उसका मूल्य न ओपीर देश के सोने से आंका जा सकता है, और न बहुमूल्य गोमेद या नीलम मणियों से ही।
निर्गमन 28:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दूसरी पंिक्त मरकत, नीलमणि और हीरा की होगी। पवित्र बाइबल दूसरी पंक्ति में फिरोजा, नीलम तथा पन्ना होना चाहिए। Hindi Holy Bible दूसरी पांति में मरकत, नीलमणि और हीरा; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दूसरी पंक्ति में मरकत, नीलमणि और हीरा : नवीन हिंदी बाइबल दूसरी पंक्ति में मरकत, नीलमणि और हीरा; सरल हिन्दी बाइबल दूसरी पंक्ति में एक लाल मणि, एक नीलम और एक हीरा हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दूसरी पंक्ति में मरकत, नीलमणि और हीरा; |
उसका मूल्य न ओपीर देश के सोने से आंका जा सकता है, और न बहुमूल्य गोमेद या नीलम मणियों से ही।
उन्होंने इस्राएल के परमेश्वर को देखा। उसके चरणों के नीचे नीलमणि का चबूतरा-जैसा कुछ था, जो आकाश के सदृश स्वच्छ था।
तू उस पर मणि की चार पंिक्तयाँ जड़ना। पहली माणिक्य, पद्मराग, और लालड़ी की पंिक्त होगी।
उसकी भुजाएँ फिरोजा जड़ी हुई सोने की छड़ों के समान हैं। उसका शरीर मानो हाथीदांत का बना है और उसमें नील मणियाँ जड़ी गई हैं।
‘यिर्मयाह, यहूदा प्रदेश के पाप का विवरण लोहे की कलम से लिखा हुआ है! उनके अपराध का लेख उनके हृदय में हीरे की नोक से खुदा हुआ है! उनकी वेदियों के सींगों पर उनका अधर्म अंकित है।
जीवधारियों के सिर के ऊपर आकाश-मण्डल था। उस आकाशमण्डल के ऊपर सिंहासन के समान कुछ था। यह सिंहासन मानो नीलम का बना था। सिंहासन के समान इस आसन पर कोई बैठा था, जिसकी आकृति मनुष्य के समान थी।
मैंने आंखें ऊपर कीं और यह देखा: करूबों के सिर के ऊपर आकाशमण्डल है, और इस आकाशमण्डल में सिंहासन-सा कुछ है, जो नीलमणि के समान चमक रहा है।
तेरे नगर-राज्य में अनेक प्रकार की वस्तुओं का बहुत उत्पादन होता था। इसलिए एदोम देश भी तेरे साथ व्यापार करता था। एदोम देश के व्यापारी तेरे माल के बदले में तुझ को ये वस्तुएं देते थे: मरकत मणि, बैंजनी रंग के बढ़िया कपड़े, परदा जिस पर कसीदा कढ़ा होता था, महीन सूती वस्त्र, मूंगा और गोमेद मणि।
तू मानो परमेश्वर के उद्यान अदन में रहता था। तू मणि-मुक्ताओं से जड़े वस्त्र पहिनता था: माणिक, पद्मराग, हीरा, फिरोजा, सुलेमानी मणि, यशब, नील-मणि, मरकत, और लाल-मणि। तेरे आभूषण और तेरी पोशाक सोने से मढ़ी थी। जिस दिन तेरा जन्म हुआ उसी दिन वे भी तैयार किए गए।
जिसका रूप-रंग सूर्यकान्त एवं रुधिराख्य के सदृश है और सिंहासन के चारों ओर मरकतमणि-जैसा एक आभा-मण्डल है।