तब चौथा राज्य उदित होगा जो लोहे की तरह मजबूत होगा। जैसे लोहा सब वस्तुओं को टुकड़े-टुकड़े कर डालता, उनको चूर-चूर कर देता है, वैसे ही यह राज्य इन सबको चूर-चूर और टुकड़े-टुकड़े कर देगा।
दानिय्येल 2:41 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘महाराज, जैसा कि आपने मूर्ति के पांवों और उंगलियों को देखा है कि वे कुछ कुम्हार की मिट्टी की और कुछ लोहे की बनी थीं, उसी प्रकार यह चौथा राज्य अलग-अलग बंटा हुआ होगा। जैसा आपने देखा कि लोहे में लसदार मिट्टी मिली हुई थी, वैसे ही उसमें भी लोहे की तरह मजबूती होगी। पवित्र बाइबल “आपने जो यह देखा था कि उस मूर्ति के पैर और पंजे थोड़े मिट्टी के और थोड़े लोहे के बने हैं, उसका मतलब यह है कि वह चौथा राज्य एक बटा हुआ राज्य होगा। इसमें कुछ तो लोहे की शक्ति होगी क्योंकि आपने मिट्टी मिला लोहा देखा है। Hindi Holy Bible और तू ने जो मूर्ति के पांवों और उनकी उंगलियों को देखा, जो कुछ कुम्हार की मिट्टी की और कुछ लोहे की थीं, इस से वह चौथा राज्य बटा हुआ होगा; तौभी उस में लोहे का सा कड़ापन रहेगा, जैसे कि तू ने कुम्हार की मिट्टी के संग लोहा भी मिला हुआ देखा था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू ने जो मूर्ति के पाँवों और उनकी उँगलियों को देखा, जो कुछ कुम्हार की मिट्टी की और कुछ लोहे की थीं, इस से वह चौथा राज्य बटा हुआ होगा; तौभी उस में लोहे का सा कड़ापन रहेगा, जैसे कि तू ने कुम्हार की मिट्टी के संग लोहा भी मिला हुआ देखा था। सरल हिन्दी बाइबल जैसा कि आपने देखा कि पांव और उंगलियां कुछ सेंके गये मिट्टी और कुछ लोहे की थीं, इसलिये यह एक विभाजित राज्य होगा; फिर भी इसमें कुछ लोहे का बल होगा, जैसा कि आपने लोहे को मिट्टी के साथ मिला हुआ देखा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और तूने जो मूर्ति के पाँवों और उनकी उँगलियों को देखा, जो कुछ कुम्हार की मिट्टी की और कुछ लोहे की थीं, इससे वह चौथा राज्य बटा हुआ होगा; तो भी उसमें लोहे का सा कड़ापन रहेगा, जैसे कि तूने कुम्हार की मिट्टी के संग लोहा भी मिला हुआ देखा था। |
तब चौथा राज्य उदित होगा जो लोहे की तरह मजबूत होगा। जैसे लोहा सब वस्तुओं को टुकड़े-टुकड़े कर डालता, उनको चूर-चूर कर देता है, वैसे ही यह राज्य इन सबको चूर-चूर और टुकड़े-टुकड़े कर देगा।
जिस तरह पांवों की उंगलियां कुछ लोहे की और कुछ मिट्टी की थीं, वैसे ही वह राज्य कुछ मजबूत और कुछ कमजोर होगा।
उसके दस सींगों का यह अर्थ है : इस राज्य में से दस राजा उदय होंगे, और उनके पश्चात् एक और राजा जन्म लेगा। यह अपने पहले के राजाओं से भिन्न होगा, और अपने उदय से तीन राजाओं को खत्म कर देगा।
“इसके बाद मैंने रात के दर्शनों में चौथा पशु देखा। वह देखने में भयानक, डरावना और अत्यन्त विशाल था। उसके मुंह में लोहे के बड़े-बड़े दांत थे। वह सब कुछ खाता और टुकड़े-टुकड़े कर देता था। जो उसके मुंह से बच जाता, उसको वह अपने पंजों से रौंद डालता था। वह पहलेवाले तीनों पशुओं से भिन्न था। उसके दस सींग थे।
तब आकाश में एक अन्य चिह्न दिखाई पड़ा: लाल रंग का एक बहुत बड़ा पंखदार सर्प। उसके सात सिर थे, दस सींग थे और हर एक सिर पर एक मुकुट था।
तब मैंने एक पशु को समुद्र में से ऊपर आते देखा। उसके दस सींग और सात सिर थे। उसके सींगों पर दस मुकुट थे और उसके प्रत्येक सिर पर एक ईशनिन्दक नाम अंकित था।
आपने जिन दस सींगों को देखा, वे दस राजा हैं। उन्हें अब तक राज्य नहीं मिला है, परन्तु उन्हें घड़ी भर के लिए ही पशु के साथ राज्यधिकार प्रदान किया जायेगा।