योआश प्रभु के भवन में अपनी फूफी के साथ छ: वर्ष तक छिपा रहा। इस अवधि में अतल्याह यहूदा प्रदेश पर राज्य करती रही।
निर्गमन 2:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसकी पत्नी गर्भवती हुई। उसने एक पुत्र को जन्म दिया। जब उसने देखा कि बालक सुन्दर है, तो तीन महीने तक उसे छिपाये रखा। पवित्र बाइबल वह स्त्री गर्भवती हुई और उसने एक पुत्र को जन्म दिया। माँ ने देखा कि बच्चा अत्याधिक सुन्दर है और उसने उसे तीन महीने तक छिपाए रखा। Hindi Holy Bible और वह स्त्री गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ; और यह देखकर कि यह बालक सुन्दर है, उसे तीन महीने तक छिपा रखा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह स्त्री गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ; और यह देखकर कि यह बालक सुन्दर है, उसे तीन महीने तक छिपा रखा। नवीन हिंदी बाइबल वह स्त्री गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ। उसने यह देखकर कि बालक सुंदर है, उसे तीन महीने तक छिपाए रखा। सरल हिन्दी बाइबल उस कन्या ने गर्भधारण किया और एक बच्चे को जन्म दिया, और वह बहुत सुंदर था, उसने उसे तीन महीने तक छिपाए रखा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह स्त्री गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ; और यह देखकर कि यह बालक सुन्दर है, उसे तीन महीने तक छिपा रखा। (प्रेरि. 7:20, इब्रा. 11:23) |
योआश प्रभु के भवन में अपनी फूफी के साथ छ: वर्ष तक छिपा रहा। इस अवधि में अतल्याह यहूदा प्रदेश पर राज्य करती रही।
जो मनुष्य दूसरों पर कृपा करता, और उधार देता है, जो न्यायपूर्वक प्रत्येक कार्य करता है, उसका कल्याण होता है।
अम्राम ने अपनी फूफी योकेबेद से विवाह किया। उसने उससे हारून और मूसा नामक पुत्रों को जन्म दिया। अम्राम के जीवन के कुल वर्ष एक सौ सैंतीस थे।
अमराम की पत्नी का नाम योकेबद था, जो लेवी की पुत्री थी। वह मिस्र देश में लेवी को उत्पन्न हुई थी। उसने अमराम से हारून और मूसा को तथा उनकी बहिन मिर्याम को जन्म दिया था।
ऐसे समय मूसा का जन्म हुआ। वह अत्यन्त सुन्दर थे और तीन महीने तक अपने पिता के घर में पाले गये।
यूसुफ को पृथ्वी की श्रेष्ठतम वस्तुएँ और उसकी परिपूर्णता उपलब्ध है, झाड़ी में निवास करनेवाले प्रभु की अनुकम्पा उस पर है। यूसुफ पर, जो अपने भाइयों का मुकुट है, उसके सिर पर इन आशिषों की वर्षा हो।
विश्वास के कारण मूसा के माता-पिता ने यह देख कर कि शिशु सुन्दर है, उसे जन्म के बाद तीन महीनों तक छिपाये रखा और वे राजा के आदेश से भयभीत नहीं हुए।
अत: यिशय ने किसी को भेजा और उस पुत्र को भीतर बुलाया। उससे किशोरावस्था की ललाई झलकती थी। उसकी आँखें आकर्षक थीं। वह देखने में सुन्दर था। प्रभु ने शमूएल से कहा, ‘उठ! इसे अभिषिक्त कर। यह वही है।’