सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
जकर्याह 3:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस दिन तुम सब अपने पड़ोसियों को आनन्द उत्सव के लिए अंगूर-उद्यानों में और अंजीर वृक्ष के नीचे आमंत्रित करोगे’, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का यह कथन है। पवित्र बाइबल सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “उस समय, लोग बैठेंगे और अपने मित्रों एवं पड़ोसियों को अपने उद्यानों में आमंन्त्रित करेंगे। हर व्यक्ति अपने अंजीर के पेड़ तथा अंगूर की बेल के नीचे अमन—चैन से रहेगा।” Hindi Holy Bible उसी दिन तुम अपने अपने भाईबन्धुओं को दाखलता और अंजीर के वृक्ष के नीचे आने के लिये बुलाओगे, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसी दिन तुम अपने अपने भाईबन्धुओं को दाखलता और अंजीर के वृक्ष के नीचे आने के लिये बुलाओगे, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।” सरल हिन्दी बाइबल “ ‘उस दिन, तुममें से हर एक अपने पड़ोसी को अंगूर और अंजीर पेड़ के नीचे संगति करने के लिए आमंत्रित करेगा.’ सर्वशक्तिमान याहवेह की यह घोषणा है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसी दिन तुम अपने-अपने भाई-बन्धुओं को दाखलता और अंजीर के वृक्ष के नीचे आने के लिये बुलाओगे, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।” |
सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
प्रभु परमेश्वर ने मेरे पिता दाऊद से यह कहा था, “तेरा पुत्र, जिसे मैं तेरे स्थान पर सिंहासन पर बैठाऊंगा मेरे नाम पर भवन बनाएगा।” अत: मैं अपने प्रभु परमेश्वर के नाम पर एक भवन बनाना चाहता हूं।
मेरे देशवासी शान्तिपूर्ण घरों में, सुरक्षित मकानों में और आरामदायक स्थानों में निवास करेंगे।
तुम हिजकियाह की बात मत सुनो। असीरिया देश के राजा यह कहते हैं : मुझसे समझौता करो। हर एक व्यक्ति नगर से निकलकर मेरे पास आए और आत्म-समर्पण करे। तब तुम सब अपने अंगूर-उद्यान का, अपने अंजीर वृक्ष का फल खा सकोगे, अपने कुएं का पानी पी सकोगे।
इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, यों कहता है: इस देश के निवासी अपने ही मकानों, खेतों और अंगूर-उद्यानों को फिर खरीदेंगे।”
तब मैं उस दिन इस्राएली राष्ट्र की ओर से वन-पशुओं, आकाश के पक्षियों और भूमि पर रेंगनेवाले जीव-जंतुओं से सन्धि स्थापित करूंगा। मैं पृथ्वी पर से युद्ध के शस्त्र, तलवार और धनुष − तोड़ दूंगा। मैं तुझे सुख-चैन की नींद प्रदान करूंगा।
हर आदमी अपने अंगूर-उद्यान में, अपने अंजीर वृक्ष के नीचे निश्चिंत बैठेगा, उसे शत्रु के आक्रमण का डर नहीं होगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने स्वयं यह कहा है।
उस दिन अनेक राष्ट्र मुझ-प्रभु से मिल जाएंगे, और वे मेरे निज लोग बन जाएंगे। मैं तुम्हारे मध्य में रहूंगा।’ तब तुम्हें ज्ञात होगा कि स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।