‘प्रभु, तू सीनय पर्वत पर उतरा था, और तूने हमारे पूर्वजों से स्वर्ग से वार्तालाप किया था। तब तूने उन्हें उचित न्याय-सिद्धान्त, सच्चे धर्म-नियम, भली सविधियां और अच्छी आज्ञाएं प्रदान की थीं।
निर्गमन 19:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जैसे-जैसे नरसिंगों का स्वर तीव्र होता गया, मूसा परमेश्वर से बोले और उसने मेघ-गर्जन से मूसा को उत्तर दिया। पवित्र बाइबल तुरही की ध्वनि तीव्र से तीव्रतर होती चली गई। जब भी मूसा ने परमेश्वर से बात की, मेघ की गरज में परमेश्वर ने उसे उत्तर दिया। Hindi Holy Bible फिर जब नरसिंगे का शब्द बढ़ता और बहुत भारी होता गया, तब मूसा बोला, और परमेश्वर ने वाणी सुनाकर उसको उत्तर दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर जब नरसिंगे का शब्द बढ़ता और बहुत भारी होता गया, तब मूसा बोला, और परमेश्वर ने वाणी सुनाकर उसको उत्तर दिया। नवीन हिंदी बाइबल फिर जब तुरही की आवाज़ बढ़ती और ऊँची होती गई, तब मूसा बोलता गया और परमेश्वर उसे गर्जन में से उत्तर देता रहा। सरल हिन्दी बाइबल फिर जब नरसिंगे का शब्द तेज होता गया, तब मोशेह ने परमेश्वर से बात की और परमेश्वर ने उन्हें जवाब दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर जब नरसिंगे का शब्द बढ़ता और बहुत भारी होता गया, तब मूसा बोला, और परमेश्वर ने वाणी सुनाकर उसको उत्तर दिया। |
‘प्रभु, तू सीनय पर्वत पर उतरा था, और तूने हमारे पूर्वजों से स्वर्ग से वार्तालाप किया था। तब तूने उन्हें उचित न्याय-सिद्धान्त, सच्चे धर्म-नियम, भली सविधियां और अच्छी आज्ञाएं प्रदान की थीं।
तूने संकट में मुझे पुकारा, और मैंने तुझे बचाया, मैंने गर्जन के गुप्त स्थान से तुझे उत्तर दिया; मैंने मरीबा के झरने पर तुझे परखा। सेलाह
वह पत्थरों अथवा तीरों से मारा जाएगा। चाहे मनुष्य हो अथवा पशु वह जीवित नहीं रहेगा। ऐसे व्यक्ति या पशु को कोई मनुष्य स्पर्श न करे।” जब नरसिंगे का शब्द देर तक सुनाई दे तब कुछ निश्चित लोग पर्वत पर चढ़ेंगे।’
तीसरे दिन के प्रात:काल मेघ-गर्जन हुआ, विद्युत चमकी। एक सघन मेघ पहाड़ पर उतरा और नरसिंगे का इतना घोर स्वर सुनाई दिया कि वे लोग भी कांप उठे जो तम्बुओं के भीतर थे।
मैं उससे पहेलियों में नहीं, वरन् स्पष्ट शब्दों में आमने-सामने बात करता हूं। वह मेरा, अपने प्रभु का, स्वरूप निहारता है। तब तुम मेरे सेवक मूसा के विरोध में बोलते समय क्यों नहीं डरे?’
उसने तुझे ताड़ित करने के लिए आकाश से अपनी वाणी सुनाई थी, और पृथ्वी पर अपनी महान् अग्नि दिखाई थी। तूने स्वयं अग्नि के मध्य से उसके वचन सुने थे।
‘प्रभु ने ये ही वचन पहाड़ पर तुम्हारी समस्त धर्म-महासभा से कहे थे। वह अग्नि के मध्य, मेघ और सघन अन्धकार में से उच्च स्वर में बोला था। तत्पश्चात् उसने कुछ नहीं कहा वरन् उन्हें पत्थर की दो पट्टियों पर लिखा और उनको मुझे दे दिया।
यहां न तुरही का निनाद है और न बोलने वाले की ऐसी वाणी, जिसे सुन कर इस्राएली यह विनय करते थे कि वह फिर हम से कुछ न कहें;