निर्गमन 33:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब मूसा शिविर में प्रविष्ट हो जाते तब मेघ-स्तम्भ उतर आता और शिविर के द्वार पर खड़ा हो जाता था। इस प्रकार प्रभु मूसा से वार्तालाप करता था। पवित्र बाइबल जब मूसा तम्बू में जाता तो एक लम्बा बादल का स्तम्भ सदा नीचे उतरता था। वह बादल तम्बू के द्वार पर ठहरता। इस प्रकार यहोवा मूसा से बात करता था। Hindi Holy Bible और जब मूसा उस तम्बू में प्रवेश करता था, तब बादल का खम्भा उतर के तम्बू के द्वार पर ठहर जाता था, और यहोवा मूसा से बातें करने लगता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब मूसा उस तम्बू में प्रवेश करता था, तब बादल का खम्भा उतर के तम्बू के द्वार पर ठहर जाता था, और यहोवा मूसा से बातें करने लगता था। नवीन हिंदी बाइबल जैसे ही मूसा तंबू में प्रवेश करता था, तो बादल का खंभा उतरकर तंबू के द्वार पर ठहर जाता था, और यहोवा मूसा से बातें करने लगता था। सरल हिन्दी बाइबल जैसे ही मोशेह मिलनवाले तंबू में चले जाते, बादल का खंभा मिलनवाले तंबू के द्वार पर रुक जाता था और याहवेह मोशेह से बातें करते थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब मूसा उस तम्बू में प्रवेश करता था, तब बादल का खम्भा उतरकर तम्बू के द्वार पर ठहर जाता था, और यहोवा मूसा से बातें करने लगता था। |
मेघ-स्तम्भ में से वह उनसे वार्तालाप करता था। उन लोगों ने प्रभु कि सािक्षयों, और उन संविधियों का पालन किया था, जिन्हें प्रभु ने उन्हें दिया था।
मैं वहाँ तुझसे भेंट किया करूँगा। जो आज्ञाएँ मैं तुझे इस्राएली समाज के लिए दूँगा, उनके विषय में मैं तुझसे दया-आसन के ऊपर से, साक्षी-मंजूषा पर स्थापित दोनों करूबों के मध्य से, वार्तालाप करूँगा।
जब प्रभु ने सीनय पर्वत पर मूसा से वार्तालाप समाप्त किया तब उन्हें साक्षी की दो पट्टियाँ, अपने हाथ से लिखी पत्थर की दो पट्टियाँ दीं।
जब लोग शिविर के द्वार पर मेघ-स्तम्भ को खड़ा हुआ देखते तब वे सब उठकर अपने-अपने तम्बू-द्वार से वन्दना करते थे।
जैसे कोई मनुष्य अपने मित्र से आमने-सामने बात करता है, वैसे ही प्रभु मूसा से वार्तालाप करता था। जब मूसा पड़ाव को लौट आते तब उनका निजी सेवक, नून का पुत्र नवयुवक यहोशुअ, शिविर में से नहीं निकलता था।
जब-जब मूसा बाहर शिविर के पास जाते, सब लोग खड़े हो जाते। जब तक वह शिविर के भीतर नहीं चले जाते तब तक प्रत्येक व्यक्ति अपने तम्बू के द्वार पर खड़ा रहता और उनकी ओर देखता रहता था।
कोई भी व्यक्ति तेरे साथ ऊपर न चढ़े। समस्त पहाड़ पर मनुष्य दिखाई भी न दे। भेड़-बकरी, गाय-बैल उस पहाड़ के सम्मुख न चराए जाएँ।’
मूसा ने कहा, ‘हे स्वामी, यदि मैंने तेरी कृपा-दृष्टि प्राप्त की है, तो मैं विनती करता हूँ, स्वामी, यद्यपि वे ऐंठी-गरदन के लोग हैं, तो भी तू हमारे मध्य में होकर चल। हमारे अधर्म को, हमारे पाप को क्षमा कर और हमें अपनी निज सम्पत्ति बना।’
प्रभु की सामर्थ्य मुझ पर प्रबल हुई। प्रभु ने मुझ से कहा, ‘उठ, और मैदान की ओर जा। मैं वहाँ तुझसे बातें करूंगा।
मैं उतरकर वहाँ तुझसे बात करूंगा। जो आत्मा तुझ में है, उसमें से कुछ लेकर उन लोगों में डालूंगा। तब वे तेरे साथ लोगों का भार वहन करेंगे, और तू अकेला उसको नहीं वहन करेगा।
मूसा प्रभु से वार्तालाप करने के लिए मिलन-शिविर में गए। वहाँ उन्होंने दया-आसन के ऊपर साक्षी-मंजूषा पर स्थापित दोनों करूबों के मध्य से यह वाणी सुनी, जो उनसे बात कर रही थी।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘देख, तेरी मृत्यु का दिन निकट है। तू यहोशुअ को बुला। उसके पश्चात् तुम दोनों मिलन-शिविर में आना। मैं यहोशुअ को तेरे स्थान पर नियुक्त करूंगा।’ अत: मूसा और यहोशुअ गए। उन्होंने मिलन-शिविर में प्रवेश किया।
तब प्रभु मेघ-स्तम्भ में मिलन-शिविर में प्रकट हुआ। मेघ-स्तम्भ तम्बू के द्वार पर खड़ा हो गया।