‘आप जानते हैं कि मेरे पिता अपने प्रभु परमेश्वर के नाम पर एक भवन नहीं बना सके थे। जब तक प्रभु ने उनके शत्रुओं को उनके चरणों के नीचे नहीं दबा दिया, तब तक वह युद्ध के कारण अपने शत्रुओं से सदा घिरे रहे।
नहेम्याह 5:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रतिदिन के भोजन में एक बैल, छ: मोटी-ताजी भेड़ों और बकरियों का मांस पकाया जाता था। मेरे लिए चिड़ियों का मांस भी तैयार किया जाता था। इनके अतिरिक्त हर दसवें दिन जितने अंगूर-रस की जरूरत पड़ती थी, उतने का प्रबन्ध मैं ही करता था। इतना व्यय होने पर भी मैंने राज्यपाल का भत्ता ग्रहण नहीं किया; क्योंकि जनता पर बेगार का बोझ भारी था। पवित्र बाइबल मेरे साथ मेरी मेज़ पर खाना खाने वाले लोगों के लिये इतना खाना सुनिश्चित किया गया था: एक बैल, छ: तगड़ी भेड़ें और अलग—अलग तरीके के पक्षी। इसके अलावा हर दसों दिन मेरी मेज़ पर हर प्रकार का दाखमधु लाया जाता था। फिर भी मैंने कभी ऐसे भोजन की मांग नहीं की, जो राज्यपाल के लिए अनुमोदित नहीं था। मैंने अपने भोजन का दाम चुकाने के लिये कर चुकाने के वास्ते, उन लोगों पर कभी दबाव नहीं डाला। मैं यह जानता था कि वे लोग जिस काम को कर रहे हैं वह बहुत कठिन है। Hindi Holy Bible और जो प्रतिदिन के लिये तैयार किया जाता था वह एक बैल, छ: अच्छी अच्छी भेड़ें व बकरियां थीं, और मेरे लिये चिड़ियें भी तैयार की जाती थीं; दस दस दिन के बाद भांति भांति का बहुत दाखमधु भी तैयार किया जाता था; परन्तु तौभी मैं ने अधिपति के हक का भोज नहीं लिया, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो प्रतिदिन के लिये तैयार किया जाता था वह एक बैल, छ: अच्छी अच्छी भेड़ें या बकरियाँ थीं, और मेरे लिये चिड़ियें भी तैयार की जाती थीं; दस दस दिन के बाद भाँति भाँति का बहुत दाखमधु भी तैयार किया जाता था; तौभी मैं ने अधिपति के हक़ का भोज नहीं लिया, क्योंकि काम का भार प्रजा पर भारी था। सरल हिन्दी बाइबल मेरे हर रोज़ के भोजन के लिए एक बैल, छः सबसे अच्छी भेड़ें और कुछ पक्षी तैयार किए जाते थे. दस दिन में एक बार तरह-तरह की दाखमधु बड़ी मात्रा में परोसी जाती थी. इतना सब होने पर भी मैंने राज्यपाल के लिए ठहराया गया भोजन नहीं मंगवाया; क्योंकि वैसे भी प्रजा बोझ के नीचे दबी जा रही थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो प्रतिदिन के लिये तैयार किया जाता था वह एक बैल, छः अच्छी-अच्छी भेड़ें व बकरियाँ थीं, और मेरे लिये चिड़ियें भी तैयार की जाती थीं; दस-दस दिन के बाद भाँति-भाँति का बहुत दाखमधु भी तैयार किया जाता था; परन्तु तो भी मैंने अधिपति के हक़ का भोज नहीं लिया, |
‘आप जानते हैं कि मेरे पिता अपने प्रभु परमेश्वर के नाम पर एक भवन नहीं बना सके थे। जब तक प्रभु ने उनके शत्रुओं को उनके चरणों के नीचे नहीं दबा दिया, तब तक वह युद्ध के कारण अपने शत्रुओं से सदा घिरे रहे।
दुर्जन उधार लेता है पर चुकाता नहीं; परन्तु धार्मिक मनुष्य उदार होता है; और वह उधार देता है।
धार्मिक मनुष्य सदा उदार बना रहता है और वह उधार देता है। उसका वंश आशिष का माध्यम बनता है।
हमने किसी के यहाँ मुफ्त में रोटी नहीं खायी, बल्कि हम कठोर परिश्रम से रात-दिन काम करते रहे ताकि आप लोगों में से किसी के लिए भी भार न बनें।