परमेश्वर ने अपनी सृष्टि को देखा, और देखो, वह बहुत अच्छी थी। सन्ध्या हुई, फिर सबेरा हुआ। इस प्रकार छठा दिन बीत गया।
निर्गमन 31:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह मेरे और इस्राएली समाज के मध्य इस बात का स्थायी चिह्न है कि प्रभु ने छ: दिन में आकाश और पृथ्वी बनाए, और सातवें दिन विश्राम करके शान्ति की सांस ली।’ पवित्र बाइबल सब्त का दिन मेरे और इस्राएल के लोगों के बीच सदा के लिए प्रतीक रहेगा।’” (यहोवा ने छः दिन काम किया तथा आकाश एवं धरती को बनाया। सातवें दिन उसने अपने को विश्राम दिया।) Hindi Holy Bible वह मेरे और इस्त्राएलियों के बीच सदा एक चिन्ह रहेगा, क्योंकि छ: दिन में यहोवा ने आकाश और पृथ्वी को बनाया, और सातवें दिन विश्राम करके अपना जी ठण्डा किया॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह मेरे और इस्राएलियों के बीच सदा एक चिह्न रहेगा, क्योंकि छ: दिन में यहोवा ने आकाश और पृथ्वी को बनाया, और सातवें दिन विश्राम करके अपना जी ठण्डा किया’।” नवीन हिंदी बाइबल वह मेरे और इस्राएलियों के बीच सदाकाल का एक चिह्न होगा, क्योंकि यहोवा ने छः दिनों में आकाश और पृथ्वी की रचना की, और सातवें दिन उसने विश्राम किया और तरो-ताज़ा हुआ।’ ” सरल हिन्दी बाइबल यह मेरे तथा इस्राएलियों के बीच में पक्का वादा और चिन्ह है; क्योंकि छः दिनों में याहवेह ने स्वर्ग तथा पृथ्वी को बनाया, लेकिन सातवें दिन उन्होंने आराम किया.’ ” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह मेरे और इस्राएलियों के बीच सदा एक चिन्ह रहेगा, क्योंकि छः दिन में यहोवा ने आकाश और पृथ्वी को बनाया, और सातवें दिन विश्राम करके अपना जी ठंडा किया।’” |
परमेश्वर ने अपनी सृष्टि को देखा, और देखो, वह बहुत अच्छी थी। सन्ध्या हुई, फिर सबेरा हुआ। इस प्रकार छठा दिन बीत गया।
क्योंकि प्रभु ने छ: दिन में आकाश, पृथ्वी, समुद्र एवं उन सबको बनाया, जो उनमें हैं, तथा सातवें दिन विश्राम किया। अत: प्रभु ने विश्राम दिवस को आशीष दी, और उसे पवित्र घोषित किया।
‘तू इस्राएली समाज से यह बोलना : तुम मेरे विश्राम-दिवसों को अवश्य मनाना। यह मेरे और तुम्हारे मध्य पीढ़ी से पीढ़ी तक एक चिह्न है जिससे तुम्हें ज्ञात हो कि मैं प्रभु, तुम्हें पवित्र करता हूँ।
इसलिए इस्राएली समाज विश्राम-दिवस को मनाएगा। वे विश्राम-दिवस को शाश्वत विधान के रूप में पीढ़ी से पीढ़ी तक मानेंगे।
यदि तू विश्राम-दिवस को अपवित्र नहीं करेगा, मेरे पवित्र दिवस पर अपना दैनिक काम-धन्धा नहीं करेगा, और विश्राम-दिवस को आनन्द-पर्व मानेगा, उसको प्रभु का पवित्र और सम्मानीय दिन समझेगा; यदि तू अपने मार्ग पर अपने मन के अनुरूप आचरण नहीं करेगा, अपना काम-काज नहीं करेगा, और न व्यर्थ बातों में उसको गुजारेगा और यों उसका सम्मान करेगा;
‘उनकी भलाई करने में मुझे सदा आनन्द आएगा, और मैं अपने सम्पूर्ण हृदय और सम्पूर्ण प्राण से, पूर्ण सच्चाई से इस देश में उनको रोपूंगा।
‘मैंने उनको विश्राम-दिवस भी प्रदान किया, जो मेरे और उनके मध्य एक चिह्न है कि उनको ज्ञात हो कि मैं प्रभु ही उनको पवित्र करता हूं।
मेरे विश्राम-दिवस को पवित्र मानो, ताकि वह मेरे और तुम्हारे बीच एक चिह्न ठहरे, और तुम्हें अनुभव हो कि मैं ही तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूं।”
जिस व्यक्ति ने परमेश्वर के विश्रामस्थान में प्रवेश किया है, उसने, अर्थात् “येशु”† ने अपना कार्य समाप्त कर उसी प्रकार विश्राम किया है, जिस प्रकार परमेश्वर ने अपना कार्य समाप्त कर विश्राम किया।