उन्हीं दिनों में मैंने यहूदा प्रदेश में देखा कि किसान विश्राम-दिवस पर रस-कुण्डों में अंगूर को रौंद कर उसका रस निकालते हैं। वे विश्राम-दिवस पर खेतों से अनाज के पूले लाते और उनको गधों पर लादते हैं। इसी प्रकार वे अंगूर-रस, अंगूर के गुच्छे, अंजीर के फल आदि सब प्रकार के बोझ विश्राम-दिवस पर ढो-ढोकर यरूशलेम में लाते हैं। विश्राम-दिवस पर वे भोजन-सामग्री बेचते हैं। मैंने उनको चेतावनी दी।
तुम्हारे पूर्वजों ने भी ऐसा ही किया था, और हमारे परमेश्वर ने हम पर और इस नगर पर अनेक विपत्तियाँ ढाही थीं। अब तुम विश्राम-दिवस को अपवित्र कर परमेश्वर का कोप इस्राएली कौम पर और अधिक भड़का रहे हो।’
‘तू इस्राएली समाज से यह बोलना : तुम मेरे विश्राम-दिवसों को अवश्य मनाना। यह मेरे और तुम्हारे मध्य पीढ़ी से पीढ़ी तक एक चिह्न है जिससे तुम्हें ज्ञात हो कि मैं प्रभु, तुम्हें पवित्र करता हूँ।