शुद्ध सोने के तसले, कैंचियां, रक्त छिड़कने के लिए पात्र, धूपदान और करछे; और पवित्र अन्तर्गृह − परम पवित्र स्थान − के दरवाजों तथा मध्यभाग के दरवाजों के कबजे। उसने ये भी सोने के बनाए थे।
निर्गमन 37:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने मेज पर रखने के लिए शुद्ध सोने के पात्र बनाए : धूप के लिए परात, धूपदान, तथा पेयार्पण के लिए सुराहियाँ और चषक। पवित्र बाइबल तब उसने उन चीज़ों को बनाया जो मेज पर काम आती थीं। उसने तश्तरी, चम्मच, परात और पेय भेंटों के लिये उपयोग में आने वाले घड़े बनाए। ये सभी चीज़ें शुद्ध सोने से बनाई गईं थीं। Hindi Holy Bible और उसने मेज़ पर का सामान अर्थात परात, धूपदान, कटोरे, और उंडेलने के बर्तन सब चोखे सोने के बनाए॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसने मेज़ पर का सामान अर्थात् परात, धूपदान, कटोरे, और उंडेलने के बर्तन सब चोखे सोने के बनाए। नवीन हिंदी बाइबल उसने मेज़ पर रखे जाने के शुद्ध सोने के पात्र, अर्थात् थालियाँ, चम्मच, कटोरे, और उंडेलने के बरतन बनाए। सरल हिन्दी बाइबल इस मेज़ पर रखे जानेवाले समान अर्थात्, थालियां, तवे, कटोरियां तथा पेयार्पण डालने के लिए बर्तन, ये सब सोने के बनाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने मेज पर का सामान अर्थात् परात, धूपदान, कटोरे, और उण्डेलने के बर्तन सब शुद्ध सोने के बनाए। |
शुद्ध सोने के तसले, कैंचियां, रक्त छिड़कने के लिए पात्र, धूपदान और करछे; और पवित्र अन्तर्गृह − परम पवित्र स्थान − के दरवाजों तथा मध्यभाग के दरवाजों के कबजे। उसने ये भी सोने के बनाए थे।
परन्तु प्रभु के भवन में चढ़ाए गए रुपयों से मन्दिर के लिए चांदी की चिलमचियां, चिमटे, प्याले, तुरहियां तथा सोना-चाँदी के अन्य पात्र नहीं बनाए गए।
तू धूप के लिए परात, धूपदान, तथा पेयार्पण के लिए सुराहियाँ और चषक बनाना। तू इन्हें शुद्ध सोने से बनाना।
उसने शुद्ध सोने का एक दीपाधार बनाया। उसने दीपाधार का पाया और डण्डी सोना ढालकर बनाए। उसके पुष्प-कोष, गांठ और फूल धातु के एक ही टुकड़े से बनाए।
यह उसका चढ़ावा था : चांदी का एक परात, जिसका भार पवित्र-स्थान की तौल के अनुसार डेढ़ किलो था, और आठ सौ ग्राम चांदी की एक चिलमची−दोनों पात्रों में अन्न-बलि के लिए तेल सम्मिश्रित मैदा भरा था−;
किसी भी बड़े घर में न केवल सोने और चांदी के, बल्कि लकड़ी और मिट्टी के भी पात्र पाये जाते हैं। कुछ पात्र ऊंचे प्रयोजन के लिए हैं और कुछ साधरण प्रयोजन के लिए।