प्रभु ने इस्राएलियों को एक उद्धारकर्ता दिया, और इस्राएली लोग सीरिया देश के राज्य के हाथ से मुक्त हो गए। वे पहले के समान अपने निवास-स्थानों में रहने लगे।
नहेम्याह 9:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: तूने हमारे पूर्वजों को उनके शत्रुओं के हाथ में सौंप दिया, जिन्होंने उनको दु:ख-कष्ट दिए। पर संकट के समय उन्होंने तुझे पुकारा, और तूने स्वर्ग में उनकी पुकार सुनी। तूने अपने अपार दयामय स्वभाव के कारण उनको छुड़ानेवाले मुक्तिदाता भेजे, जिन्होंने शत्रुओं के हाथ से उनको छुड़ाया। पवित्र बाइबल सो तूने उन्हें पड़ने दिया उनके शत्रुओं के हाथों में। शत्रु ने बहुतेरे कष्ट दिये उनको जब उन पर विपदा पड़ी हमारे पूर्वजों ने थी दुहाई दी तेरी। और स्वर्ग में तूने था सुन लिया उनको। तू बहुत ही दयालु है भेज दिया तूने था लोगों को उनकी रक्षा के लिये। और उन लोगों ने छुड़ा कर बचा लिया उनको शत्रुओं से उनके। Hindi Holy Bible इस कारण तू ने उन को उनके शत्रुओं के हाथ में कर दिया, और उन्होंने उन को संकट में डाल दिया; तौभी जब जब वे संकट में पड़कर तेरी दोहाई देते रहे तब तब तू स्वर्ग से उनकी सुनता रहा; और तू जो अतिदयालु है, इसलिये उनके छुड़ाने वाले को भेजता रहा जो उन को शत्रुओं के हाथ से छुड़ाते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस कारण तू ने उनको उनके शत्रुओं के हाथ में कर दिया, और उन्होंने उनको संकट में डाल दिया; तौभी जब जब वे संकट में पड़कर तेरी दोहाई देते रहे तब तब तू स्वर्ग से उनकी सुनता रहा; और तू जो अतिदयालु है, इसलिये उनके छुड़ानेवाले को भेजता रहा जो उनको शत्रुओं के हाथ से छुड़ाते थे। सरल हिन्दी बाइबल यही कारण था कि आपने उन्हें उनके सतानेवालों के अधीन कर दिया, जो उन्हें सताते रहे; मगर जब अपने दुःख के समय में उन्होंने आपकी दोहाई दी, आपने अपनी बड़ी करुणा के अनुसार स्वर्ग से उनकी सुन ली, आपने उनके लिए छुड़ानेवाले भी भेजे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस कारण तूने उनको उनके शत्रुओं के हाथ में कर दिया, और उन्होंने उनको संकट में डाल दिया; तो भी जब जब वे संकट में पड़कर तेरी दुहाई देते रहे तब-तब तू स्वर्ग से उनकी सुनता रहा; और तू जो अति दयालु है, इसलिए उनके छुड़ानेवाले को भेजता रहा जो उनको शत्रुओं के हाथ से छुड़ाते थे। |
प्रभु ने इस्राएलियों को एक उद्धारकर्ता दिया, और इस्राएली लोग सीरिया देश के राज्य के हाथ से मुक्त हो गए। वे पहले के समान अपने निवास-स्थानों में रहने लगे।
प्रभु ने यह नहीं कहा था कि वह धरती से इस्राएली जनता का नामोनिशान मिटा देगा। अत: उसने यारोबआम बेन-यहोआश के हाथ से उनकी रक्षा की।
अत: प्रभु ने इस्राएल के सब वंशजों को अस्वीकार किया। उसने उनको दु:ख दिया और लुटेरों के हाथ में सौंप दिया, और अन्त में उनको अपने सम्मुख से निकाल दिया।
परन्तु तुम अपने प्रभु परमेश्वर की आराधना करना; और वह तुम्हारे शत्रुओं के हाथ से तुम्हें मुक्त करेगा।’
अत: प्रभु ने अपने निज लोगों के विरुद्ध कसदी कौम के राजा को बुलाया, जिसने उनके युवकों को पवित्र स्थान में तलवार से मौत के घाट उतार दिया। राजा ने किसी पर दया नहीं की, न बच्चों पर न कन्याओं पर, न प्रौढ़ों पर न वृद्धों पर। प्रभु ने उन सबको कसदी कौम के राजा के हाथ में सौंप दिया।
‘फिर भी तूने अपने अपार दयामय स्वभाव के कारण उन्हें निर्जन प्रदेश में नहीं त्यागा। जो मेघ-स्तम्भ दिन में उनका मार्ग-दर्शन करता था, और जो अग्नि-स्तम्भ रात में उनका मार्ग आलोकित करता था कि वे सही मार्ग पहचान कर उस पर चल सकें, तूने दोनों को उनसे दूर नहीं किया।
मैं तुमसे विमुख होऊंगा, जिससे तुम अपने शत्रुओं के सम्मुख हार जाओगे। जिनसे घृणा करते हो, वे ही तुम पर शासन करेंगे। तुम्हारा पीछा करने वाला कोई न होगा, फिर भी तुम भागते जाओगे।
बचाए हुए व्यक्ति सियोन पर्वत पर जाएंगे, और वे एसाव पर्वत पर शासन करेंगे। यह राज्य प्रभु का होगा।’
जब प्रभु इस्राएलियों के लिए शासक नियुक्त करता था तब प्रभु उस शासक के साथ रहता था। प्रभु शासक के जीवनभर इस्राएलियों को उनके शत्रुओं के हाथ से मुक्त रखता था। जब वे अत्याचारी के अत्याचार तथा शत्रुओं के दबाव के कारण कराहते थे, तब प्रभु दया से द्रवित हो जाता था।