों से कढ़ा हुआ, नीले, बैंजनी और लोहित रंग का, पतले बुने हुए सूती वस्त्र का था। आंगन के अन्य परदों के बराबर उसकी लम्बाई नौ मीटर, उसकी ऊंचाई, अर्थात् उसकी चौड़ाई दो मीटर पचीस सेंटीमीटर थी।
उनका निर्धारित उत्तरदायित्व यह था : वे निवास-स्थान के तख्तों, छड़ों, खम्भों, आधार-पीठिकाओं तथा उनकी अन्य वस्तुओं से सम्बन्धित सेवा-कार्य करते थे।
आंगन के चारों ओर के खम्भों, उनकी आधार-पीठिकाओं, खूंटों और रस्सियों तथा इनसे सम्बन्धित सेवा-कार्य की अन्य वस्तुओं को ढोकर ले जाएंगे। जो वस्तुएँ उन्हें वहन करना है, उनको नाम के साथ निर्धारित करना।