अन्त में पुरोहित और उप-पुरोहित उठे, और उन्होंने सब लोगों को आशिष दी। उनके आशिष के वचन तथा उनकी प्रार्थना को प्रभु परमेश्वर ने स्वर्ग में अपने पवित्र निवास-स्थान से सुना।
जकर्याह 2:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ सब प्राणियो, प्रभु के सम्मुख मौन रहो। प्रभु उत्तेजित हो कर अपने पवित्र निवास-स्थान से बाहर निकल रहा है। पवित्र बाइबल सभी व्यक्ति, शान्त हो जाओ! यहोवा अपने पवित्र घर से बाहर आ रहा है। Hindi Holy Bible हे सब प्राणियों! यहोवा के साम्हने चुपके रहो; क्योंकि वह जाग कर अपने पवित्र निवास स्थान से निकला है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे सब प्राणियो! यहोवा के सामने चुप रहो; क्योंकि वह जागकर अपने पवित्र निवास–स्थान से निकला है।” सरल हिन्दी बाइबल हे सब लोगों, याहवेह के सामने शांत रहो, क्योंकि उन्होंने अपने पवित्र निवास से अपने आपको खड़ा किया है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे सब प्राणियों! यहोवा के सामने चुप रहो; क्योंकि वह जागकर अपने पवित्र निवास-स्थान से निकला है।” |
अन्त में पुरोहित और उप-पुरोहित उठे, और उन्होंने सब लोगों को आशिष दी। उनके आशिष के वचन तथा उनकी प्रार्थना को प्रभु परमेश्वर ने स्वर्ग में अपने पवित्र निवास-स्थान से सुना।
प्रभु अपने पवित्र मंदिर में है, प्रभु का सिंहासन स्वर्ग में है। उसकी आंखें मानव-संतान को निहारती हैं, उसकी पलकें उनको जांचती हैं।
“शान्त हो, और जान लो कि मैं ही परमेश्वर हूँ। मैं राष्ट्रों में सर्वोच्च हूँ; मैं पृथ्वी पर सर्वोच्च हूँ।”
परमेश्वर अपने पवित्र निवास स्थान में है; वह अनाथ बच्चे का पिता, और विधवाओं का रक्षक है।
अनेक कौमों के लोग इस्राएलियों को उनके देश पहुँचाने के लिए उनके साथ जाएंगे। इस्राएल के वंशज उन्हें अपने देश में, प्रभु के देश में, सेवक और सेविका के रूप में प्राप्त करेंगे। जिन्होंने इस्राएलियों को बन्दी बनाया था, अब उनको इस्राएली अपना बन्दी बनाएंगे; जिन्होंने उन पर शासन किया था, अब वे उन पर शासन करेंगे।
उस दिन मिस्र-निवासी स्त्रियों के सदृश भयभीत होंगे। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु उन पर अपना हाथ उठाएगा, और वे डर से कांपेंगे।
ओ भूमध्यसागर तट के द्वीपो, शान्त रहो, और मेरी बात सुनो! कौमें नया बल प्राप्त करें, वे मेरे समीप आएं, और तब अपना पक्ष प्रस्तुत करें। मैं और वे एक साथ न्याय-आसन के सम्मुख उपस्थित हों।
ओ प्रभु की भुजा! जाग! जाग! और अपने बल को धारण कर। जैसी तू प्राचीनकाल में, पुरानी पीढ़ियों के समय में जागी थी, वैसे आज भी जाग! ओ प्रभु की भुजा! क्या तू वही नहीं है जिसने रहब के टुकड़े-टुकड़े किए थे, जिसने जल-राक्षस को बेधा था?
सर्वोच्च और महान परमेश्वर, जिसका नाम पवित्र है, जो अनन्तकाल तक जीवित है, यह कहता है : ‘मैं उच्च और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, पर मैं उसके साथ भी विद्यमान रहता हूं जिसकी आत्मा विदीर्ण और विनम्र है। मैं उस विनम्र व्यक्ति की आत्मा को संजीव करता हूं, और उसके विदीर्ण हृदय को पुनर्जीवित।
तुम हर एक हरे वृक्ष के नीचे, बांज वृक्ष के निकुंज में कामातुर पड़े रहते हो; घाटियों में, चट्टानों की दरारों में तुम अपने बच्चों की बलि चढ़ाते हो।
प्रभु, स्वर्ग से, अपने पवित्र और वैभवपूर्ण निवास-स्थान से हम पर दृष्टि कर। कहां है तेरा हमारे प्रति उत्साह? कहाँ है तेरी शक्ति? अपने हृदय की ललक, अपनी दया, हम पर से मत हटा।
‘यिर्मयाह, तू इन शब्दों में उन के विरुद्ध यह नबूवत करना। तू उन से कहना : “प्रभु अपने उच्च आसन से गरजेगा; वह अपने पवित्र निवास से उच्च स्वर में कहेगा। वह पृथ्वी के सब निवासियों के विरुद्ध, अपनी चराई के विरोध में सिंह के सदृश दहाड़ेगा; जैसे रस-कुण्ड में अंगूर रौंदनेवाले आवाज करते हैं, वैसे ही वह भी ललकारेगा।
स्वामी-प्रभु के सम्मुख शान्त रहो। प्रभु का दिन समीप आ गया। प्रभु ने बलि चढ़ाने की तैयारी पूर्ण की; उसने अपने अतिथियों को शुद्ध किया।
अत: इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु कहता है, ‘मेरे जीवन की सौगन्ध! मोआब का विनाश सदोम की तरह, अम्मोन का संहार गमोरा के समान होगा। इन देशों की भूमि पर बिच्छू पौधे उगेंगे। उनकी भूमि नोनी बन जाएगी और सदा के लिए उजड़ जाएगी। मेरी निज प्रजा के बचे हुए लोग उनको लूटेंगे, मेरे राष्ट्र के अवशिष्ट लोग उनपर अधिकार करेंगे।’
प्रभु यों कहता है : ‘अब तू उस दिन की प्रतीक्षा कर, जब मैं तेरे विरुद्ध स्वयं गवाह के रूप में खड़ा होऊंगा। मैंने यह निर्णय किया है: मैं राष्ट्रों को एकत्र करूंगा, मैं राज्यों को इकट्ठा करूंगा; मैं उन पर अपना क्रोध उण्डेलूंगा; उन पर अपनी क्रोधाग्नि बरसाऊंगा। मेरी ईष्र्या की अग्नि से समस्त पृथ्वी भस्म हो जाएगी।
‘जरूब्बाबेल ने स्वयं अपने हाथों से इस भवन की नींव रखी है। वह अपने हाथों से इस भवन को पूरा भी करेगा।’ तब तुम्हें ज्ञात होगा कि स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।
‘जो मेरे निज लोग दूर-दूर के देशों में तितर-बितर हैं, वे भी आएंगे और प्रभु के मन्दिर का निर्माण करने में सहायता करेंगे।’ तब तुम्हें ज्ञात होगा कि स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है। यदि तुम अपने प्रभु परमेश्वर की आज्ञाओं का तत्परतापूर्वक पालन करोगे, तो यह कार्य निश्चय ही पूरा होगा।
हम जानते हैं कि व्यवस्था जो कुछ कहती है, वह उन लोगों से कहती है, जो व्यवस्था के अधीन हैं, जिससे प्रत्येक व्यक्ति का मुँह बन्द हो जाए और परमेश्वर के सामने समस्त संसार दण्ड के योग्य माना जाए।
अरे भई! तुम कौन हो, जो परमेश्वर से विवाद करते हो? क्या गढ़ी हुई प्रतिमा अपने गढ़ने वाले से कहती है, “तुमने मुझे ऐसा क्यों बनाया?”
यदि तू अपने हृदय में यह प्रश्न पूछे, “जो वचन प्रभु ने नहीं कहा है, उसको हम किस प्रकार जानेंगे?”
तो उसकी यह पहचान है : जब नबी प्रभु के नाम से बोलता है, और वचन के अनुसार कार्य नहीं होता, अर्थात् उसका वचन सत्य प्रमाणित नहीं होता है, तब उस वचन को प्रभु ने नहीं कहा था, वरन् नबी ने ढिठाई से उसको कहा था। तू उससे मत डरना।
तू अपने पवित्र निवास स्थान से, स्वर्ग से हम पर दृष्टि कर। अपने निज लोग इस्राएलियों को, इस देश की भूमि को, जो तूने हमें दी है, दूध और शहद की नदियों वाले हमारे इस देश को, जो तूने हमारे पूर्वजों से खायी हुई शपथ के अनुसार हमें प्रदान किया है आशिष दे।”