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निर्गमन 15:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

तत्‍पश्‍चात इस्राएली एलीम में आए। वहाँ बारह झरने और सत्तर खजूर के वृक्ष थे। वहाँ उन्‍होंने जल के तट पर पड़ाव डाला।

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पवित्र बाइबल

तब लोगों ने एलीम तक की यात्रा की। एलीम में पानी के बारह सोते थे। और वहाँ सत्तर खजूर के पेड़ थे। इसलिए लोगों ने वहाँ पानी के निकट डेरा डाला।

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Hindi Holy Bible

तब वे एलीम को आए, जहां पानी के बारह सोते और सत्तर खजूर के पेड़ थे; और वहां उन्होंने जल के पास डेरे खड़े किए॥

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

तब वे एलीम को आए, जहाँ पानी के बारह सोते और सत्तर खजूर के पेड़ थे; और वहाँ उन्होंने जल के पास डेरे खड़े किए।

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नवीन हिंदी बाइबल

तब वे एलीम को आए, जहाँ पानी के बारह सोते और खजूर के सत्तर पेड़ थे; और वहाँ उन्होंने पानी के पास डेरे डाले।

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सरल हिन्दी बाइबल

तब वे एलिम नामक स्थान पर पहुंचे, जहां बारह झरने तथा सत्तर खजूर के पेड़ थे. इस्राएलियों ने जल के स्रोतों के पास ही अपना पड़ाव डाला.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

तब वे एलीम को आए, जहाँ पानी के बारह सोते और सत्तर खजूर के पेड़ थे; और वहाँ उन्होंने जल के पास डेरे खड़े किए।

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निर्गमन 15:27
7 क्रॉस रेफरेंस  

वह मुझे हरी-भरी भूमि पर विश्राम कराता है; वह मुझे झरने के शांत तट पर ले जाता है;


समस्‍त इस्राएली मंडली ने एलीम निकुंज से प्रस्‍थान किया। मिस्र देश से उनके निर्गमन के दूसरे महीने के पन्‍द्रहवें दिन वे सीन नामक निर्जन प्रदेश में पहुँचे। यह निर्जन प्रदेश एलीम निकुंज और सीनय पर्वत के मध्‍य में है।


तुम मुक्‍ति के झरनों से आनन्‍दपूर्वक जल भरोगे।


नदी के दोनों किनारों पर अनेक प्रकार के पेड़ होंगे, जो आहार के लिए फल देंगे। उनके पत्ते कभी नहीं मुरझाएंगे, और न ही उनमें फल लगना बन्‍द होगा। किन्‍तु ये पेड़ हर महीने नए फल दिया करेंगे, क्‍योंकि उनको सींचनेवाला जल पवित्र-स्‍थान से निकला है! उनके फल आहार के, और पत्ते औषधि के काम आएंगे।’


उन्‍होंने मारा से प्रस्‍थान किया। वे एलीम में आए। एलीम में बारह झरने और सत्तर खजूर के वृक्ष थे। उन्‍होंने वहाँ पड़ाव डाला।


नगर चौक के बीचों-बीच बहती हुई नदी के तट पर, दोनों ओर एक जीवन-वृक्ष था, जो बारह प्रकार के फल, हर महीने एक बार फल, देता था। उस पेड़ के पत्तों से राष्‍ट्रों की चिकित्‍सा होती है।


क्‍योंकि सिहासन के सामने विद्यमान मेमना इनका चरवाहा होगा और इन्‍हें संजीवन जल के स्रोतों के पास ले जाएगा। और परमेश्‍वर इनकी आंखों से सब आँसू पोंछ डालेगा।”