किन्तु वह विलम्ब करता रहा। अत: दूत उसका तथा उसकी पत्नी एवं उसकी दोनों पुत्रियों का हाथ पकड़कर उन्हें नगर से बाहर ले गए; क्योंकि प्रभु लोट के प्रति दयालु था।
निर्गमन 34:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह हजारों पीढ़ियों पर करुणा करने वाला; अधर्म, अपराध और पाप को क्षमा करनेवाला है। किन्तु वह दोषी को किसी भी प्रकार निर्दोष सिद्ध न करेगा। वह पूर्वजों के अधर्म का दण्ड तीसरी और चौथी पीढ़ी तक उनकी संतान तथा आनेवाली संतान को देता रहता है।’ पवित्र बाइबल यहोवा हज़ारों पीढ़ियों पर कृपा करता है। यहोवा लोगों को उन गलतियों के लिए जो वे करते हैं क्षमा करता है। किन्तु यहोवा अपराधियों को दण्ड देना नहीं भूलता। यहोवा केवल अपराधी को ही दण्ड नहीं देगा अपितु उनके बच्चों, उनके पौत्रों और प्रपौत्रों को भी उस बुरी बात के लिये कष्ट सहना होगा जो वे लोग करते हैं।” Hindi Holy Bible हजारों पीढिय़ों तक निरन्तर करूणा करने वाला, अधर्म और अपराध और पाप का क्षमा करने वाला है, परन्तु दोषी को वह किसी प्रकार निर्दोष न ठहराएगा, वह पितरों के अधर्म का दण्ड उनके बेटों वरन पोतों और परपोतों को भी देने वाला है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हज़ारों पीढ़ियों तक निरन्तर करुणा करनेवाला, अधर्म और अपराध और पाप का क्षमा करनेवाला है, परन्तु दोषी को वह किसी प्रकार निर्दोष न ठहराएगा; वह पितरों के अधर्म का दण्ड उनके बेटों वरन् पोतों और परपोतों को भी देनेवाला है।” नवीन हिंदी बाइबल वह हज़ारों पीढ़ियों तक करुणा करता है और अधर्म, अपराध तथा पाप को क्षमा करता है, परंतु वह दोषी को किसी प्रकार निर्दोष नहीं ठहराता। वह पूर्वजों के अधर्म का दंड उनके बेटों, बल्कि पोतों और परपोतों को भी देता है।” सरल हिन्दी बाइबल हजारों पीढ़ियों तक करुणा करनेवाले, जो अधर्म, अपराध और पाप का क्षमा करनेवाले हैं; परंतु दोषी को किसी भी स्थिति में बिना दंड दिए नहीं छोड़ते. पूर्वजों के अधर्म का दंड उनके बेटों, पोतों और परपोतों तक को देते हैं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हजारों पीढ़ियों तक निरन्तर करुणा करनेवाला, अधर्म और अपराध और पाप को क्षमा करनेवाला है, परन्तु दोषी को वह किसी प्रकार निर्दोष न ठहराएगा, वह पितरों के अधर्म का दण्ड उनके बेटों वरन् पोतों और परपोतों को भी देनेवाला है।” |
किन्तु वह विलम्ब करता रहा। अत: दूत उसका तथा उसकी पत्नी एवं उसकी दोनों पुत्रियों का हाथ पकड़कर उन्हें नगर से बाहर ले गए; क्योंकि प्रभु लोट के प्रति दयालु था।
‘जब मैं, तेरा सेवक और तेरे निज लोग इस्राएली इस स्थान में प्रार्थना करेंगे, तब तू उनकी विनती को सुनना। अपने निवास-स्थान, स्वर्ग से तू उनकी प्रार्थना सुनना। प्रभु, तू उनकी प्रार्थना सुनकर उन्हें क्षमा कर देना।
तब तू स्वर्ग से उनका मुकदमा सुनना, और कार्य करना। प्रभु, अपने सेवकों का न्याय करना; दुर्जन को दुर्जन घोषित करना, और उसके आचरण का फल उसके सिर पर लौटाना। परन्तु सज्जन को सज्जन सिद्ध करना, और उसकी सज्जनता के अनुरूप उसे फल देना।
‘यदि तुम प्रभु की ओर लौटोगे तो जिन्होंने तुम्हारे भाई-बन्धुओं और तुम्हारी सन्तान को गुलाम बनाया है, उनके हृदय को प्रभु करुणामय बनाएगा, और वे उन पर दया करेंगे। वे उनको स्वतन्त्र कर देंगे, और तुम्हारे भाई-बन्धु तथा तुम्हारी सन्तान इस देश को लौट आएगी। तुम्हारा प्रभु परमेश्वर कृपालु और करुणामय है। यदि तुम उसकी ओर उन्मुख होगे तो वह तुमसे कभी विमुख नहीं होगा।’
मैंने कहा, ‘हे स्वर्ग के प्रभु परमेश्वर, महान और भक्तियोग्य परमेश्वर, तू उन भक्तों के लिए अपना विधान पूर्ण करता है, उन पर करुणा करता है, जो तुझसे प्रेम करते, और तेरी आज्ञाओं का पालन करते हैं।
‘अब हे हमारे परमेश्वर, तू महान, शक्तिशाली और आतंकमय परमेश्वर, अपने विधान का पालन करनेवाला, और करुणा सागर है! जो महा संकट के बादल हम पर, हमारे राजाओं, शासकों, पुरोहितों, नबियों और पूर्वजों पर, तेरे समस्त निज लोगों पर असीरियाई राजाओं के समय से आज तक हम पर बरसते आए हैं, उन्हें अपनी दृष्टि में कम न जान!
यदि मैं पाप करूं तो तू उस पर ध्यान देगा; मेरे अधर्म करने पर तू मुझे निर्दोष न ठहराएगा।
किन्तु तू, हे स्वामी, दयालु, कृपालु, विलम्ब से क्रोध करनेवाला, करुणा और सच्चाई से परिपूर्ण परमेश्वर है।
हे प्रभु, हमारे परमेश्वर, तू उन्हें उत्तर देता था; तू उनके लिए क्षमाशील परमेश्वर था, पर तू उनके बुरे कामों का प्रतिशोधी भी था!
उस पर ध्यान देना। उसकी वाणी को सुनना। उससे विद्रोह मत करना। वह तेरे अपराधों को क्षमा नहीं करेगा; क्योंकि मेरा नाम उसमें है।
तू झूठे आरोप से दूर रहना और निर्दोष तथा भक्त का वध न करना; क्योंकि मैं दुर्जन को निर्दोष नहीं घोषित करूँगा।
उसने कहा, ‘मैं अपनी समस्त अच्छाई तेरे सम्मुख प्रदर्शित करूँगा। तेरे सामने अपना नाम “प्रभु” घोषित करूँगा। जिस पर मैं अनुग्रह करना चाहूँगा, उस पर अनुग्रह करूँगा। जिस पर मैं दया करना चाहूँगा, उस पर दया करूँगा।’
मूसा ने कहा, ‘हे स्वामी, यदि मैंने तेरी कृपा-दृष्टि प्राप्त की है, तो मैं विनती करता हूँ, स्वामी, यद्यपि वे ऐंठी-गरदन के लोग हैं, तो भी तू हमारे मध्य में होकर चल। हमारे अधर्म को, हमारे पाप को क्षमा कर और हमें अपनी निज सम्पत्ति बना।’
अपनी बात कहो, प्रमाण को सामने लाओ, तुम आपस में विचार-विमर्श करो। किसने प्राचीनकाल से ये बातें बताई थीं? किसने बहुत पहले से ये घटनाएँ प्रकट की थीं? मैंने, मैं-प्रभु ने ही ये बातें तुम पर प्रकट की थीं। मेरे अतिरिक्त अन्य ईश्वर नहीं है। मुझे छोड़ दूसरा धार्मिक और उद्धारकर्ता ईश्वर नहीं है।’
मैं-प्रभु कहता हूं : मैं तुझे बचाने के लिए तेरे साथ हूँ। जिन राष्ट्रों में मैंने तुझ को बिखेर दिया था, उन-सब का मैं पूर्ण संहार कर दूंगा। मैं तेरा पूर्ण विनाश नहीं करूंगा, किन्तु तुझे उचित मात्रा में दण्ड दूंगा; निस्सन्देह मैं तुझको दण्ड दिए बिना नहीं छोड़ूंगा।
तू लाखों पर करुणा करता है, फिर भी तू बाप-दादों के दुष्कर्मों का प्रतिफल उनके मरने के बाद उनकी संतान को देता है। हे महान और सर्वशक्तिमान परमेश्वर, तेरा नाम “स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु” है।
किन्तु यदि कोई मनुष्य किसी बात पर घमण्ड करना चाहता है तो उसे इस बात पर घमण्ड करना चाहिए कि वह मुझे जानता है, उसको मेरे विषय मे यह समझ है कि मैं पृथ्वी पर दया, न्याय और धर्म की स्थापना करनेवाला प्रभु हूं; और मैं इन्हीं बातों से प्रसन्न होता हूं,’ प्रभु की यह वाणी है।
मैंने प्रभु परमेश्वर से अपना पाप स्वीकार किया, और तब उससे इन शब्दों में प्रार्थना की : “हे स्वामी, तू महान और भययोग्य परमेश्वर है। जो लोग तुझसे प्रेम करते हैं, और तेरी आज्ञाओं का पालन करते हैं, उन पर तू करुणा करता है, और उनके साथ अपने विधान को पूरा करता है।
हे स्वामी हमारे परमेश्वर, केवल तू ही दयालु और क्षमाशील है। हमने तेरे प्रति विद्रोह किया था,
क्या मैं खोटी तराजू रखनेवाले को, अपनी थैली में खोटे बाट रखनेवालों को बिना दण्ड दिए छोड़ दूंगा?
हे प्रभु, तेरे समान अधर्म को क्षमा करनेवाला, अपनी मीरास के बचे हुए लोगों के अपराध क्षमा करनेवाला और कौन ईश्वर है? तू सदा क्रोध नहीं करता, क्योंकि तू करुणा से प्रसन्न होता है।
प्रभु के क्रोध के सम्मुख कौन खड़ा रह सकता है? उसकी क्रोधाग्नि को कौन सह सकता है? उसका कोप अग्नि की तरह बरसता है, और प्रभु के सामने चट्टानें फूट जाती हैं।
“इसलिए मैं तुम लोगों से कहता हूँ, मनुष्यों को सब पापों और ईशनिन्दा की भी क्षमा मिल जाएगी, परन्तु पवित्र आत्मा की निन्दा की क्षमा नहीं मिलेगी।
उनके पास कर्ज चुकाने के लिए कुछ नहीं था; इसलिए महाजन ने दोनों को माफ कर दिया। उन दोनों में कौन उससे अधिक प्रेम करेगा?”
“भाइयो! आप अच्छी तरह समझ लें कि जो सन्देश आप को सुनाया जा रहा है, वह यह है कि येशु के द्वारा पापों की क्षमा प्राप्त होती है। मूसा की व्यवस्था जिन बातों से आपको मुक्त न कर सकी,
परमेश्वर ने उन्हें अधिनायक तथा मुक्तिदाता का उच्च पद देकर अपने दाहिने हाथ से उन्नत किया, कि वह इस्राएल को पश्चात्ताप और पापक्षमा प्रदान करें।
जो अपने रक्त द्वारा हमें विमोचन, अर्थात् अपराधों की क्षमा दिलाते हैं। यह परमेश्वर की अपार कृपा का परिणाम है,
एक दूसरे के प्रति दयालु तथा सहृदय बनें। जिस तरह परमेश्वर ने मसीह में आप लोगों को क्षमा कर दिया, उसी तरह आप भी एक दूसरे को क्षमा करें।
प्रतिशोध लेना मेरा काम है, मैं बदला लूंगा; उनके पैर निर्धारित समय पर फिसलेंगे। उनके घोर संकट का दिन समीप है, उनका सर्वनाश अविलम्ब होगा।
किन्तु जो लोग उससे घृणा करते हैं, उन्हीं से वह प्रतिशोध लेता है और उनको नष्ट कर देता है। जो व्यक्ति उससे घृणा करता है, उसी व्यक्ति से प्रतिशोध लेने में वह विलम्ब नहीं करेगा।
अत: तू जान ले कि तेरा प्रभु परमेश्वर ही परमेश्वर है। वह विश्वस्त परमेश्वर है। वह विधान का पालन करने वाला है। जो लोग उससे प्रेम करते हैं और उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं, उन पर वह हजार पीढ़ियों तक करुणा करता है।
यहोशुअ ने लोगों से कहा, ‘तुम प्रभु की आराधना नहीं कर सकते; क्योंकि वह पवित्र परमेश्वर है। वह ईष्र्यालु परमेश्वर है। वह तुम्हारे अपराधों और पापों को नहीं क्षमा करेगा।
यदि हम अपने पाप स्वीकार करते हैं, तो परमेश्वर हमारे पाप क्षमा करेगा और हमें हर अपराध से शुद्ध करेगा; क्योंकि वह विश्वसनीय तथा धार्मिक है।
लेकिन कायरों, अविश्वासियों, नीचों, हत्यारों, व्यभिचारियों, ओझों, मूर्तिपूजकों और हर प्रकार के मिथ्यावादियों का अंत यह होगा − धधकती आग और गन्धक के कुण्ड में द्वितीय मृत्यु!”