वे मेरे जीवन-मार्ग को तोड़-फोड़ देते हैं; वे मेरी विपत्ति को बढ़ाते हैं; फिर भी कोई उनको रोकता नहीं!
जकर्याह 1:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पर मैं अहंकार में डूबे हुए राष्ट्रों के प्रति क्रोध से भरा हूं। जितना ही कम मैंने क्रोध किया, उतना ही अधिक ये बुराइयों के ढेर लगाते गए। पवित्र बाइबल और मैं उन राष्ट्रों पर बहुत क्रोधित हूँ जो अपने को इतना सुरक्षित अनुभव करते हैं। मैं कुछ क्रोधित हो गया था और मैंने उन राष्ट्रों का उपयोग अपने लोगों को दण्ड देने के लिये किया। किन्तु उन राष्ट्रों ने बहुत अधिक विनाश किया।” Hindi Holy Bible और जो जातियां सुख से रहती हैं, उन से मैं क्रोधित हूं; क्योंकि मैं ने तो थोड़ा से क्रोध किया था, परन्तु उन्होंने विपत्ति को बढ़ा दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो जातियाँ सुख से रहती हैं, उनसे मैं क्रोधित हूँ; क्योंकि मैं ने तो थोड़ा–सा क्रोध किया था परन्तु उन्होंने विपत्ति को बढ़ा दिया। सरल हिन्दी बाइबल और मैं उन जनताओं से बहुत क्रोधित हूं जो आराम में हैं. पहले मैं सिर्फ थोड़ा क्रोधित था, किंतु उन्होंने खुद ही अपनी विपत्तियां बढ़ा ली हैं.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो अन्यजातियाँ सुख से रहती हैं, उनसे मैं क्रोधित हूँ; क्योंकि मैंने तो थोड़ा सा क्रोध किया था, परन्तु उन्होंने विपत्ति को बढ़ा दिया। |
वे मेरे जीवन-मार्ग को तोड़-फोड़ देते हैं; वे मेरी विपत्ति को बढ़ाते हैं; फिर भी कोई उनको रोकता नहीं!
हे प्रभु, एदोम के वंशजों के विरुद्ध यरूशलेम के दिन स्मरण कर; उन्होंने यह कहा था, ‘ढाओ, इसकी नींव तक ढा दो।’
ऐसे मनुष्य उस व्यक्ति का पीछा करते हैं, जिसे तूने मारा है; वे उन लोगों की पीड़ा की चर्चा करते हैं, जिन्हें तूने घात किया है।
क्रोध के आवेश में मैं ने क्षण भर के लिए तुझ से अपना मुंह छिपा लिया था; पर अब मैं तेरे प्रति शाश्वत, करुणापूर्ण दया करूंगा।’ तेरा मुक्तिदाता प्रभु यह कहता है।
सुन, जो तुझ को खाते हैं, उनको भी दूसरे खा लेंगे। तेरा प्रत्येक बैरी, तेरे सब शत्रु बन्दी बनकर अपने देश से निष्कासित होंगे। तुझको लूटनेवाला स्वयं लूटा जाएगा; जो तुझको हड़पेगा, उसको दूसरे हड़प लेंगे।
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : इस्राएल प्रदेश और यहूदा प्रदेश की जनता पर बहुत अत्याचार हुआ है। जो राष्ट्र उनको बन्दी बनाकर ले गए थे, वे उनको गुलाम बना कर रखे रहे, और उन्हें स्वदेश न लौटने दिया।
‘प्रभु कहता है : मैं राजधानी बेबीलोन और कसदी देश के समस्त निवासियों को तुम्हारी आंखों के सामने उनके दुष्कर्मों का प्रतिफल दूंगा, जो उन्होंने सियोन में किए हैं।
‘ओ मानव, सोर नगर ने यरूशलेम नगर का मजाक उड़ाया है। उसने यह कहा है, “राष्ट्र-द्वार टूट गया! वह मेरे लिए खुल गया है। यरूशलेम नगर उजड़ गया। उसके विनाश से अब मैं फूलूंगा-फलूंगा।”
‘धिक्कार है तुम्हें, ओ राष्ट्रों के प्रमुख इस्राएली राष्ट्र के नेताओ! तुम्हारे ही पास इस्राएली जनता न्याय के लिए आती है; पर तुम सियोन पर्वत पर निश्चिंत निवास करते हो; तुम्हें सामरी पहाड़ पर सुरक्षा का भरोसा है।
उन्होंने प्रभु के दूत को, अर्थात् उस मनुष्य को जो मेंहदी वृक्षों के मध्य खड़ा था, उत्तर दिया: ‘हमने पृथ्वी पर गश्त लगाई और हमने देखा कि समस्त पृथ्वी में शान्ति और चैन है।’
जिन राष्ट्रों ने यरूशलेम के विरुद्ध युद्ध छेड़ा था, उनको प्रभु इस महामारी से मारेगा: खड़े-खड़े उनका शरीर गल जाएगा। उनकी आंखें उनके गोलकों में सड़ जाएंगी। उनकी जीभ उनके मुंह में सड़-गल जाएगी।
दूत ने मुझे पुकार कर कहा, ‘देखो, जो उत्तरी देश की ओर गए, उन्होंने वहां प्रभु की क्रोधाग्नि शान्त की।’