दानिय्येल 10:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसका शरीर स्वर्णमणि के सदृश चमक रहा है। उसका रूप विद्युत की चमक के समान है। उसकी आंखें ज्वाला उगलती हुई मशालों के समान है। उसकी भुजाएँ और पैर चमकते हुए पीतल के सदृश हैं। उसके शब्दों की आवाज भीड़ की आवाज के समान भारी है। पवित्र बाइबल उसका शरीर चमचमाते पत्थर के जैसी थी। उसका मुख बिजली के समान उज्जवल था! उसकी बाहें और उसके पैर चमकदार पीतल से झिलमिला रहे थे! उसकी आवाज़ इतनी ऊँची थी जैसे लोगों की भीड़ की आवाज़ होती है! Hindi Holy Bible उसका शरीर फीरोजा के समान, उसका मुख बिजली की नाईं, उसकी आंखें जलते हुए दीपक की सी, उसकी बाहें और पांव चमकाए हुए पीतल के से, और उसके वचनों के शब्द भीड़ों के शब्द का सा था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसका शरीर फीरोज़ा के समान, उसका मुख बिजली के समान, उसकी आँखें जलते हुए दीपक की सी, उसकी बाहें और पाँव चमकाए हुए पीतल के से, और उसके वचनों का शब्द भीड़ों के शब्द का सा था। सरल हिन्दी बाइबल उसका शरीर ही फ़िरोजा के समान, उसका चेहरा बिजली के समान, उसकी आंखें जलती मशालो के समान, उसकी भुजा और पैर चमकते कांसे के किरण के समान, और उसकी आवाज एक जनसमूह की समान थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसका शरीर फीरोजा के समान, उसका मुख बिजली के समान, उसकी आँखें जलते हुए दीपक की सी, उसकी बाहें और पाँव चमकाए हुए पीतल के से, और उसके वचनों के शब्द भीड़ों के शब्द का सा था। (प्रका. 1:14) |
उसकी भुजाएँ फिरोजा जड़ी हुई सोने की छड़ों के समान हैं। उसका शरीर मानो हाथीदांत का बना है और उसमें नील मणियाँ जड़ी गई हैं।
उन पहियों की चमक और बनावट इस प्रकार थी : वे स्वर्णमणि के समान चमक रहे थे। चारों की बनावट एक-जैसी थी; बनावट ऐसी थी, मानो एक पहिए के भीतर दूसरा पहिया हो।
जब वे चलते थे तब उनके पंखों की आवाज ऐसी सुनाई पड़ती थी मानो सागर का गर्जन हो, अथवा सर्वशक्तिमान परमेश्वर का स्वर हो या सेना का कोलाहल हो। जब जीवधारी रुककर खड़े होते थे तब वे अपने पंख नीचे कर लेते थे।
उनके पैर सीधे थे, और पांवों के तलुए बछड़े के खुरों के समान थे, और वे चमकाए हुए पीतल के समान चमक रहे थे।
तब मैंने देखा कि करूबों के समीप चार पहिये हैं: प्रत्येक करूब के समीप एक पहिया है। पहियों का रूप-रंग फीरोजा के समान चमकीला है।
जब परमेश्वर अपने दर्शन में मुझे वहां लाया तब मैंने एक आदमी को देखा। उसका रूप-रंग पीतल का था, और उसके हाथ में सन का फीता और नापने का बांस था। वह नगर के प्रवेश-द्वार पर खड़ा था।
और मैंने यह दर्शन देखा: मुझे मनुष्य की आकृति-सा कुछ दिखाई दिया। आकृति का जो भाग कमर के सदृश था, उसके नीचे अग्नि थी, और कमर के ऊपर का भाग चमक रहा था मानो पीतल को चमकाया गया हो।
वहाँ उनके सामने येशु का रूपान्तरण हो गया। उनका मुखमण्डल सूर्य की तरह दमक उठा और उनके वस्त्र प्रकाश के समान उज्ज्वल हो गये।
प्रार्थना करते समय येशु के मुखमण्डल का रूपान्तरण हो गया और उनके वस्त्र उज्ज्वल हो कर जगमगा उठे।
इसके बाद मैंने एक दूसरे शक्तिशाली स्वर्गदूत को आकाश से उतरते देखा। वह मेघ लपेटे हुए था और उसके सिर पर इन्द्रधनुष शोभायमान था। उसका मुखमण्डल सूर्य की तरह चमक रहा था और उसके पैर अग्निस्तम्भ-जैसे थे।
उसकी आँखें अग्नि की तरह धधकती हैं और उसके सिर पर अनेक मुकुट हैं। उसके शरीर पर एक नाम अंकित है, जिसे उसके अतिरिक्त और कोई नहीं जानता।
“थुआतीरा की कलीसिया के दूत को यह लिखो : “जिसकी आँखें अग्नि की तरह धधकती हैं और जिसके पैर पीतल की तरह चमकते हैं, उस परमेश्वर-पुत्र का सन्देश इस प्रकार है :
पाँचवीं गोमेदक की, छठी रुधिराख्य की, सातवीं स्वर्णमणि की, आठवीं फीरोजे की, नवीं पुखराज की, दसवीं रुद्राक्षक की, ग्यारहवीं धूम्रकान्त की और बारहवीं चन्द्रकान्त की।