‘तू दिन के समय उनकी अगुवाई मेघ-स्तम्भ के रूप में करता था; रात के समय अग्नि-स्तम्भ के द्वारा तू उनका मार्ग आलोकित करता था, जिससे वे सही मार्ग को पहचानकर उस पर चल सकें।
गिनती 9:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिस दिन प्रभु का निवास-स्थान खड़ा किया गया, उस दिन उसको, साक्षी के तम्बू को, एक मेघ ने आच्छादित कर लिया। वह सन्ध्या के समय निवास-स्थान के ऊपर अग्नि के सदृश दिखाई दिया और वह सबेरे तक दिखाई देता रहा। पवित्र बाइबल जिस दिन पवित्र साक्षीपत्र का तम्बू लगाया गया, एक बादल इसके ऊपर रूक गया। रात को बादल अग्नि की तरह दिखाई पड़ता था। Hindi Holy Bible जिस दिन निवास जो साक्षी का तम्बू भी कहलाता है खड़ा किया गया, उस दिन बादल उस पर छा गया; और सन्ध्या को वह निवास पर आग सा दिखाई दिया और भोर तक दिखाई देता रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जिस दिन निवास जो साक्षी का तम्बू भी कहलाता है खड़ा किया गया, उस दिन बादल उस पर छा गया; और सन्ध्या को वह निवास पर आग–सा दिखाई दिया और भोर तक दिखाई देता रहा। सरल हिन्दी बाइबल जिस दिन पवित्र निवास स्थान, यानी साक्षी तंबू, की स्थापना पूरी हुई एक विशेष बादल ने उस पवित्र निवास स्थान को छा लिया. सूर्यास्त के बाद से लेकर सुबह तक यह पवित्र निवास स्थान पर आग के समान दिखाई देता रहा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जिस दिन निवास जो, साक्षी का तम्बू भी कहलाता है, खड़ा किया गया, उस दिन बादल उस पर छा गया; और संध्या को वह निवास पर आग के समान दिखाई दिया और भोर तक दिखाई देता रहा। |
‘तू दिन के समय उनकी अगुवाई मेघ-स्तम्भ के रूप में करता था; रात के समय अग्नि-स्तम्भ के द्वारा तू उनका मार्ग आलोकित करता था, जिससे वे सही मार्ग को पहचानकर उस पर चल सकें।
‘फिर भी तूने अपने अपार दयामय स्वभाव के कारण उन्हें निर्जन प्रदेश में नहीं त्यागा। जो मेघ-स्तम्भ दिन में उनका मार्ग-दर्शन करता था, और जो अग्नि-स्तम्भ रात में उनका मार्ग आलोकित करता था कि वे सही मार्ग पहचान कर उस पर चल सकें, तूने दोनों को उनसे दूर नहीं किया।
प्रभु दिन में उन्हें मार्ग दिखाने के लिए मेघ-स्तम्भ और रात में उन्हें प्रकाश देने के लिए अग्नि-स्तम्भ में होकर उनके आगे-आगे चलता था, जिससे वे रात-दिन यात्रा कर सकें।
दिन में मेघ-स्तम्भ और रात में अग्नि-स्तम्भ इस्राएलियों के सम्मुख से नहीं हटता था।
रात्रि के अन्तिम पहर में प्रभु ने अग्नि और मेघ के स्तम्भ में से मिस्र सेना पर दृष्टिपात किया। प्रभु ने मिस्र सेना को भयाकुल बना दिया।
मूसा मिलन-शिविर में प्रवेश नहीं कर सके; क्योंकि उस पर मेघ का वास था, और प्रभु की महिमा निवास-स्थान में भर गई थी।
उनकी समस्त यात्रा में प्रभु का मेघ दिन के समय निवास-स्थान के ऊपर वास करता था और रात में इस्राएल के परिवार को उसमें अग्नि दिखाई देती थी।
तब वह सियोन पर्वत की समस्त इमारतों पर, तथा उसके समस्त सभा-भवनों के ऊपर दिन के समय मेघ तथा रात के समय धूआं और धधकती अग्नि का प्रकाश उत्पन्न करेगा। सबके ऊपर प्रभु की महिमा मंडप और वितान के सदृश फैली रहेगी।
वे इस देश के निवासियों को बताएंगे। हे प्रभु! राष्ट्रों ने सुना है कि तू इन लोगों के मध्य में है; क्योंकि तूने, हे प्रभु, इन्हें प्रत्यक्ष दर्शन दिया है। तेरा मेघ इन के ऊपर छाया रहता है। तू दिन के समय मेघ-स्तम्भ में, और रात के समय अग्नि-स्तम्भ में इनके आगे-आगे जाता है।
भाइयो और बहिनो! मैं आप लोगों को याद दिलाना चाहता हूँ कि हमारे सभी पूर्वज बादल की छाया में चले, सब ने समुद्र पार किया,
जो मार्ग में तुम्हारे आगे-आगे गया था कि तुम्हारे लिए तम्बू गाड़ने के लिए स्थान ढूंढ़े। वह रात में अग्नि तथा दिन में मेघ में होकर तुम्हें वह मार्ग दिखाता रहा, जिस पर तुम्हें चलना चाहिए।”